अपनी अपनी गोटिया फिट करने मे लगे नेता

शिवपुरी/करैरा/  प्रदेश मे 2013 मे होने वाले विधान सभा चुनावो को लेकर भाजापा और कंाग्रेस मे कई नये चहरे देखने को मिल रहे है जिन नेताओ को आज तक करैरा विधान सभा मे नही देखा गया वो आज चुनावी समीकरणो की तैयारिया करने करैरा मे अपना डेरा डाल चुके है । अगर हम वात करे कंाग्रेस पार्टी की तो नगर की जानी मानी हस्ती शकुन्तला खटीक भी इस चुनावी मेदान मे कांग्रेस पार्टी से करैरा विधान सभा चुनाव लडने मे टिकिट की दावेदारी मे अव्वल नजर आ रही है।

वही दूसरी और के0एल राय जो पूर्व डिप्टी कलेक्टर है वह भी अपनी किस्मत आजमाने मे पीछे नही है वह भी काग्रेस से टिकिट की उम्मीद मे अपने घर कोछोड करैरा क्षेत्र मे रात दिन एक कर जनता से रूवरू हो रहे है। इसी टिकिट की फिराक मे जसमंत जाटव एवं योगेश करारे और दिनेश परिहार भी कांग्रेस पार्टी से चुनावी समी करण के लिये अपने अपने सर्मथको के साथ जनता से रूवरू हो रहे है । कारण यह है कि करैरा विधान सभा की पिछले चुनाव से हरिजन सीट हो जाने के कारण कई नेता अपना अपना जोर आजमाने मे लगे है देखते है कि आखिर कार कांग्रेस पार्टी अपना कोन सा दमदार नेता इन उम्मीदवारो मे से आंगे मेदान मे उतारती है। कई लोगो का मानना है कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश की चुनावी कमान सोपती है तो शायद भाजापा को चुनावी समीकरणो मे कठनाईयो का समना करना पड सकता है । 

अगर देखा जाये तो करैरा क्षेत्र के पिछले 10 वर्षो के हालातो के वारे मे जायजा लिया जाये तो आधी से ज्यादा घोषणाये अधूरी पडी है । कहने को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा अटलज्योति का शुभारंम्भ पिछली 15 तारीक को किया जा चुका है लेकिन करैरा विधान सभा के कई ग्राम ऐसे है जहा अभी तक विजली नही चहुच पायी। सत्ता पक्ष विधायक के होते हुऐ आज तक करैरा मे कोई भी विकास नही हो पाया करैरा कालेज की जमीन पर भू-माफियाओ ने विभाग के अधिकारिया से मिलकर बच्चो के एक मात्र खेलने की जगह थी उसे तक नही छोडा भाजापा सरकार मे कई वार घोषणाये हुई कि करैरा मे स्टेडियम पार्क वनवाये जायेगे लेकिन ये सव दूर करैरा मे गर्मीयो के दिन बाहर के व्यक्तियो को शोचालय तो दूर बेठने तक की व्यवस्था नही है । पांच साल वीत जाने के वाद सत्ता पक्ष विधायक के होत हुऐ नगर मे ऐसा कोई अच्छा कार्य नही हुआ जिस्से इनकी सराहना की जाये।

आगे वात करे भाजापा के टिकिट की दावेदारी की तो कई लोगो के द्वारा नगर मे रेलिया निकाल कर अपने अपने समाज का प्रर्दशन कर चुके है । टिकिट की दावेदारी मे भाजापा के अनुसूचित जंन जाति के जिलाध्यक्ष सुभाष जाटव व कोलारस के पूर्व विधायक ओमप्रकाश खटीक यह दोनो के नाम नगर मे चर्चा का विषय वने हुऐ है देखते है कि भाजापा कोन को करैरा विधानसभा चुनाव लडने की कमान सोपती है ।

जनता की फिर आने लगी याद-

चुनावी महोल देखते हुऐ यह भी देखने को मिल रहा है कि जो नेताओ ने पिछले 5 वर्षो तक किसी गरीव जनता के दुखो मे सामिल नही हुऐ वो आज उन ग्रामो मे जाकर अनके हाल चाल जानने एक के वाद एक नेता जा रहे है। और अपनी अपनी पार्टी का प्रचार कर उन्हे दिलासा देने मे लगे हुऐ है। आखिर कार जनता है सब जनती है कई ग्रामीण क्षेत्र के किसान इतने दुखी है जिनका हर नेता से भरोषा उठता जा रहा है बह भी सोच मे लगे रहते है कि जिसको अपना हितेसी समझते है बही हमारे भरोषे का चूर चूर कर देता है । आखिर कार किस पर विस्वास करे यही चिन्ता हर विधान सभा के किसानो को सताती है ।