ट्रक बेचने का सौदा कर आरोपी ही ट्रक लेकर भागा

शिवपुरी-शहर में वैसे तो जालसाजों की कमी नहीं है लेकिन इन दिनों पोहरी में रहने वाले एक जालसाज ने अपना ऐसा जाल बिछाया है कि उसने पुलिस वालों तक को नहीं छोड़ा। पोहरी के सुनील पुत्र ख्यालीराम चिड़ार नामक यह युवक पुलिस में आपराधिक घटनाओं में संलिप्त युवक है और इसके पोहरी में भी पंचायत सचिव के साथ मारपीट करने का मामला दर्ज है जबकि यह आरोपी एक पुलिस दीवान को भी चूना लगा चुका है जिसमें बताया गया है कि उक्त आरोपी ने इस दीवान की बाईक को चलाकर यह जता दिया कि वह स्वयं की गाड़ी चला रहा और उसने दीवान को अंधेरे में रखकर उसी की बाईक किसी अन्य को बेच दी और फरार हो गया।

बताया तो यहां तक गया है कि इस जालसाज ने इसी दीवान से 50 हजार रूपये की रकम बोर लगवाने के नाम पर ली और बोर तो नहीं लगा पर ये जालसाजल दीवान जी के 50 हजार रूपये ले उड़ा। इसका खेल यहीं खत्म नहीं हुआ, कुछ समय पूर्व इन्द्रा कॉलोनी में रहने वाले मोहनीश से भी इस जालसाज सुनील ने एक ट्रक बेचने का सौदा किया और ट्रक खरीदने के नाम पर मोहनीश को 50 हजार रूपये बतौर एडवांस दिए। जिस पर जब ट्रक के सौदा होने के बाद शेष भुगतान के लिए मोहनीश ने सुनील को परिवहन बुलाया तो यहां ना तो सुनील आया और ना ही उसने मोबाईल से बात की। कुछ दिनों से मोहनीश सुनील को तलाश रहा था कि तभी पता चला कि सुनील तो मोहनीश का ही ट्रक लेकर फरार हो गया। ऐसे में अपने आपको ठगा से महसूस करने वाले मोहनीश ने इस मामले में पुलिस की शरण ली जिस पर पुलिस ने काफी गहनता के बाद मामले की जांचोंपरांत आरोपी सुनील पर धोखाधड़ी करने का मामला पंजीबद्ध करते हुए मामला विवेचना में ले लिया है। 

जानकारी के अनुसार बीते लंबे समय पोहरी ही नहीं बल्कि अन्य आसपास के क्षेत्र में सुनील पुत्र ख्यालीराम चिड़ार लोगों को चूना लगाकर धोखाधड़ी काम करता था। इसकी आए दिन की वारदातों में कई अच्छे खासे लोग फंसकर अपना पैसा गंवा चुके है और अब यह आरोपी फरार है। पुलिस ने काफी जांच परीक्षण करने के बाद फरियादी मोहनीश की रिपोर्ट पर इसके खिलाफ मामला दर्ज किया है अब यह आरोपी जब पकड़ा जाएगा तो ना जाने कितने अन्य लोगों के जालसाजी के साथ ठगे जाने की सूचनाऐं पुलिस को मिलेंगी। यह समय आने पर पता चल ही जाएगा फिलहाल पुलिस मामले की विवेचन कर इस आरोपी की तलाश में लगी है।

     फिजीकल चौकी क्षेत्र में इंद्रा कॉलोनी में रहने वाले मोहनीश पुत्र जेपी धौलपुरिया  से समतपुर पोहरी के रहने वाले सुनील चिराड़ पुत्र ख्यालीराम चिराड़ ने एक ट्रक के विक्रय का सौदा सात लाख में तय हुआ। मोहनीश ने सौदे के बाद एडवांस  50 हजार रूपये दे दिए और तय हुआ कि बांकी की रकम ट्रक परिवहन कार्यालय में ट्रंासफर हो जाने के बाद तय समय में दे दी जाएगी, लेकिन जब मोहनी ने बकाया रकम देने के लिए आरोपी सुनील से संपर्क साधा और कहा कि वह परिवहन कार्यालय में चलकर उक्त ट्रक को ट्रांसफर करा दे, लेकिन आरोपी सुनील की नियत में खोट आ गया और उसने ट्रक ट्रांसफर कराने के लिए मोहनी को चक्कर लगवाने शुरू कर दिए। इससे व्यथित होकर पुलिस की शरण ली और एक शिकायती आवेदन 1 अक्टूबर 2012 को दिया। जिसकी पुलिस ने जांच की और जांच के बाद आरोपी सुनील के विरूद्घ धारा 406 के तहत मामला पंजीबद्घ कर लिया।