पोहरी कांग्रेस में हरिवल्लभ विरोध की आंधी, सभी दावेदार एकजुट

शिवपुरी। कल रात पोहरी में कांग्रेस का विधानसभा उम्मीदवार चुनने हेतु आए पर्यवेक्षक गोविंद सिंह राजपूत के समक्ष उस समय बड़ी अजीब स्थिति निर्मित हो गई जब टिकट के सभी दावेदारों ने पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला को अलग-थलग कर दिया और वे एक साथ एक मंच पर आ गए।

उनमें अपने-अपने टिकट के लिए जोर आजमाईश तो थी, लेकिन एक मुद्दे पर वे एकमत थे कि हरिवल्लभ किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है। उनके अतिरिक्त यदि किसी को भी महाराज टिकट देंगे तो उनका फैसला शिरोधार्य होगा। विरोधियों के तरकसों में हरिवल्लभ विरोध के तीखे तीर भी थे। 

बानगी देखिए- दलबदलू को टिकट नहीं, राकेश चौधरी जैसे प्रत्याशी नहीं चाहिए, उस प्रत्याशी को कैसे स्वीकार कर लें जिनके कारण अभी भी हम पर मुकदमे चल रहे हैं, कब नए लोगों को मौका मिलेगा। यहां तक कहा गया कि इसके बाद भी यदि हरिवल्लभ को टिकट दे दिया गया तो वह पिछले चुनाव में 20 हजार से हारे थे इस बार 25 हजार से हारेंगे। कुछ यह कहने से भी नहीं चूके कि इसके पश्चात भी यदि हरिवल्लभ को टिकट दिया गया तो हम खुलकर विरोध करेंगे। पर्यवेक्षक गोविंद सिंह राजपूत से हरिवल्लभ शुक्ला जहां अपने समर्थकों के साथ अलग मिले वहीं विरोधियों ने एक साथ पर्यवेक्षक से मुलाकात की।

पोहरी विधानसभा क्षेत्र से संभावित कांग्रेस उम्मीदवारों से बायोडेटा लेने और फीडबैक हेतु प्रदेश कांग्रेस द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक गोविंद सिंह राजपूत निर्धारित समय शाम 6 बजे से लगभग पांच घंटे देरी से रात 11 बजे डाक बंगले पहुंचे। जहां उनके स्वागत में टिकटार्थी अपने-अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे, लेकिन यहां भी साफ तौर पर पालाबंदी नजर आ रही थी। 

हरिवल्लभ विरोधियों में ब्लॉक अध्यक्ष जमील अंसारी, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष सुरेश धाकड़, पप्पन वर्मा, विनोद धाकड़, जिला कांग्रेस प्रवक्ता रामकुमार शर्मा, एनपी शर्मा, वीरेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र पिपलौदा, अखिल शर्मा, माताचरण शर्मा, रामपाल रावत, अवतार सिंह गुर्जर, विजय यादव, बृजकिशोर त्रिवेदी, श्रीमती ऊषा भार्गव, कल्यान यादव आदि ने एक साथ पर्यवेक्षक गोविंद सिंह राजपूत से भेंट की। बताया जाता है कि यहां अखिल शर्मा ने कहा कि हम में से किसी को भी टिकट दे दिया जाए, लेकिन दलबदलू स्वीकार्य नहीं। श्री पिपलौदा ने कहा कि जिसके कारण कांगे्रसियों पर आज भी मुकदमे चल रहे हैं। उन्हें टिकट न दिया जाए। 

अवतार सिंह गुर्जर, रामपाल रावत, कल्याण यादव ने एक साथ कहा कि हरिवल्लभ को टिकट दिया तो कांग्रेस बुरी तरह से पराजित होगी और पिछली बार श्री शुक्ला 20 हजार से हारे थे अब 25 हजार से हारेंगे। विनोद धाकड़ और श्रीमती ऊषा भार्गव ने कहा कि टिकट नए चेहरे को दिया जाना चाहिए। धाकड़ उम्मीदवारों में देना हो तो सुरेश धाकड़, विनोद धाकड़, पप्पन वर्मा, ब्राह्मणों में से राजेन्द्र पिपलौदा, एनपी शर्मा, अखिल शर्मा, रामकुमार शर्मा, बृजकिशोर त्रिवेदी, वीरेन्द्र शर्मा, माताचरण शर्मा और यदि महिला उम्मीदवार को देना हो तो ऊषा भार्गव को दिया जा सकता है, लेकिन हरिवल्लभ शुक्ला को कतई नहीं। इसके बाद पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला के साथ उनके लगभग दो सैकड़ा समर्थकों ने पर्यवेक्षक से मुलाकात की। इनमें प्रमुख रूप से रामदुलारे यादव और नरोत्तम भार्गव थे। बाद में हरिवल्लभ शुक्ला ने पर्यवेक्षक से अलग से मुलाकात की।

