व्यापारी का गल्ले से भरा ट्रक गायब

शिवपुरी-व्यापारी कर रहे एक व्यापारी का गल्ले से भरा ट्रक उस समय गायब हो गया जब वह गुना से कोलारस की ओर आ रहा था कि तभी कोलारस के निकट ट्रक मालिक सहित चालक व अन्य लोगों ने इस ट्रक को गायब कर दिया।

समय पर माल लेकर जब ट्रक नहीं पहुंचा तो व्यापारी के होश उड़ गए और लाखों के रूपये के नुकसान के कारण वह छानबीन करने में जुट गया, जब काफी खोजबीन के बाद भी कोई सफलता उसके हाथ नहीं लगी तो अंतत: उसने पुलिस की शरण ली और पूरे मामले से अवगत कराया। जिस पर पुलिस ने ट्रक मालिक सहित चालक व अन्य लोगों के विरूद्ध अमानत में ख्यानत का मामला दर्ज करते हुए धारा 407 के तहत के प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कोलारस के व्यापारी घनश्यामदास पुत्र ब्रजराजशरण अग्रवाल ने बीते 10 सितम्बर को शीतल ट्रान्सपोर्ट गुना से एक ट्रक क्रमांक यूपी 78 एएक्स 2374 किराए पर लिया और उसमें कोलारस से 300 क्विंटल चना कीमती 9 लाख 84 हजार का भरकर लखनऊ की महाराजा अग्रसेन टे्रडिंग कंपनी से पहुंचाया। लेकिन 29 सितम्बर तक उक्त माल कंपनी पर नहीं पहुंचा। जिस पर कंपनी के मालिक ने घनश्यामदास से संपर्क किया और माल की डिलेवरी न होने की बात कही।

इसके बाद व्यापारी ने ट्रक के चालक से फोन पर संपर्क किया तो चालक ने उसे बताया कि उसका ट्रक रास्ते में खराब हो गया है और वह दूसरा ट्रक मंगाकर उसमें माल लदवाएगा तब वह माल कंपनी पर पहुंचेगा, लेकिन इसके बावजूद भी कई दिन बीत जाने के बाद जब वह माल कंपनी को प्राप्त नहीं हुआ तो व्यापारी ने ट्रक मालिक हरिशंकर नायक से संपर्क किया तो उसने भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और न ही ट्रक व ट्रक चालक का पता बताया और बाद में सभी ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। जिससे घनश्यामदास को संदेह हो गया और उन्होंने अपने स्तर से खोजबनी शुरू की और गुना की शीतल ट्रांसपोर्ट कंपनी पर संपर्क किया तो उन्हें पता चला कि ट्रांसपोर्ट से जो ट्रक पहुंचाया गया था।

उस ट्रक का नंबर वास्तव में  यूपी 93 टी 2111 था। यह सुनते ही घनश्यामदास के होश उड़ गए और वह समझ गए कि उनके साथ धोखा हुआ है और जो ट्रक नंबर यूपी 78 एएक्स 2374 ट्रक पर अंकित था। वह फर्जी था। जिस पर उन्होंने कल थाने में ट्रक मालिक हरिशंकर नायक, ट्रक चालक भूरे खां और नीरज सोलकिया सहित अन्य लोगों की शिकायत की है। पुलिस का कहना है कि उक्त मामला प्रथम दृष्टया अमानत में ख्यानत का है, लेकिन आरोपियों ने फर्जी ट्रक नंबर डालकर व्यापारी के साथ धोखाधड़ी भी की है। जिसकी जांच चल रही है और जांच के बाद इस पूरे मामले में धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज किया जा सकता है।