जूते-चप्पलों और लात-घूसों से पीटा नपं अध्यक्ष पति को

शिवपुरी/खनियाधाना। खनियांधाना में कल रात्रि बस स्टेण्ड क्षेत्र में स्थित सब्जी और फल-फ्रूट की दुकानों में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से लाखों रूपये की क्षति हुई है। घटना की सूचना पाकर जब नपं अध्यक्ष अनीता साहू के पति जगदीश साहू जब मौके पर पहुंचे तो गुस्साई भीड़ ने जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, उन्हें बुरी तरह धुना। बताया जाता है कि जगदीश साहू को जूते-चप्पलों और लात-घूसों से इतनी बुरी तरह पीटा गया कि उनके कपड़े फट गए और वह अर्धनग्र हालत में आ गए और वह बाद में जान बचाकर वहां से भागे।

आक्रोशित भीड़ का आरोप है कि अध्यक्ष पति शराब के नशे में धुत थे और दुकानदारों द्वारा अवैध बसूली देने से इंकार करने पर उनके तथा एक पार्षद के पति ने दुकानों में आग लगाई है। पीडि़त दुकानदारों ने आज सुबह थाने पहुंचकर रिपोर्ट लिखाई है। इस मामले में पुलिस ने आगजनी का मामला कायम कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बस स्टेण्ड क्षेत्र में सब्जी और फल बेचने वाले दुकानदार बांस की टटिया लगाकर अस्थाई दुकानें बनाए हुए थे। पीडि़त दुकानदारों भारत सिंह परिहार, कल्याण सिंह परिहार, इस्लाम खां, गुमान कला, देश सिंह केवट, चंदन महावले, उस्मान खां, मोहम्मद रसूल, कल्लू केवट, लक्ष्मण प्रजापति का आरोप है कि कल दोपहर नपं अध्यक्ष अनीता के पति जगदीश साहू और वार्ड क्रमांक 4 की पार्षद शिवकुमारी लक्षकार के पति उमेश लक्षकार नपा के एक कर्मचारी मनीराम बाल्मिक को दुकानों पर पहुंचाया और उनसे उसने अवैध बसूली की मांग की।

जब दुकानदारों ने बसूली देने से इंकार किया तो मनीराम बाल्मिक द्वारा उन्हें धमकी दी गई कि शाम तक अगर पैसा अध्यक्ष के घर नहीं पहुंचा तो वह कल तक अपनी दुकानें यहां नहीं देखेंगे। इतना कहकर मनीराम वहां से चला गया। रात्रि करीब 11 बजे जब सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें बंद कर चले गए तभी जगदीश साहू, उमेश लक्षकार और उनके अन्य कर्मचारी आए और उन्होंने दुकानों पर पेट्रौल छिड़ककर आग लगा दी। रात में आग की लपटें बढऩे से आस-पास के लोग जाग गए और फिर हाहाकार मच गया। इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो रात्रि में ही पुलिस मौके पर पहुंच गई।

जब आग लगने से दुकानें जल गईं तभी बताया जाता है कि अध्यक्ष पति जगदीश साहू और पार्षद पति उमेश लक्षकार शराब के नशे में धुत होकर वहां आए तो पीडि़तों ने उनसे फायर बिग्रेड को बुलाने के लिए कहा। इस पर अध्यक्ष पति ने उनको गालियां देते हुए कहा कि आग लग गई तो इसकी जिम्मेदारी मेरी नहीं है। इसके बाद वहां मौजूद भीड़ गुस्से से उग्र हो गई और भीड़ ने जगदीश साहू को दबोच लिया। इसी बीच जिन दुकानदारों का नुकसान हुआ था उनकी महिलाएं भी मौके पर पहुंच गई और जगदीश साहू की चप्पलों से पिटाई लगा दी और उनका कुर्ता फाड़ दिया।

