आपसी गुटबाजी के कारण घोषित नहीं हो पा रहे प्रत्याशी

शिवपुरी- जब पार्टी के ही वरिष्ठ पदाधिकारियों की आपसी गुटबाजी शांत होने का नाम नहीं ले रही तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रत्याशी में किस तरह आपसी प्रतिद्वंदता होगी। बीते तीन दिनों से भोपाल में हो रही मैराथन बैठक और उसके बाद चल रही राहुल गांधी की गाईडलाईन का असर पूरे प्रदेश में नजर नहीं आ रहा।
रही सही कसर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने पूरी कर दी जो सरेआम  कांग्रेस उम्मीदवारों की जारी होने वाली सूची से झल्ला हो गए और कागज तक फाड़कर फेंक दिया। भले ही बाद में वे अपने इस कृत्य को छुपाने का लाख प्रयास कर एकता का दंभ भरे लेकिन वास्तविक सच्चाई से इंकार नहीं किया जा सकता। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के सर्वाधिक प्रत्याशियों की मांग ने कांतिलाल भूरिया को चिड़चिड़ा कर दिया और ऐसे में उनका साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह देने से पीछे नहीं रहे, जो चुपके-चुपके कांतिलाल भूरिया के साथ होकर कांग्रेसी गुटबाजी को बढ़ाने का काम कर रहे है।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और प्रचार अभियान समिति के  प्रमुख ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच विवाद के कारण कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची लटक गई है। बताया जाता है कि कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद 30 अक्टूबर को जारी होनी थी। इस सूची में शिवपुरी जिले की कम से कम तीन विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के एलान की संभावना व्यक्त की जा रही थी। सूत्र बताते हैं कि सर्वाधिक विवाद पोहरी और करैरा विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवारों के चयन को लेकर है। रोजाना नए-नए नाम उभरकर सामने आ रहे हैं।

शिवपुरी जिले की दो विधानसभा सीटों पिछोर और कोलारस से सबसे पहले प्रत्याशियों के नाम को अंतिम रूप दिया गया। गाईड लाईन के अनुसार पिछोर से केपी सिंह और कोलारस से रामसिंह यादव का नाम तय किया गया। बाद में इस सूची में शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र का नाम भी जुड़ गया और यहां से वीरेन्द्र रघुवंशी को टिकट दिए जाने की प्रबल संभावना व्यक्त की जाने लगी, लेकिन करैरा और पोहरी में किसे उम्मीदवार बनाया जाए? यह कांग्रेस तय नहीं कर पाई। 

पहले पोहरी से हरिवल्लभ शुक्ला और करैरा से शकुन्तला खटीक को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चाए हैं। सूत्रों की खबर थी कि जीत की संभावना के आधार पर इन प्रत्याशियों का चयन किया गया था, लेकिन बाद में गाईड लाईन को लागू किए जाने की बात सामने आई और पोहरी से सुरेश राठखेड़ा तथा करैरा से जसवंत जाटव की उम्मीदवारी की खबरें उछलीं। यह भी समाचार आया कि कांग्रेस ने सर्वसम्मति से जो 194 नाम तय किए। उनमें शिवपुरी जिले की सभी विधानसभा सीटों के उम्मीदवार शामिल हैं, लेकिन सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस नेताओं में विवाद के बाद यह सूची लटक गई और अब अनुमान व्यक्त किया जा रहा है कि भाजपा उम्मीदवारों की सूची आने के बाद ही कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी।

कांग्रेस में कोई विवाद नहीं : श्री भूरिया

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने इस बात का खण्डन किया है कि कांग्रेस नेताओं में विवाद है और इस विवाद के कारण उम्मीदवारों की सूची लटकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी नेता एकजुट हैं। उनमें मतभेद की खबरें निराधार हैं और जल्द ही कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर देगी। उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि वह अपने पुत्र के लिए टिकट मांग रहे हैं।