गुटबाजी से परेशान कांग्रेस जल्द नहीं कर पाएगी प्रत्याशियों की घोषणा

शिवपुरी। वैसे तो कांग्रेस में इस समय एकजुटता का भाव नजर आ रहा है लेकिन कहीं ऐसे में किसी क्षेत्र से प्रत्याशी की घोषणा की गई और उसके समर्थकों ने कांग्रेस पार्टी के आयोजनों से बगावत करना शुरू कर दिया तो इसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी को भुगतना पड़ेगा।

इस लिहाज से कांग्रेस उम्मीदवारों की आपसी गुटबाजी को थामने के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की तारीख आगे बढ़ा दी गई जो संभवत: अक्टूबर माह के बीच तक घोषित हो सकती है। इसका एक प्रमुख कारण यह भी माना जा रहा है कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक टल जाने के कारण यह नौबत बनी। वहीं बताया गया है कि कांग्रेसियों के बड़े नेताओं को एक सूत्र में पिरोने के लिए यह स्वांग रचा गया है और प्रत्याशी घोषणा की तिथि आगे बढ़ाई गई है।

यहां बता दें कि मप्र में आगामी विधानसभा चुनाव हेतु कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा बहुत शीघ्र नहीं होने जा रही। पहले संभावना व्यक्त की जा रही थी कि 25-26 सितम्बर तक कांग्रेस उम्मीदवारों की एक सूची जारी कर देगी, लेकिन सूत्रों के अनुसार अब तय किया गया है कि कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा 20 अक्टूबर से पहले न की जाए। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि मप्र में राहुल गांधी और सोनिया गांधी की सभा के लिए भीड़ जुटाने में किसी तरह की दिक्कत न आए। कांग्रेस आला कमान को सलाह दी गई है कि यदि उम्मीदवारों की घोषणा हो गई तो अन्य दावेदार निष्क्रिय हो जाएंगे और कांगे्रस के बड़े नेताओं के शो फ्लॉप हो सकते हैं।

स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक दो बार टल चुकी है। पहले बैठक 26 सितम्बर को होना तय किया गया था। प्रदेश कांग्रेस ने उम्मीदवारों के पैनल स्क्रीनिंग कमेटी को भेज दिए थे, लेकिन 26 सितम्बर की बैठक यह कहकर टाल दी गई कि उस दिन प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश दिल्ली में नहीं थे। जबकि सूत्र बताते हैं कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की सक्रिय भागीदारी के लिए बैठक टाली गई। ताकि उम्मीदवार चयन हेतु व्यवहारिक बातों पर भी विचार कर निर्णय लिया जाए। यह तय किया गया कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक अब 28 सितम्बर शनिवार को होगी, लेकिन तब तक राहुल गांधी और सोनिया गांधी के मध्यप्रदेश दौरे का कार्यक्रम आ चुका था।

राहुल गांधी की बड़ी सभा 17 अक्टूबर को ग्वालियर में होना तय किया गया था। राहुल और सोनिया की एक साथ सभा भोपाल में आयोजित होने जा रही है। इन सब बातों पर विचार करने के बाद यह तय किया गया कि उम्मीदवारों की घोषणा 20 अक्टूबर तक टाल दी जाए। ताकि दावेदार अपनी पूरी ऊर्जा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सभाओं को सफल बनाने में लगाएं और साथ ही इससे उनके जनाधार का परीक्षण भी हो जाएगा।