नेपाल में ओशो प्रेमियों ने की विभिन्न ध्यान साधनाऐं, लौटा ओशोप्रेमियों का दल

शिवपुरी-ओशो मित्र मण्डल एवं ओशोन फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वाधान में गत 19 जुलाई की रात्रि में 10 बजे मॉं मीरा जबलपुर के सानिध्य में 45 ओशो प्रेमी नेपाल में स्थित प्रसिद्ध लुम्बनी नेपाल के लिए एक ओशो चित्रों से सुसज्जित बस के माध्यम से ओशो आध्यात्मिक साधना आनन्द यात्रा पर निकला। यह दल गत दिवस ही लौटकर शिवपुरी आया और यहां भी दल के सभी ओशो प्रेमियों ने शिवपुरी आकर ओशो उत्सव मनाया।

ओशोन फाउण्डेशन के स्वामी आनंद नीरज(पुष्पेन्द्र अग्रवाल) ने बताया कि ओशो प्रेमी 20 जुलाई को प्रात: खजुराहो पहुंचे यहां पर जैन धर्मशाला में ध्यान साधना कर प्रख्यात चंदल वंशों द्वारा बनाए गए मंदिरों के दर्शन किये इसके उपरांत दोप.1 बजे चित्रकूट की ओर रवाना हुए। रात्रि में चित्रकूट पहुंचकर साधना की तथा चित्रकूट से नेल के लिए रवाना हुए 21 जुलाई को रात्रि में यहां ध्यान साधना की इसके उपरांत 22 जुलाई को गुरूपूर्णिम महोत्सव में हिस्सेदारी निभाई और ध्यान साधना में सम्मिलित हुए।

23 जुलाई को काठमाण्डू नेपाल में स्थित ओशो तपोवन कर 23 जुलाई व 24 जुलाई को ध्यान शिविर में ध्यान साधना की तथा सुन्दर आश्रम में रहकर प्रकृति के मध्य आनन्द दिया। 25 जुलाई को काठमाण्डू में स्थित भगवान पशुपति नाथ एवं शंभूनाथ मंदिर के दर्शन किए एवं प्रख्यात संत शिवपुरी वाले बाबा की समाधि पर भी ध्यान साधना की। 26 जुलाई को मन कामना मंदिर के दर्शन किे ओर गौरखनाथ ंदिर के दर्शन गोरखपुर में किए और अयोध्या की सरयु नदी में स्नान कर सभी ओशो प्रेमी गत दिवस शिवपुरी वापस आए। यहां ओशो प्रेमी पुष्पेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि गत वर्ष भी ओशो प्रेमी पूना व दिल्ली सहित विभिन्न स्थानों पर ओशो ध्यान यात्रा करते रहे है।