नायब तहसीलदार की पिटाई का मामला गहराया

शिवपुरी। गत दिवस सरेआम तहसील प्रांगण में ही नायब तहसीलदार मनीष जैन की पिटाई का मामला तूल पकड़ गया है। इस घटनाक्रम से आमजन में आहत है कि सरेआम एक प्रशासकीय अधिकारी की पिटाई इस तरह हुई और मामला पुलिस तक जा पहुंचा यानि बदमाशों के हौंसले इतने बुलंद है कि वह  यह भी नहीं देखते कि सामने वाला कौन है और वह किस से अभद्रता कर रहे है कुछ ऐसा ही वाक्या गत दिवस नायब तहसीलदार मनीष जैन के साथ घटित हुआ।

हालंकि इस मामले में नायब तहसीलदार श्री जैन को अब पछतावा हो रहा होगा कि वह किसी और के पचड़े में क्यों फंसे लेकिन उनके साथ जो बदसलूकी व अभद्रता हुई उससे तहसील प्रांगण में भी अब सुरक्षा की कमी महसूस होने लगी है जबकि पास ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी है लेकिन इस तरह नायब तहसीलदार की पिटाई होना कहीं ना कहीं शासकीय कार्य में बाधा और अधिकारी से अभद्रता का यह मामला बर्दाश्त करने योग्य नहीं है।

विवरण के अनुसार गत दिवस कृषि उपज मण्डी शिवपुरी के पूर्व सचिव हरिशंकर दुबे के दोनों पुत्रों अमित और अनुज दुबे का  तहसील प्रांगण में दुस्साहस देखने को मिला जब दोनों भाईयों ने तहसील में ही नायब तहसीलदार मनीष जैन को बुरी तरह पीटा। बताया तो यहां तक जाता है कि उन्हें घसीटा भी गया। यह सारा नजारा तहसील के कर्मचारियों के समक्ष घटित हुआ, लेकिन किसी ने भी नायब तहसीलदार जैन को बचाने का साहस नहीं दिखाया। 

इससे बेखौफ होकर आरोपी अनुज और अमित दुबे ने भागने का प्रयास भी नहीं किया और वह तहसील में ही रहकर नायब तहसीलदार को धमकाते रहे तथा उन्हें अपने पिता की ऊंची पहुंच का हवाला देते रहे। बाद में पुलिस ने तहसील से दोनों भाईयों को गिर तार कर लिया। बताया गया है कि बीती शाम अमित अपने भाई अनुज दुबे के साथ किसी काम के लिए तहसील गया हुआ था। जहां दोनों भाई गाली-गलौंच कर रहे थे। जब वहां बैठे नायब तहसीलदार मनीष जैन ने दोनों को गाली-गलौंच करने से मना किया तो दोनों युवकों ने अपना गुस्सा श्री जैन पर उतार दिया और उन्हें कुर्सी से उठाकर घसीटते हुए पूरे कार्यालय में घुमा दिया। 

यह नजारा वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने देखा। पूर्व मण्डी सचिव हरिशकंर दुबे के  दोनों पुत्रों की इस गुण्डागिर्दी का किसी ने विरोध नहीं किया। इसी बीच तहसील में मौजूद अन्य कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दे दी और पुलिस जब मौके पर पहुंची तब भी दोनों युवकों के सुरों में कोई भी बदलाव नहीं था। वह अपने पिता की ऊंची पहुंच का हवाला देते रहे और नायब तहसीलदार को धमकी देते रहे कि वह उसे देख लेंगे। इतना बड़ा हंगामा होने की सूचना जैसे ही पूर्व मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे को लगी तो वह कोतवाली पहुंच गए और उनके साथ कई रसूकदार नेताओं का जमावड़ा कोतवाली में एकत्रित हो गया। इस पूरे मामले में नायब तहसीलदार ने कड़ा रूख अ ितया किया और दोनों युवकों पर मामला दर्ज करके ही दम लिया। पुलिस ने दोनों युवकों को पकड़ लिया है।

पिता की फरियाद रही बेकार

इस पूरे घटनाक्रम के बाद इस बीच कोतवाली पहुंचे दोनों ही युवकों के पिता हरिशंकर दुबे और अन्य नेताओं ने नायब तहसीलदार को समझाया और उन्होंने अपने पुत्रों के कृत्यों के लिए नायब तहसीलदार से माफी मांगी, लेकिन अपमान से आहत नायब तहसीलदार नहीं माने और उन्होंने दोनों युवकों के विरूद्ध मामला दर्ज करा दिया।

पूर्व में भी दर्ज हो चुका है आपराधिक प्रकरण

इससे पहले भी अमित दुबे पर अपने चाचा की मारपीट करने का मामला भी देहात थाने में 7 जुलाई को दर्ज किया गया था। इस मामले में भी अमित  दुबे के खिलाफ 452, 323, 506 के तहत प्रकरण कायम कर गिर तार की गई थी, लेकिन इसके बाद वह जमानत पर छूटकर आ गया था और वही जमीन संबंधी विवाद तहसील में चल रहा था और उसी विवाद को लेकर ये दोनों युवक तहसील पहुंचे थे और जोर-जोर से गाली-गलौंच कर रहे थे। गाली-गलौंच की मना करने पर दोनों युवकों ने यह पूरा कृत्य कर डाला।

मेरे समान को ठेस पहुंची,राजीनामा बर्दाश्त नहीं : मनीष जैन

गत दिवस तहसील प्रांगण में मण्डी सचिव के दो पुत्रों अमित दुबे और अनुज दुबे ने तहसील में घुसकर नायब तहसीलदार मनीष जैन की मारपीट की थी। इस मामले में राजीनामे के लिए पूर्व मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे ने श्री जैन से मिले तो श्री जैन ने उन्हें टका सा जवाब दिया कि यह अगर मेरे ऊपर व्यक्तिगत हमला होता तो एक बार मैं राजीनामे के लिए सोचता और दोनों उदण्ड युवकों की गलती को क्षमा कर देता, लेकिन यह मेरे पद और मान स मान की प्रतिष्ठा और मेरे स्वाभिमान पर हमला है। इस कारण मैं इस मामले में राजीनामा नहीं करूंगा।