अन्नपूर्णा योजना: खादान्न माफियाओ की मनमानी नही मिलता पूरा राशन

करैरा। प्रदेश सरकार द्वारा गरीबो के लिए आरम्भ की गई अन्नपूर्णा योजना को खादान्न माफिया पलीता लगाने मे लगे हुए है इसका प्रत्यक्ष मामला करैरा अनुविभाग के ग्रामो मे 7 जुलाई को मनाए गए अन्न उत्सव मे दैखने को मिला । कलेक्टर के आदेश के बाद भी कई दुकानो पर ताले लटके नजर आए तो कई पर निगरानी के लिए तैनात कर्मचारी नदारद नजर आए ।
जिन दुकानो पर राशन बांटा भी जा रहा था तो उसकी मा़त्रा मे गड़बड़ी थी । जब इसकी जानकारी करैरा एस डी एम को दूरभाष पर दी गई तो उन्हौने जांच कराने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया । मौके पर किसी जिम्मेदार अधिकारी को भेजना तक उचित नही समझा । 

जानकारी के अनुसार 7 एवं 8 जुलाई को करैरा अनुविभाग के शहरी एवं ग्रामीण अंचल मे अन्न उत्सव मना कर मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत बीपीएल व अन्तोदय अन्न योजना के हितग्राहियो को एक रू प्रति किलो की दर से खादान्न व नमक का वितरण किया जाना था इसकी निगरानी के लिए कलेक्टर खाध शिवपुरी ने आदेश क्र 881 दिनांक 28 जून 2013 के जरिए करैरा क्षैत्र मे 70 कर्मचारियो की डयूटी भी लगाई थी और सभी को निर्देश दिए थे कि वह राशन दुकानो पर अपने समक्ष मे राशन का वितरण कराना सुनिश्चित करे । परंतु करैरा मे कलेक्टर के आदेश की अव्हेलना कई गावों मे दैखने को मिली जहां राशन दुकाने बंद  थी और तैनात कर्मचारी नदारद थे ।

ग्राम कांठी मितलोनी की राशन दुकान 7 जुलाई को बंद थी तथा यहा कलेक्टर द्वारा नियुक्त कर्मचारी बी के शर्मा ग्राकृविअ भी नदारद थे जब बी के शर्मा ग्राकृविअ से फोन पर बात की तो वह कोई जबाब नही दे सके । इसी प्रकार नया अमोला कालोनी क्र. एक पर दुकान तो खुली थी परंतु यहा के सेल्समैन द्वारा हितगाहियो को डेढ किलो प्रति राशनकार्ड के मान से शक्कर दी जा रही थी जबकि आंवंटन दो माह का होने से हितग्राहियो को तीन किलो शक्कर दी जाना थी । जब सेल्समैन से पूछा गया तो उसका कहना था कि संस्था प्रबंधक के कहने पर ही वह  ऐसा कर रहा था बाद मे प़त्रकारो के दल द्वारा बहस करने के बाद उसने तीन किलो का वितरण शुरू किया । निगरानी के लिए यहा तैनात कर्मचार सचिव जीतेन्द्र कोली चुपचाप तमाशबीन बने हुए थे । सिरसोद गांव की दुकान पर केवल गेंहू का वितरण किया जा रहा था यहां सीएसी छोटेलाल पुरे उपस्थित थे । लंगूरी मे भी शक्कर की मात्रा कम दी जा रही थी यहा भी निगरानी कर्मचारी शिवेश गुप्ता पटवारी नदारद थे । ग्राम लालपुर मे राशन दुकान बंद थी दुकान पर किसी भी तरह का साईन बोर्ड नही लगा था । निगरानी के लिए यहा पटवारी हरचरण सोनी की डयूटी लगाई गई थी वह भी नदारद थे जब फोन पर उनसे बात की तो उनका कहना था कि उन्हे डयूटी का कोई आदेश ही नही मिला वह तहसील म ेमीटिंग मे है । ग्राम गधाई रामनगर मे दुकान तो खुली थी पंरतु सेल्समैन गायब था काई अन्य व्यक्ति वितरण का कार्य कर रहा था यहा भी पूरा खादान्न नही दिया जा रहा था। ग्राम करही मे भी राषन दुकान बंद थी यहा भी राषन वितरण नही किया गया ।
अन्न उत्सव के दिन जिसे मनाने के लिए कलेक्टर का आदेश भी था जव उस दिन राषन दुकानो की स्थिति दयनीय हालात में मिली तो भला सामान्य दिनो में क्या स्थिति रहती होगी इसका सहज ही अन्दाजा लगाया जा सकता है।प्रदेष सरकार ,द्वारा लोकहित को ध्यान में रखकर लागू की जा रही है जनहितेषी योजनाओं को पलीता लगाने में कुछ सत्ताधारी दल के ही लोग लगे हुये है। जो कि इन राषन की दुकानो पर प्रत्यक्ष एंव अप्रत्यक्ष रूप से अपना वर्चस्व रखते है सत्तादल से जुडे होने के कारण प्रषासनिक अधिकारी इन खाधान्न माफिया भी हावी है यही कारण है कि अनियमितताओं को इन अधिकारियों द्वारा अनदेखा किया जाता है । करैरा अनुविभाग में ऐसे कई उदाहरण है जिनमें जांच मे खामियंा होने पर भी एसडीएम द्वारा इन दुकान संचालको के बिरूद्ध कोई कार्यवाही नही की गई है।

