उत्सव हत्याकाण्ड: सीआईडी जांच में आईजी बाबूराव ले रहे फरियादी और आरोपियों के बयान

शिवपुरी। बीती 4 मार्च 2013 को शिवपुरी में हुए स्कूल छात्र उत्सव गोयल की अपहरण के बाद हत्या और इससे उपजे आक्रोश के फलस्वरूप शहर में हुए उपद्रव को लेकर सीआईडी जांच शुरू हो गई है। सीआईडी के आईजी के बाबूराव ने इस मामले की जांच परख करते हुए पुलिस कंट्रोल रूम में तत्कालीन एसपी आरपी सिंह व टीआई दिलीप यादव सहित अनेक प्रभावित लोगों के बयान लिए।

बयान देने वालों में उपद्रव में आरोपी बनाए गए भाजपा नगर अध्यक्ष ओमी जैन, सांसद प्रतिनिधि अन्नी शर्मा, संत कुमार शर्मा सहित अभिषेक शर्मा, पार्षद राजू गुर्जर, खलील खान, अप्पल, गुड्डा, हरिओम राठौर, हरिओम नरवरिया आदि शामिल हैं। मृतक उत्सव गोयल के पिता कमल गोयल और उसके चाचा भूपेन्द्र गोयल के पूर्व में ही बयान हो गए थे।

गौरतलब है कि गत 3 मार्च को स्कूली छात्र उत्सव गोयल की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकाण्ड के बाद शिवपुरी शहर में उपद्रव व आगजनी की घटनाएं हुई थीं। इसमें कांगे्रस और भाजपा के अनेक नेताओं को आरोपी बनाया गया था। विधानसभा में इस मामले की सीआईडी जांच की घोषणा हुई, लेकिन काफी बिलंब से यह जांच शुरू हुई। जांच के बिंदुओं में पुलिस निष्क्रियता थी अथवा नहीं तथा आरोपी अकील को छोड़ा गया या नहीं आदि बिंदु भी शामिल थे। वहीं इस मामले में आरोपी बनाए गए लोगों का कथन है कि पुलिस ने उन्हें दुर्भावनापूर्वक झूठा फंसाया है। आज सीआईडी के आईजी बाबूराव ने पूर्व एसपी आरपी सिंह का लिखित बयान लिया।

आरोपी बने आईजी के सामने फरियादी

भाजपा नगर अध्यक्ष ओमी जैन ने बयान देते हुए पुलिस पर आरोप मड़े कि उत्सव हत्याकाण्ड के दौरान उपजे उपद्रव में उनका कोई भी लेना-देना नहीं था। इसके बावजूद भी पुलिस ने उन्हें रंजिशन इस मामले में घसीट दिया। साथ ही संता शर्मा और अन्नी शर्मा  ने भी अपने बेगुनाह होने की बात आईजी के सामने रखी और इस पूरे मामले में पुलिस की निष्क्रियता आईजी के सामने प्रस्तुत की। इसके बाद  अभिषेक शर्मा, राजू गुर्जर, हरिओम राठौर, हरिओम नरवरिया, जुगनू मित्तल, गोपालदास अग्रवाल ने भी उत्सव हत्याकाण्ड से संबंधित जानकारियां आईजी को दीं और इस पूरे मामले में पूर्व एसपी आरपी सिंह और पूर्व कोतवाली टीआई दिलीप सिंह की कथित निष्क्रियता को उल्लेखित करते हुए बयान दिए। पुलिस के पक्ष में गुड्डा, अप्पल खां और खलील खां ने बयान दर्ज कराए।

...और एसपी सिंह को कमरे से बाहर किया

सुबह सीआईडी के आईजी बाबूराव जब नेताओं के बयान दर्ज कर रहे थे और वहां पर मामले में दोषी पूर्व एसपी आरपी सिंह बैठे हुए थे। उसी समय भाजपा के नगर अध्यक्ष ने उनका विरोध करते हुए आईजी से कहा कि इस मामले में श्री सिंह की भूमिका भी जांच के दायरे में है। इसके बावजूद भी इनके सामने हम लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं जो सरासर गलत है। उनके विरोध के कारण आईजी बाबूराव ने उन्हें कमरे से बाहर जाने के लिए कह दिया।