ललितपुर से लाई नाबालिग को 80 हजार में बेचा !

शिवपुरी। पोहरी क्षेत्र में महिलाओं की खरीद फरो त का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। अभी कुछ दिन पूर्व ही एक नाबालिग को पोहरी के मण्डी में बेचा गया था जिसकी शिना त पुलिस ने फतेहपुर निवासी धर्मेन्द्र सेन के माध्यम से पकड़कर की थी।

इस मामले में पुलिस को यह पुष्टि हुई है कि 12 वर्ष की नाबालिगा के साथ रेप किया गया था। इसी तरह का दूसरा मामला ललितपुर के धुर्रा ग्रामीण क्षेत्र से सामने आया है जहां से लेकर एक नाबालिगा को चकराना के पहलवान सिंह कुशवाह नाम के व्यक्ति को 80 हजार में बेचा गया है। 

पुलिस की मानें तो ऐज डिटरमिनेशन टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस मामले का खुलासा कर सकती है लेकिन अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक लड़की को सुआलाल धाकड के घर कथित तौर पर पहुंचाया गया था जहां से उसकी बिक्री का सिलसिला शुरू हुआ। पुलिस ने चकराना के निवासी पहलवान सिंह कुशवाह को बुलाकर थाने में भी बिठाया और उससे पूछताछ की। लेकिन उसका कहना यह है कि वह लड़की नाबालिग नहीं है और उसने उसके साथ विधिवत तौर पर शादी की है जिसके शपथ पत्र भी उसने दिए। 

नाबालिग लड़की जो धर्मेन्द्र सेन के यहां से पकड़ी हुई थी। उस लड़की ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि उसने उसकी बड़ी बहन को पोहरी इलाके में बेचा गया था। पुलिस इस मामले को कागजी अमलीजामा पहनाकर रफा दफा करने का प्रयास कर रही है चूंकि इस मामले में पुलिस के लोगों ने अच्छी खासी मोटी रकम खरीदने वाले से ली है ऐसा सूत्र बताते हैं।

चाइल्ड लाईन के मार्फत अपराधों को रोका जाता है

एकता परिषद के म.प्र. पदाधिकारी अनिल गुप्ता ने बताया कि चाइल्ड लाईन केन्द्र सरकार के द्वारा एक विशेष प्रकार की व्यवस्था है जिसमें जिला मु यालय पर कलेक्टर एवं एसपी के  मार्गदर्शन में एक कमेटी का गठन होता है जिसमें स्वयं सेवी संगठनों की भी भागीदारी रहती है। चाइल्ड लाइन के अंतर्गत 0 से 18 वर्ष के गायब हुए बच्चे बेचे गए या अन्य तरह के बंधुआगिरी में फंसे हुए बच्चों को चाइल्ड लाईन के माध्यम से छुड़ाने के साथ-साथ संबंधित बच्चों के मां-बाप को सुपुर्दगी का भी काम किया जाता है। पोहरी क्षेत्र में नाबालिग बच्चियों की खरीद फरो त का सिलसिला चल रहा है और अभी जो नाबालिग बच्ची जो कि पामगढ़ा थाने जिला जहांगीर की बताई जा रही है उसकी सुपुर्दगी होना है। तभी यह मामला खुलासा होगा कि नाबालिग लड़कियों की खरीद फरो त का कौन सूत्रधार है।

इनका कहना है
थाना प्रभारी पोहरी कैलाश बाबू आर्य ने मामले के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि यह सही है कि धुर्रा इलाके से एक लड़की को लाकर चकराना में बेचा गया है। लेकिन ऐज डिटरमिनेशन की रिपोर्ट आने के बाद ही यह पुष्टि होगी कि क्या बाकई वह नाबालिग है। और यदि वह नाबालिग हुई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।
कैलाश बाबू आर्य
थाना प्रभारी पोहरी