ये क्या शिक्षक ने बलात्कार पीडि़ता को बता दिया वयस्क और सर्टिफिकेट भी दे दिया

शिवपुरी। एक शिक्षक का पेशा होता है बच्चों को अच्छी शिक्षा की तालीम देना लेकिन सिरसौद में तो शिक्षक ने ऐसा कृत्य कर डाला है कि इसके लिए उसे जितनी सजा मिले वह भी कम है क्योंकि यहां के इस शिक्षक ने एक नाबालिग बालिका को स्कूल के उपस्थिति रजिस्टर में बालिग दर्शाकर इसका प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया और वह अभागी नाबालिग बालिका एक युवक द्वारा दुष्कर्म का शिकार थी जिस पर नाबालिग को बालिग बताने वाला शिक्षक भी कार्यवाही की जद में आया और पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर उक्त शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया जबकि आरोपी भी पूर्व से ही जेल में बंद है।

यह घृणित कार्य किया सिरसौद थाना क्षेत्र के खैरोना प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक रामवरण पुत्र सीताराम शुक्ला निवासी नेपमा थाना कैलारस ने जिसे बलात्कार के एक मामले में फर्जी प्रमाण पत्र देने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उक्त आरोपी ने बलात्कार की शिकार बालिका को बालिग बताते हुए सर्टीफिकेट दिया था। पुलिस ने न्यायालय के आदेश के पश्चात आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी की है। उक्त शिक्षक ने न्यायालय के समक्ष अपने पर लगे आरोप को स्वीकार कर लिया था।

पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिसंबर 2012 में आरोपी धर्मेन्द्र निवासी खैरोना गांव की एक बालिका करूणा शर्मा (बदला हुआ नाम) को अपहृत कर ले गया था और उसने उक्त मासूम के साथ बलात्कार किया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी के विरूद्ध बलात्कार का अपराध पंजीकृत कर उसे गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि  उक्त आरोपी अभी जेल में ही है। 

इस मामले में पुलिस ने जब बालिका की उम्र की तस्दीक की तो उसकी उम्र हाजिरी रजिस्टर के  हवाले से शिक्षक रामवरण ने सन् 1993 बताई जबकि बालिका के पिता का कहना था कि उसकी पुत्री का जन्म 1997 में हुआ था और वह नाबालिग है।

इस मामले में न्याय पाने हेतु बालिका के पिता ने न्यायालय में परिवाद दायर किया। इसकी सुनवाई के दौरान आरोपी ने न्यायालय में स्वीकार किया कि बालिका का जन्म 1997 में हुआ था और उसने सन् 93 का झूठा प्रमाण पत्र दे दिया। इस आधार पर न्यायालय ने आरोपी के विरूद्ध मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी का आदेश दिया और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

कहीं शिक्षक ने भी तो नहीं किया बलात्कार, होगी जांच

इस मामले में फिलहाल पुलिस ने आरोपी शिक्षक के विरूद्ध दस्तावेजों के कूटकरण का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है, लेकिन सिरसौद थाना प्रभारी सुरेश नागर के अनुसार इसमें बलात्कार के आरोपी धर्मेन्द्र की भूमिका की भी जांच होनी है कि उसने प्रलोभन देकर शिक्षक को झूठा प्रमाण पत्र देने के लिए सहमत तो नहीं किया। फिलहाल धर्मेन्द्र जेल में है। अब शिक्षक पर उठी उंगली की जांच भी की जाएगी कि कहीं इस बलात्कार के मामले में शिक्षक की भी तो मिलीभगत नहीं है खैर इस बात की भी जांच होगी।