देखो देखा बंधुआ आदिवासियों की बीवियों से राखी बंधवा रहे हैं गोटू

शिवपुरी। एक जमाने में सिधिया की शह पर मध्यप्रदेश और राजस्थान में तेंदूपत्ते की अंधाधुंध बिनाई करने वाले जितेन्द्र जैन गोटू अब उन्हीं आदिवासियों की पत्यिों से राखी बंधवाते घूम रहे हैं जिन्हें कभी उन्होंने बंधुआ बना रखा था।

पत्ता कारोबारी के रूप में इन आदिवासी महिलाओं का कितना और क्या क्या शोषण हुआ, बताने की जरूरत नहीं, लेकिन जब से सिंधिया की सरपरस्ती गुल हुई है किसी ना किसी पॉलिटिकल पोस्ट पर बने रहने के लिए हर देहरी पर माथा टेकते घूम रहे हैं। रक्षा बंधन आया तो आदिवासी महिलाओं से राखी तक बंधवा डाली। देखना यह है कि गोटू को अपनी यह मुंहबोली बहनें कब तक याद रहतीं हैं।