ग्राम विकास में हो रहे गड़बड़झोल को लेकर आरटीआई की जानकारी महंगी पड़ी युवक को

शिवपुरी। शासन की मंशानुसार सूचना का अधिकार कानून इसलिए लगाू किया गया है ताकि नगरवासी किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त ना कर सके और उसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें। लेकिन जिले के बदरवास क्षेत्र में तो एक सचिव ने सूचना के अधिकार की धज्जियां उड़ाते हुए एक आवेदक को अपने पुत्रों के द्वारा जमकर पीटा।

उस युवक का कुसूर तो इतना था कि उसने ग्राम विकास में होने वाले निर्माण कार्यों की जानकारी आरटीआई के तहत लेना चाही लेकिन यहां सचिव ने जानकारी देना तो दूर उसे अपने पुत्रों से पिटवाकर घायल कर दिया। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि इस ओर शीघ्र कार्यवाही कर सचिव के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जावे।

बताया गया है कि जब वह युवक सचिव के पास ग्राम पंचायत में हुए कार्यों की जानकारी लेने बदरवास तहसील में पहुंंचा, लेकिन सचिव ने अपने पुत्र और साथियों के साथ मिलकर उसकी लाठियों से धुनाई दे डाली। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 294, 342, 147, 506 बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। ग्राम इमलावदी का रहने वाला अंकेश पुत्र जगदीश बैरागी ने पंचायत सचिव राजाधर सिंह यादव से सूचना के अधिकार के तहत पंचायत में हुए कार्यों की जानकारी लेने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था और सचिव ने अंकेश को 3 मई को जानकारी हेतु बुलाया था, लेकिन अंकेश को 3 मई को अंकेश को सचिव ने जानकारी देेने हेतु रजिस्टर न होने की बात कहकर लौटा दिया और उसे 6 मई को आने की बात कही।

इसके बाद कल अंकेश अपने दो मित्र देवेन्द्र और जितेन्द्र यादव के साथ बदरवास तहसील में राजाधर सिंह यादव के पास जानकारी लेने पहुंचा तो उसने अंकेश को गाली देना शुरू कर दिया। जब अंकेश ने विरोध किया तो राजाधर और उसके दो पुत्रों सहित तीन से चार की संख्या में उपस्थित साथियों ने उसकी डंडे से मारपीट कर दी। साथ ही उसके साथ आए दोनों युवक जितेन्द्र और देवेन्द्र को अपनी बुलेरो वाहन क्रमांक एमपी 33 सी 1390 में बंधक बना लिया और उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए ले गए। पुलिस ने फरियादी अंकेश की रिपोर्ट पर सचिव व उसके पुत्रों पर विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।