सूचियां आने के बाद कांग्रेस और भाजपा कर सकती है प्रत्याशियों में फेरबदल

शिवपुरी। कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों की सूची आने में इसलिए बिलंब हो रहा है, क्योंकि प्रत्येक दल चाह रहा है कि उसके विरोध दल के प्रत्याशियों को देखकर अपने प्रत्याशी तय किए जाएं। इसी कारण जिन सीटों पर भी प्रत्याशियों का चयन सुनिश्चित दिख रहा है उसमें भी बदलाव की संभावना बनी हुई है।
एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने इस संवाददाता को बताया कि हमारे लिए मुख्य बात जीत की संभावना है और इसी को ध्यान में रखकर रणनीति बनाई जाएगी। कांग्रेस यशोधरा राजे सिंधिया की शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारी पर भी पैनी नजर रख रही है। वहीं कोलारस, करैरा और पोहरी में भी कांग्रेस और भाजपा ऐन वक्त पर प्रत्याशियों में फेरबदल कर सकते हैं ऐसा सूत्रों का कथन है। जिले में सबसे कम उत्साह पिछोर विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। जहां भाजपा उम्मीदवारों में भी टिकट के प्रति अधिक लालसा नहीं है।

कांग्रेस में सबसे सुरक्षित टिकट पिछोर विधायक केपी सिंह का है। यह तय माना जा रहा है कि पार्टी हर स्थिति में उन्हें ही उम्मीदवार बनाएगी। भाजपा में टिकट के लिए चार-पांच नाम अवश्य चल रहे हैं, लेकिन उसे समझ नहीं आ रहा कि वह केपी सिंह के गढ़ में कैसे मजबूती से प्रवेश करे? कांग्रेस में श्री सिंह के बाद दूसरा टिकट फायनल जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव का हुआ। जिन्हें कोलारस से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया जाना लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा अभी नहीं हुई है। भाजपा की ओर से विधायक देवेन्द्र जैन के मैदान में उतरने के आसार हैं। बहूजन समाज पार्टी ने यहां से चंद्रभान सिंह यादव को टिकट दिया है। पोहरी में विधायक प्रहलाद भारती के पुन:  भाजपा की ओर से उम्मीदवार बनने की संभावना है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती यहां नरेन्द्र बिरथरे को टिकट देने के लिए दबाव बना रही है। कांग्रेस में यहां हरिवल्लभ शुक्ला और सुरेश धाकड़ में से किसी के उम्मीदवार बनने की संभावना है।

करैरा में विधायक रमेश खटीक के टिकट पर तलवार लटकी है। यहां भाजपा टिकट के ओमप्रकाश खटीक, गगन खटीक, सुभाष जाटव, रामदास जाटव आदि प्रमुख दावेदार हैं जबकि कांग्रेस की ओर से कभी नाम शकुन्तला खटीक तो कभी जसवंत जाटव का उछलता है। शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी का नाम लगभग तय माना जा रहा है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि यशोधरा राजे सिंधिया की उम्मीदवारी से भाजपा अपनी रणनीति में अनेक कारणों से बदलाव कर सकती है। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने इस संवाददाता को बताया कि चूंकि शिवपुरी में भी परिस्थितियां बदल रही हैं इस कारण कोलारस में पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी को शिफ्ट किए जाने की संभावना भी बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार शिवपुरी में कांग्रेस अन्य विकल्पों पर भी गंभीरता से विचार कर रही है और इसी कारण टिकट के लिए राकेश गुप्ता, राकेश जैन और अजय गुप्ता पर नजरें केन्द्रित हैं।

करैरा में पार्टी गाइड लाइन शकुन्तला खटीक के विपरीत है जबकि जसवंत जाटव की उम्मीद्वारी की चर्चा है। वह कांग्रेस के लिए इसलिए चिंता का विषय है, क्योंकि बसपा ने भी मजबूत जाटव उम्मीद्वार प्रागीलाल को उम्मीद्वार बनाया है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस में उम्मीद्वार में फेरबदल की अटकलें हैं। अटकलें पोहरी विधानसभा क्षेत्र में भी हैं जहां से कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों में धाकड़ उम्मीद्वार को टिकट दिए जाने की संभावना बनी है। ऐसी स्थिति में अंतिम क्षणों में एक दूसरे दल की सूची देखने के बाद कांग्रेस या भाजपा में उम्मीद्वार में फेरबदल की संभावना है। संभव है कि भाजपा यहां से प्रहलाद भारती को कोलारस शिफ्ट कर नरेन्द्र बिरथरे को टिकट दे सकती है वहीं कांग्रेस मौका देखकर सुरेश धाकड़ या हरिबल्लभ अथवा अन्य किसी उम्मीद्वार पर दांव लगा सकती है।