जानलेवा इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज

शिवपुरी। जिले के करैरा थाना क्षेत्र के ग्राम खड़ीचा के रहने वाले मृतक मलखान की मौत के मामले में पुलिस ने जांच में झोलाछाप डॉक्टर को आरोपी पाया और उसके विरूद्ध पुलिस ने धारा 304 ए मप्र उपचारी गृह उपचार संबंधी अधिनियम 1973 की धारा 3 (8) क 1, मप्र रजिस्ट्रेशन दवा प्रतिषेध अधिनियम की धारा 4  के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

विदित हो कि विगत पांच माह पहले खेत पर काम कर रहे मृतक मलखान पुत्र सालिगराम उम्र 30 वर्ष निवासी खड़ीचा ने खेत में चल रहे डीजल इंजन से निकले हुए पानी का सेवन कर लिया था। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई थी। इसके बाद उसकी मां जशोदाबाई उसे गांव में स्थित डॉ. देवेन्द्र पाल पुत्र रामलखन पाल उम्र 35 वर्ष निवासी भैंसा के क्लीनिक पर लेकर आई। 

जहां देवेन्द्र ने उसे एक इंजेक्शन लगा दिया और उसे खाने के लिए दवा दे दी। शाम करीब 5:30 बजे मृतक मलखान ने डॉक्टर की दी हुई दवा का सेवन किया तो उसके आधे घंटे बाद उसकी हालत और बिगड़ गई और घबराहट के बाद उसने दम तोड़ दिया। इस मामले में पुलिस ने मर्ग की कायमी कर जांच प्रारंभ की तो उसमें सिद्ध हुआ कि मृतक मलखान की मौत डॉक्टर द्वारा गलत दवाई देने से हुई है। जिसमें डॉक्टर की पूरी-पूरी लापरवाही मानी गई।

सो रही बालिका की सर्पदंश से मौत

शिवपुरी। तेंदुआ थाना क्षेत्र के ग्राम दीगोदी में कल शाम खेत पर सो रही एक 15 वर्षीय बालिका को सांप ने काट लिया। जिससे उसकी इलाज के लिए ले जाते समय मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले मेंं मर्ग की कायमी कर ली है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इंद्रा पुत्री लल्लू जाटव उम्र 15 वर्ष कल शाम 6:30 बजे खेत पर बनी टपरिया के बाहर रखी खटिया पर सो रही थी। उसी समय एक सांप ने उसे काट खा लिया। जिससे उसे बेहोशी छाने लगी। जब सांप के काटने की जानकारी उसके परिजनों को लगी तो वह तुरंत उसे इलाज के लिए ले जाने लगे। जहां रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।