सहरिया क्रांति: शराब बांटी तो नोटा दबा देंगे

शिवपुरी। मध्यप्रदेश के बड़े सामाजिक आंदोलनों में से एक 'सहरिया क्रांति' ने घोषणा की है कि जिस प्रत्याशी ने आदिवासियों में शराब बांटी उसे वोट नहीं देंगे और यदि सभी प्रत्याशियों ने ऐसा किया तो नोटा दबा देंगे।

इस सिलसिले में पिछले दिनों शिवपुरी विधानसभा के 28 गावों के सहरिया प्रधानों की एक मीटिंग 'सहरिया क्रांति' के संचालक संजय बेचैन के निवास पर हुई। इस अवसर पर भाजपा एवं कांग्रेस दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों को अपनी बात रखने के लिए आमंत्रित किया गया।

भाजपा प्रत्याशी यशोधरा राजे सिंधिया की ओर से उनके पुत्र अक्षय भंसाली प्रतिनिधि के तौर पर इस मीटिंग में भाग लेने पहुंचे जबकि कांग्रेस प्रत्याशी वीरेन्द्र रघुवंशी की ओर से उनकी पत्नि श्रीमती विभा रघुवंशी ने उपस्थिति दर्ज कराई। मीटिंग में दोनों प्रतिनिधियों ने सहरिया समाज के लिए अपनी योजनाओं की जानकारी दी एवं वोट व समर्थन की मांग की।

इस प्रक्रिया के दौरान 'सहरिया क्रांति' की ओर से दोनों प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों के सामने स्पष्ट किया गया कि सहरिया आदिवासी बस्तियों में शराब बांटकर वोट जुटाने की परंपरा सी बन गई है लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। जो भी प्रत्याशी शराब बांटेगा सहरिया समाज उसे वोट नहीं देगा और यदि दोनों प्रत्याशियों की ओर से शराब या दूसरी किसी भी प्रकार की रिश्वत सहरिया समाज में बांटने का प्रयास किया तो पूरा सहरिया समाज एक साथ नोटा का बटन दबा देगा।

सहरिया क्रांति के संचालक संजय बेचैन ने शिवपुरीसमाचार.कॉम से बात करते हुए स्पष्ट किया कि 'सहरिया क्रांति' एक गैरराजनैतिक एवं सामाजिक आंदोलन है। हम किसी भी पार्टी या प्रत्याशी का समर्थन नहीं करते। पूरा सहरिया समाज अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए स्वतंत्र है। 'सहरिया क्रांति' ने इस बार केवल इतना परिवर्तन किया है कि सहरिया समाज को समझाइश देते हुए बिना किसी प्रलोभन के मतदान करने के लिए संकल्पि किया है। श्री बेचैन ने दोहराया कि सहरिया समाज को मुख्यधारा में शामिल करने एवं उनके मूलभूत अधिकार उनके पास तक पहुंचाने के लिए 'सहरिया क्रांति' का संघर्ष लगातार जारी रहेगा।