आंढर में 6 माह से नही बटा राषन

आंढर गंाव में राषन वितरण की स्थिति काफी खराब मिली यहां लगभग आधा सैकडा लोग एकत्रित थे जिसमे इसी पंचायत के अन्तर्गत आने वाले ग्राम खैरा कोटिया के भी लोग शामिल थे। इन्होने बताया कि गांव में आज तक सैल्समैन नही आया है आज भी सैल्समैन की जगह अन्य व्यक्ति दुकान खोलकर बैठा था ग्रामीण गोविन्दसिंह ,बल्लू रावत, संदीप सेंगर ,उत्तम सिंह ,जितेन्द्र जाटव, मानसिंह जाटव ने बताया कि यहां पिछले 6 माह से राषन का वितरण नही हुआ है। आज 6 महीने बाद दुकान खोली गई है उसमें भी मात्र डेढ किलो शक्कर का वितरण किया जा रहा है। ग्रामीणो ने बताया कि सैल्समैन की अनियमितताओं के संबंध में वह दो बार जिला मुख्यालय जाकर कलेक्टर को आवेदन दे चुके है परंतु आज तक सैल्समैन एंव संस्था के बिरूद्ध कोई कार्यवाही नही हुई है। यहां निगरानी के लिये मौजूद पंचायत सचिव मुकेष रावत ने ग्रामीणो के समक्ष पंचनामा तैयार किया जिसमें समस्याओं को भी दर्षाया गया।

क्यों नही हुई कार्यवाही

ग्राम पंचायत चिन्नोद स्थित राषन दुकान की अनियमितताओं की षिकायत पर कुछ माह पूर्व एसडीएम द्वारा जांच करवाई गई थी जिसमे यह सिद्ध हो गया था कि दुकान के सैल्समैन द्वारा खाधान्न का वितरण हितग्राहियो को न करते हुये ब्लैक कर दिया गया। जांच रिपोर्ट एसडीएम करैरा को भी सौंप दी गई थी उसके बावजूद भी आजतक उक्त सैल्समैन के बिरूद्ध न तो कोई कार्यवाही की गई न ही उक्त संस्था से  दुकान हटाई गई। इस बारे में जव एसडीएम से जानकारी ली गई तो हर बार वह मामले को टालते नजर आये इतना ही नही दबी जवान में उन्होने यह भी कहा कि उक्त सैल्समैन एक आईएएस अफसर का रिस्तेदार होने के कारण एंव सत्ताधारी दल से जुडे होने के कारण उसके बिरूद्ध कोई कार्यवाही नही की जा पा रही है। राषन दुकानो के बिरूद्ध कार्यवाही करने के मामले में प्रषासन पूरी तरह असफल नजर आता है।