दीपावली से पहले पुष्य नक्षत्र में खरीददारी के लिए बाजारों में पहुंचे लोग

शिवपुरी। वैसे तो हर बार ही शहरवासी दीपावली पर्व की तैयारियों को लेकर खरीददारी में जुट जाते है लेकिन इस बार 31 वर्ष बाद पुष्य नक्षत्र का महासंयोग दो दिन का बना हैऐसे में शनिवार को उमड़ी खरीददारों की भीड़ संभवत: रविवार को भी रहेगी। अंदेशा जा रहा है कि शिवपुरी में इन दो दिनों में लगभग पचास लाख रूपये का कारोबार हो सकता है क्योंकि अधिकतर लोग पुष्य नक्षत्र में ही खरीदी करने बाजार पहुंचते है।

बता दें कि वैसे तो हर माह आने वाला पुष्य नक्षत्र खरीददारी के लिए हमेशा शुभ माना जाता है, लेकिन 31 वर्ष बाद ऐसा महासंयोग बना है कि दीपावली त्योहार से पहले दो दिनों का पुष्य नक्षत्र पड़ा है। शनिवार और रविवार खरीददारी के लिए महायोग बना हुआ है। पुष्य नक्षत्र को लेकर लोग खरीददारी के लिए उत्सुक हैं। शनिवार दोपहर 2:58 से रविवार शाम 5:30 तक पुष्य नक्षत्र रहेगा।

इन दो दिनों में वाहन, जमीन, मकान सहित स्वर्ण आभूषण खरीदने एवं नए काम शुरू करने के लिए यह समय लाभकारी है। वहीं तुला राशि में शनि उच्च होने के कारण तुला राशि के जातक जो कुछ भी खरीदेंगे उनके लिए यह नक्षत्र अति शुभ होगा। आज दोपहर 2:58 पर जैसे ही पुष्य नक्षत्र का आगमन हुआ। वैसे ही बाजारों में भारी भीड़ खरीददारी में जुट गई। लोग कहीं सोने-चांदी के आभूषण खरीदते दिखे तो कहीं वाहनों के शोरूमों पर भी भीड़ दिखी। भीड़ के कारण दुकानदारों को बिल्कुल भी फुर्सत नहीं रही। कल शाम तक पुष्य नक्षत्र के कारण बाजारों में रौनक रहेगी। जिसकी तैयारियां दुकानदारों ने पहले से ही पूर्ण कर ली थीं और ग्राहकों को हर तरह की सुविधा प्रदान करने के लिए दुकानदार तैयार हैं।

श्रेष्ठ माना जाता है पुष्य नक्षत्र

शास्त्रों सहित ज्योतिषाचार्यों के मतानुसार रवि पुष्य अमृत सिद्धि योग, साध्य योग व श्रीवात्स योग का संयोग माना जाता है। इसी कारण पुष्य नक्षत्र को 27 नक्षत्रों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसके अलावा शनि को स्थायित्व का प्रतीक माना जाता है। इस कारण पुष्य नक्षत्र दोषों का नाश करके शुभ कार्यों के लिए फलदायी साबित होता है। जिससे आज पुष्य नक्षत्र के कारण इन दो दिनों में राजा सूर्य व स्वामी शनि दोनों ही लाभदायी होंगे। जो शुभ कार्य व खरीददारी में भी लाभ देंगे।