अध्यक्ष पति ने एएसआई भदौरिया पर लगाया जनता को बहकाने का आरोप

अध्यक्ष पति ने थाने में पदस्थ एएसआई शिवराज सिंह भदौरिया पर आरोप लगाया कि एएसआई भदौरिया ने जनता को बहकाया। इसके बाद जनता ने मेरी पिटाई लगाई। जब एएसआई भदौरिया से इस संदर्भ में बात की गई तो उनका कहना था कि अध्यक्ष पति शराब के नशे में धुत थे और वह दुकानों से अवैध बसूली कर्मचारियों से कराते थे। कल रात्रि में जो घटना घटित हुई उस समय अध्यक्ष पति ने पीडि़त दुकानदारों से अभद्र व्यवहार किया जिससे वह लोग भड़क गए। अध्यक्ष पति मेरे ऊपर जो आरोप लगा रहे हैं वह झूठे हैं अगर मौके पर पुलिस नहीं होती तो जनता उनका और बुरा हाल कर देती।

आगजनी की होगी निष्पक्ष जांच: पुलिस

फिलहाल इस मामले में हमारे द्वारा आगजनी का मामला कायम कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जो दुकानदार आरोप लगा रहे हैं कि उनकी दुकानों में अध्यक्ष पति ने आग लगवाई है इसकी भी जांच की जाएग और अगर जांच में अध्यक्ष पति दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।

एक बार फिर नाकाम हुई फायर बिग्रेड

अभी हाल ही में नपं खनियांधाना ने 15 लाख रूपये खर्च एक नई फायर बिग्रेड खरीदी थी। जो हर बार की तरह कल फिर नाकाम साबित हुई। विधायक प्रतिनिधि संजय शर्मा ने नपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि कल जब बस स्टेण्ड क्षेत्र में दुकानदारों की दुकानों में आग लगी तो फायर बिग्रेड के ड्रायवर को फोन लगाया तो वह छुट्टी पर था। इसके बाद दूसरे ड्रायवर को फोन लगाया तो उसने फोन रिसीव नहीं किया। इसके बाद टीआई का ड्रायवर फायर बिग्रेड लेकर पहुंचा तो उसमें पानी ही नहीं था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नपा द्वारा नई फायर बिग्रेड के नाम पर एक पुरानी फायर बिग्रेड का सौदा किया गया और उस पर रंग कराकर उसे नया रूप दे दिया। इस कारण कल हुए हादसे के बाद यह फायर बिग्रेड अपना काम नहीं कर सकी। इससे लोगों को हर बार परेशानी ही उठानी पड़ती है। बाद में स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों की सहायता से कुएं और हैण्डपंपों से पानी भरकर आग पर काबू पाया गया। जनता के 15 लाख रूपये इस पुरानी फायर बिगे्रड में नपं ने लगाए हैं और जो भ्रष्टाचार किया है इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों सहित लोकायुक्त में भी की गई है। जिसकी जांच भी चल रही है।

इन दुकानदारों का हुआ नुकसान

रात्रि में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग के कारण फल और सब्जी विक्रेताओं की दुकानों में जो नुकसान हुआ है। उनमें मोहम्मद रसूल की दुकान में भरे करीब ढ़ाई लाख रूपये के तरबूज और एक हाथ ठेला जलकर राख हो गए। वहीं उस्माद खान की दुकान में डेढ़ लाख रूपये की सब्जी और फल-फ्रूट भरे हुए थे। चंदन महावले की दुकान में एक लाख रूपये की सब्जी और तरबूज का नुकसान हुआ।  देशसिंह केवट की दुकान में 50 हजार रूपये की सब्जी नष्ट हो गई। गुमान कला की दुकान में भी 50 हजार रूपये की सब्जी जल गई। इस्लाम खांन का एक पानी का टेंकर भी जल गया। वहीं कल्याण सिंह की दुकान में 60 हजार रूपये का नुकसान हुआ। भारत सिंह परिहार, कल्लू केवट, लक्ष्मण प्रजापति के हाथठेले भी आग की चपेट में आ गए।