सड़क हादसे में भाई-बहन सहित चार की मौत

शिवपुरी। जिले के सुभाषपुरा थाना क्षेत्र में बीती रात्रि नयागांव फाटक पर एक दर्दनाक सड़क हादसे ने लोगों के मन को दहला दिया। इस हादसे में भाई-बहन सहित दो अन्य युवकों की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
उक्त हादसा उस समय घटित हुआ जब भाईदूज के चलते बहन अपने जेठ के लड़के के साथ मायके जाने के लिए घर से निकली और अपने भाई को बस स्टेण्ड पर लेने के लिए बुलवाया, लेकिन विधि को कुछ और ही मंजूर था।  

प्र्राप्त जानकारी के अनुसार कल शाम पिपरसमां की रहने वाली उर्मिला पत्नी दिनेश धाकड़ उम्र 28 वर्ष भाईदूज पर्व पर अपने भाई के यहां तिलक करने अपने जेठ के लड़के अजय पुत्र रमेश धाकड़ उम्र 16 वर्ष के साथ बस से सुभाषपुरा बस स्टेण्ड पर आ गई और फोन लगाकर अपने भाई प्रदीप पुत्र रमेश धाकड़ उम्र 17 वर्ष निवासी कलोथरा को उसे लेने के लिए बस स्टेण्ड पर बुलवाया। 

अपनी बहन को लेने के लिए प्रदीप अपने रिश्तेदार नेतराम पुत्र बुद्धा धाकड़ निवासी ददोई थाना मोहना के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर सुभाषपुरा बस स्टेण्ड आया। जहां उसने अपनी बहन उर्मिला और अजय को मोटरसाइकिल पर बिठा लिया और सुभाषपुरा से अपने गांव कलोथरा के लिए रवाना हो लिया। रात्रि करीब 8:15 बजे अंधेरा अधिक हो गया था और वह सुभाषपुरा बस स्टेण्ड से करीब ढाई किमी दूर ही पहुंचा था। तभी कोई अज्ञात वाहन उसकी मोटरसाइकिल में टक्कर दे गया। 

जिससे मोटरसाइकिल पर बैठे चोरों लोग गिर गए और सभी ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना जैसे ही पुलिस को लगी तो वह बचाव के लिए वहां पहुंचे, लेकिन इससे पहले ही चारों मौत के आगोश में समा चुके थे। बस एक ढाई वर्ष का बच्चा ही जिंदा रह सका। पुलिस ने मृतकों के शवों का आज पीएम कराया और अज्ञात वाहन के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया।
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... और बच गया ढाई साल का मासूम

कल रात्रि हुए दर्दनाक हादसे ने चार लोगों की जिंदगियां छीन ली, लेकिन एक ढाई साल का मासूम बच्चा सुरक्षित झाडिय़ों से निकलता हुआ  सड़क पर पहुंचा। जिसे देख पुलिस और वहां मौजूद लोग आश्चर्यचकित हो गए। बाद में उक्त बालक अपनी मां के शव के पास पहुंचकर रूदन करने लगा। जिसे सुनकर वहां मौजूद लोगों की आंखों से आंसू निकल आए। उक्त बालक अपनी मां के साथ मोटरसाइकिल पर बैठा हुआ था, लेकिन जब हादसा हुआ तो वह मां की बाहों से उछलकर दूर सड़क के किनारे झाडिय़ों में जा गिरा था। बाद में वह सुरक्षित झाडिय़ों से निकल आया और उसके शरीर पर कोई भी चोट का निशान नहीं था। जबकि मोटरसाइकिल पर बैठे चारों लोगों के शवों की हालत बहुत ही गंभीर थी।