कांग्रेस में वीरेन्द्र, हरिबल्लभ, योगेश करारे का हो सकता है पत्तासाफ

शिवपुरी। देखा जाए तो गत दिवस दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से जो निर्णय या बातें निकलकर सामने आई उससे ऐसा प्रतीत होता है कि स्क्रीनिंग कमेटी बैठक से अंचल में टिकिट की लाईन में लगे प्रत्याशियों के चेहरे बदले जा सकते है जिनमें संभवत: शिवपुरी से वीरेन्द्र रघुवंशी, पोहरी से हरिबल्लभ शुक्ला, करैरा से योगेश करारे प्रमख रूप से शामिल है।

वहीं दूसरी ओर जिन्हें पक्का माना जा रहा है उनमें पिछोर से के.पी.सिंह और कोलारस से रामसिंह यादव शामिल है। जिनमें एक हजार से कम मतों से हारने वाली गाईड लाईन में रामसिंह यादव का नाम शामिल है जबकि पिछोर से के.पी.सिंह के अलावा कोई अन्य दावेदान सामने ही नहीं है। 

बताया गया है कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में एक जिले से कम से एक महिला का नाम भी शामिल हो जिसमें करैरा से संभवत: शकुन्तला खटीक शामिल हो सकती है। अभी आगे की घोषणा होना बाकी है जो पहली सूची जारी होने के बाद ही पूरी तस्वीर साफ हो सकेगी।

सोमवार को दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की दूसरी बैठक में प्रदेश कांग्रेस द्वारा सभी 230 सीटों के लिए भेजे गए पैनल पर विचार किया गया। बैठक दिल्ली के प्रदेश कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष मधुसुदन मिस्त्री की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश सहित केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री सुरेश पचोरी,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतीलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह मौजूद थे। 

दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक खत्म होने के बाद से शिवपुरी जिले के सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों से उम्मीदवार अपनी-अपनी दावेदारी पर आश्वस्त नजर आ रहे हैं। पिछोर विधानसभा सीट से जहां केपी सिंह का टिकट बिल्कुल पक्का माना जा रहा है। सर्वे से लेकर संगठन के पैनल में उनके अतिरिक्त अन्य कोई नाम नहीं है और वह हर कसौटी पर खरे उतरे हैं। पिछले चार चुनावों से वह लगातार जीत रहे हैं। 

उनके अतिरिक्त कोलारस विधानसभा क्षेत्र से एआईसीसी द्वारा तय की गई गाईड लाईन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव टिकट के लिए पात्र पाए गए। गाईड लाईन के अनुसार निवर्तमान विधायक और पिछले चुनाव में पराजित वे कांग्रेस उम्मीदवार जिनकी हार का अंतर एक हजार वोटो से कम रहा। जो गाईड लाईन के अनुकूल है। इसे लेकर रामसिंह यादव अपनी उम्मीदवारी को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं। वहीं जाति समीकरणों को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई और कोलारस से बसपा ने यहां से मजबूत यादव उम्मीदवार चंद्रभान सिंह यादव की उम्मीदवारी घोषित कर दी है। जिस कारण वहां के जातीय समीकरण बिगड़ सकते हैं और ऐसी स्थिति में रामसिंह यादव की जगह किसी दूसरे को टिकट दिए जाने की संभावनाओं को भी नहीं झुठलाया जा सकता।

शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में वीरेन्द्र रघुवंशी की उम्मीदवारी प्रबल मानी जा रही है, लेकिन गाईड लाईन के अनुसार वे पिछले चुनाव में 1700 मतों से पराजित हुए थे और उनका शिवपुरी में विरोध हुआ। जिस कारण बैठक में हुए निर्णयों के बाद उनके टिकट पर भी खतरा मंडराता हुआ नजर आ रहा है। 

यही स्थिति पोहरी की भी बनी हुई है। जहां से कांग्रेस द्वारा ब्राह्मण उम्मीदवार को टिकट दिए जाने की संभावना है, लेकिन हरिवल्लभ विरोधी उनकी उम्मीदवारी के पक्ष में नहीं हैं और उन पर दलबदलू की छाप भी लगी हुई है। सबसे ज्यादा विरोध हरिवल्लभ शुक्ला का किया जा रहा है। जिनकी शिकायत भी पोहरी के नेताओं ने श्री सिंधिया से की है और पिछले विधानसभा चुनाव में वह बसपा प्रत्याशी के तौर पर पोहरी से लगभग 20 हजार मतों से पराजित हुए थे। इसी कारण उनकी टिकट प्राप्ति की राह में बाधा माना जा रहा है।  

अब बात करें करैरा विधानसभा क्षेत्र के टिकट दावेदारों की तो वहां भी काफी घमासान मचा हुआ है। यहां से शकुंतला खटीक अपनी दावेदारी को लेकर आश्वस्त हैं और सोमबार को दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक मे जिले से एक महिला को टिकट दिए जाने के निर्णय पर अगर कांग्रेस अमल करती है तो शकुंतला खटीक का टिकट करैरा से पक्का माना जा रहा है।