प्यासे कण्ठों से कैसे आर्शीवाद मांग रहे हैं शिवराज!

राजू ग्वाल यादव/शिवपुरी/ क्या ये वही दिन है जब शिवपुरी में अटल ज्योति का शुभारंभ करने आए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता जनार्दन से आर्शीवाद मांगा था कि आज अटल ज्योति से शिवपुरी को रोशन कर रहे है तो आने वाले कल में शिवपुरी को पानी पिलाकर आर्शीवाद लूंगा।
क्या सही मायने में यह वायदा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को याद है, शायद नहीं क्योंकि जिस प्रकार से आज जनआर्शीवाद यात्रा से जन-जन से आर्शीवाद मांग रहे शिवराज को यह तनिक भी एहसास नहीं कि वह शिवपुरी में किस मुंह से आर्शीवाद मांगने आए। 

 पहले जनता से खिलवाड़ और अब जनता से छलावा ये दोनों बातें इसलिए क्योंकि पहले जब अटल ज्योति का शुभारंभ किया तो जनता को विश्वास दिलाया कि अटल ज्योति से 24 घंटे बिजली मिलेगी, आज इसकी हालत चहुंओर देखी जा सकती है कि प्रदेश के शिवपुरी जिले में कितनी बिजली यहां मिल रही, रही बात छलावे की तो एक बार फिर से सीएम शिवराज ने जनता को छल लिया, वह भी जनआर्शीवाद यात्रा के सहारे और जनता को पता भी नहीं चला। आखिर जलावर्धन का काम ठप्प पड़ा है और जनता से किए वायदे को पूरा किए बिना ही शिवपुरी में आर्शीवाद मांगने आ गए, तो कैसे इन्हें शिवपुरीवासियों का आर्शीवाद मिलेगा।

प्रदेश के चहुंमुखी विकास की बातें चारों ओर की जाती है लेकिन शिवपुरी की आवाज को प्रदेश में उठाने वाला एक ही भी जनप्रतिनिधि नजर नहीं आता। महज कागजी प्रेसनोट में जलावर्धन योजना को पूरा करने की जानकारी भेजकर जनप्रतिनिधि भी अपना कार्य खत्म कर देते है जबकि असल मुद्दे में इस योजना को पूर्ण होना चाहिए था किन्तु किन्हीं कारणवश जब प्रदेश के विधायकों ने यह आवाज नहीं उठाई तो विपक्ष की ओर से पूर्व विधायक ने आवाज बुलंद की।

खुले तौर पर प्रदेश के मुखिया को यह चुनौती दी कि वह अंचल की महत्वाकांक्षी जलावर्धन योजना के पूर्ण होने में अड़ंगे ना अटकाऐं और इसे शीघ्र अतिशीघ्र पूर्ण कराया जाए। इसके लिए श्री रघुवंशी ने शहर से करीबन 50 हजार पोस्टकार्ड भेजकर अपनी इस मांग को पूर्ण करने की बहुत कोशिश की लेकिन प्रदेश में सत्ता के डण्डे पर इस योजना के निर्माण कार्य में अडंग़ा लगाया गया और अब शिवराज जनता से प्रदेश में तीसरी बार आने का आर्शीवाद मांग रहे है। 

नि:संदेह यह शिवपुरीवासियों को भी मंथन करने का समय है कि आज वह जिन हालातों में है उसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराऐं, आगामी सम में आने वाले विधानसभा चुनावों से यह राजनीति का ऊंट करवट बदलने वाला है यदि समय रहते शिवपुरीवासी जागे तो सबेरा अन्यथा फिर से संघर्ष करना जारी रहेगा। यही दुआ करते है कि जनता का आर्शीवाद मिले तो मिले पहले जलावर्धन को तो पूर्ण करें...।