दूध मुंहों के पोषण आहार से लेकर छात्रों की छात्रवृत्ति डकार गए राहुल पाठक

राजू (ग्वाल) यादव/शिवपुरी-आखिर क्या वजह है कि एक सरकारी पद पर कार्यरत परियोजना अधिकारी अपनी वित्तीय अनियमितताओं के बल पर ना केवल स्वयं के हितों की पूर्ति करता है बल्कि अन्य हितग्राही जो योजना के पात्र होते है उन्हें दरकिनार कर दिया जाता है।

जिले में तत्कालीन एकीकृत महिला बाल विकास परियोजना ग्रामीण अधिकारी राहुल पाठक भी उन्हीं में से एक है जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान घोर अनियमितताऐं की और इनकी जांच के नाम पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। जबकि इस संदर्भ में जिला कलेक्टर से लेकर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तक को शिकायत की गई लेकिन परिणाम सिफर ही साबित हुआ। इस संबंध में ग्राम जसराजपुर निवासी रामहेत पुत्र भगवान लाल रावत में मय दस्तावेजों के साथ शिकायत भी की परन्तु आज तक कोई कार्यवाही ना होने से राहुल पाठक के कारनामे छिपे रह गए और वर्तमान में वे श्योपुर में कार्यकाल देख रहे है।

अपनी शिकायती आवेदन में जानकारी देते हुए ग्राम जसराजपुर निवासी रामहेत पुत्र भगवान लाल रावत ने बताया कि तत्कालीन परियोजना अधिकारी एकीकृत महिला बाल विकास परियोजना ग्रामीण राहुल पाठक द्वारा अपने कार्यकाल के समय घोर अनियमितताऐं बरती गई जिसमें सर्वप्रथम आंगनबाड़ी केन्द्र जसराजपुर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरूपी बाई रावत द्वारा 0-06 वर्ष के बच्चों की उपस्थिति के आधार पर फर्जी रूपये इनकी उम्र कम अंकित कर शासन प्रशासन के साथ धोखाधड़ी पूर्व स्वयं आहरण संवितरण अधिकारी राहुल पाठक के सानिध्य में कूटरचित कर अभिले में हेराफेरी की जाकर लाखों रूपये की शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाई गई है समुचित प्रकरण की डिप्टी कलेक्टर स्तर से राजस्व अधिकारियों के दल बनाकर जांच कराई जाए तो सब सामने आ जाएगा। रामहेत ने आरोप लगाया कि जहां वित्तीय अनियमितताओं के घोटाले का प्रश्र है तो इसमें यह उल्लेखनीय है कि राहुल पाठक विगत 6 वर्षों से एक ही परियोजना में पदस्थ होकर कार्यरत रहे और इनके कार्यकाल के दौरान ऐसे कितने ही भ्रष्ट कारनामों को अंजाम दिया गया।

रामहेत ने बताया कि इस संदर्भ में 22 मई 2012 को शिकायत की गई, शिकायत में राहुल पाठक परियोजना अधिकारी ग्रामीण शिवपुरी के द्वारा की पोषण आहार उपस्थिति पंजी में हितग्राहियों की उम्र में फर्जीबाड़ा किया गया। जिसमें कुं.रचना पुत्री रामहेत अनुक्रमांक 805 की अंकसूची वर्ष 2009 में प्रस्तुत की गई, सूचना के अधिकार के तहत ली गई जानकारी के अनुसार जनवरी 09 में उपस्थिति पंजी के अनुसार कुंं.रचना रावत उपस्थिति पंजी 59 में कुं.रचना अंकित है जिसकी उम्र 06 अंकित की गई जबकि वर्ष 2009 में उक्त की उम्र 17 वर्ष 06 माह होती इस प्रकार संबंधित अधिकारी के द्वारा शासन के साथ फर्जीबाड़ा कर शासकीय धनराशि को फर्जी रूप से हड़पा गया। उपस्थिति सीरियल क्रंं.52 हितग्राही उपस्थिति रजिस्टर माह जुलाई 2009 के अनुसार रविन्द्र/दाताराम की उम्र 06 वर्ष नियत की गई जबकि इनकी कक्षा पांचवी अंकसूची के आधार पर उम्र वास्तविक उम्र 10 वर्ष होती है साथ ही उपस्थिति पंजी के सीरियल क्रं.74 पर अंकित कुलदीप पुत्र रामहेत का नाम अंकित है जबकि रामहेत का कोई भी इस नाम का व्यक्ति नहीं है इस प्रकार परियोजना अधिकारी राहुल पाठक के द्वारा हितग्राही उपस्थिति पंजी फर्जी रूप से तैयार की जाना सिद्ध होता है।

 रामहेत ने बताया कि यदि इनकी परियोजना के पोषण आहार उपस्थिति पंजी का ग्राम के निवासरत व्यक्तियों के जानकारी ली जावे तो इनका फर्जीबाड़ा स्वत: ही सामने आ जाएगा। इस संबंध में रामहेत ने सूचना के अधिकार के तहत भी जानकारी एकत्रित की और शिकायतों के संबंध में मय दस्तावेज भी प्रस्तुत किए। रामहेत ने जिला प्रशासन व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तक को तत्कालीन परियोजना अधिकारी राहुल पाठक के द्वारा की गई अनियमितताओं के संबंध में लिखित शिकायत की लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई और यह भ्रष्ट अधिकारी श्योपुर में पदस्थ बताया जाता है। रामहेत ने जिला प्रशासन से इस ओर शीघ्र कार्यवाही की गुहार लगाई है।