हरिवल्लभ विरोधी दावेदारों की संख्या कम नहीं

पोहरी में हरिवल्लभ विरोधी दावेदारों में सुरेश राठखेड़ा, विनोद धाकड़, पप्पन वर्मा, एनपी शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, रामकुमार शर्मा, बृजकिशोर त्रिवेदी, अखिल शर्मा, माताचरण शर्मा, श्रीमती ऊषा भार्गव, वीरेन्द्र शर्मा आदि शामिल हैं।

हरिवल्लभ विरोधी बताएं कोई एक नाम

पर्यवेक्षक गोविंद सिंह राजपूत ने हरिवल्लभ विरोधी कांग्रेस टिकट के दावेदारों की बात ध्यान से सुनने के बाद उनसे कहा कि वह अपनी ओर से कोई नाम सुझाएं जिसे टिकट दिया जाए। वह चाहें तो एक अथवा तीन नामों का पैनल दे सकते हैं। श्री राजपूत ने कहा कि आप आपस में फैसला करें और मुझे अवगत करा दें ताकि मैं आपकी भावनाओं से श्री सिंधिया को अवगत करा दूं। क्योंकि टिकट मुझे नहीं उन्हें ही देना है। इस पर बताया जाता है कि हरिवल्लभ विरोधियों ने कहा कि इसका फैसला महाराज ही करें और विनोद धाकड़ ने कहा कि उनका जो फैसला होगा वह मुझे स्वीकार्य होगा।

हरिवल्लभ विरोधियों में रामकुमार भी शामिल

पोहरी कांग्रेस में हरिवल्लभ विरोध कोई नया नहीं, लेकिन एक नयापन अवश्य आया है। अभी तक हरिवल्लभ के साथ खड़े रहने वाले जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष और प्रवक्ता रामकुमार शर्मा आज उनके मुखर विरोधी हैं। कल पर्यवेक्षक के समक्ष वह हरिवल्लभ विरोधियों के साथ खड़े नजर आए। सूत्र बताते हैं कि टिकट की महत्वाकांक्षा के कारण वह हरिवल्लभ के विरोध में हैं। उनके नजदीकी सूत्रों का कथन है कि कब तक हरिवल्लभ के लिए टिकट की मांग करते रहें? एक बार तो वह अपने समर्थकों के लिए टिकट की मांग कर खुद दौड़ से हट जाएं।

सांसद प्रतिनिधि केशव सिंह तोमर भी हरिवल्लभ विरोध के अगुआ?

पोहरी में सांसद प्रतिनिधि केशव सिंह तोमर का भी अपना प्रभाव है। पोहरी कांग्रेस में जमील अंसारी, सुरेश राठखेड़ा, राजेन्द्र पिपलौदा, माताचरण शर्मा, रामपाल रावत आदि उनके अनुयायी माने जाते हैं। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार हरिवल्लभ विरोधी मुहिम के वे अगुआ हैं। पर्यवेक्षक गोविंद सिंह राजपूत के पोहरी आगमन के अवसर पर केशव सिंह भी पोहरी पहुंचे थे, लेकिन जिस दल ने पर्यवेक्षक के समक्ष हरिवल्लभ विरोध का प्रदर्शन किया था। वह उसमें शामिल नहीं थे और बाहर खड़े होकर तमाशा देख रहे थे।

हरिबल्लभ ने किया था जोरदार शक्ति प्रदर्शन

पर्यवेक्षक गोविन्द सिंह राजपूत के समक्ष हरिबल्लभ शुक्ला अपने दो सैकड़ा से अधिक समर्थकों के साथ पहुंचे थे। जिन्होंने हरिबल्लभ के लिए टिकट की मांग की। पर्यवेक्षक राजपूत के साथ शिवपुरी से गए एक कांग्रेस नेता ने इस बात की पुष्टि की कि हरिबल्लभ ने जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया। जबकि हरिबल्लभ विरोधियों का कहना है कि वह अपने साथ कंट्रोल दुकान चलाने वालों और दलाल किस्म के लोगों को ले गए थे। जिनकी छवि बेहद खराब है।