थाने में आत्महत्या का मामला, आरोप की आंच टीआई पर, एसपी ने दिए जांच के आदेश

शिवपुरी। गत दिवस पुलिस थाना देहात में फांसी लगाने वाले हत्यारे के परिजन अब पुलिस पर ही आरोप लगाने की योजना बना रहे है। बताया गया है कि परिजनो का आरोप है कि इस मामले में पुलिस की प्रताडऩा से क्षुब्ध होकर रमेश धाकड़ ने आत्महत्या का प्रयास किया, वहीं दूसरी ओर इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने भी जांच के आदेश दिए है और कहा कि यदि इस पूरे मामले में टीआई देहात या जो भी दोषी पाए जाते है तो उनके विरूद्ध भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। मामले की जांच एसडीओपी एस.के.एस. तोमर द्वारा की जा रही है।

यहां बताना होगा कि गत दिवस थाना देहात की लॉकअप में हत्यारोपी रमेश धाकड़ द्वारा अण्डरबीयर के नाड़े से शौचालय के हैण्डिल में फांसी का फंदा ड़ालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया गया था जबकि उक्त आरोपी इलास्टिक वाली अण्डरबीयर पहने हुआ था। इसके बावजूद भी लॉकअप के अंदर नाड़ा कैसे पहुंचा?

 लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि जब आरोपियों को लॉकअप में बंद किया जाता है तो उसकी पूरी तलाशी ली जाती है फिर उसके पास नाड़ा कैसे पहुंचा? जबकि वह पेंट शर्ट और इलस्टिक वाली अण्डरबीयर पहने हुआ था। इन सभी बिंदुओं को लेकर पुलिस अधीक्षक ने इस पूरे मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर जांच में यह बिंदू सत्य साबित हुए तो संबंधित थाने के टीआई वहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कमरलाल जाटव की पत्नि के साथ अवैध संबंध रखते हुए कमरलाल की हत्या करने के मामले में पुलिस ने रमेश धाकड एवं उसके एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार किया था और दोनों से बिना किसी गिरफ्तारी के पूछताछ की जा रही थी। इसी पूछताछ में उन्होंने यह स्वीकार्य भी किया था कि कमरलाल की हत्या करने में वह शामिल है। मर्ग के आधार पर विवेचना करने वाले देहात थाना निरीक्षक ने रमेश धाकड के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया और सूत्रों के मुताबिक इस पूछताछ में ही वह इतना मानसिक रूप से पीडित हो गया कि उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके अलावा उस पर अन्य तरह के भी दबाव पुलिस के द्वारा बनाए जा रहे थे जिससे उसकी मानसिक स्थिति खराब हुई और उसने यह घातक कदम उठाया। अब पारिवारिक लोग इस बात को लेकर न्यायालय की शरण में जाने की योजना बना रहे हैं कि नगर निरीक्षक की प्रताडना के कारण उसने आत्महत्या करने का प्रयास किया।

हत्या और आत्महत्या का मामला दर्ज

गौरतलब है कि मर्ग की विवेचना में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज कर लिया और इसके  बाद 309 का मुकदमा भी रमेश धाकड के खिलाफ दर्ज हो चुका है जिसके मुताबिक उसने आत्महत्या करने का प्रयास किया था लेकिन आत्महत्या करने की कोशिश क्यों की ? क्यों वह इस स्थिति में पहुंचा कि उसे अपनी जीवन लीला समाप्त करने की सोचा पड़ी ? इन सबको लेकर कई तरह के सवाल नगर निरीक्षक जनवेद सिंह के खिलाफ जांच में आ सकते हैं। 

यदि जांच कर रहे पुलिस अधिकारी एसडीओपी शिवपुरी ने नगर निरीक्षक को क्लीन चिट भी दे दी तो भी वह प्रायवेट इस्तगासा के माध्यम से हत्या को प्रेरित करने के लिए मामला दर्ज करा सकते हैं। मानव अधिकार से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस की थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करना ही आरोपी के लिए आत्महत्या करने का प्रयास के मामले में सामने आ रही है और आरोपियों के खिलाफ आरोप सिद्ध न होने के पूर्व ही पुलिसिया कार्रवाई का स्वरूप क्या होता है और उसकी प्रताडना से एक व्यक्ति क्या कर सकता है यह देहात थना क्षेत्र में घटी घटना ने प्रमाणित किया है। अब देखना यह है कि पुलिस की जांच में नगर निरीक्षक जनवेद सिंह को लेकर क्या-क्या आरोप लगाए जाते हैं। फिलहाल रमेश धाकड की हालत में सुधार है और ठीक होने के बाद वह अपना बयान देगा।