भाजपा पार्षद की दादागिरी जनता के कनेक्शनों को काटा

शिवपुरी। शिवपुरी नगरपालिका क्षेत्र के कुछ पार्षद अपने फायदे के लिए वार्ड की जनता के हितों की अनदेखी कर रहे हैं। इसका जीता-जागता उदाहरण पुरानी शिवपुरी के वार्ड क्रमांक 22 में देखने को मिला। जहां पार्षद पर आरोप है कि वह नियम विरूद्ध ठेकेदार बन गईं।

वार्डवासियों का कहना है कि भले ही कागजों में ठेका किसी के नाम भी हो, लेकिन अघोषित रूप से इसमें वार्ड पार्षद की भागीदारी है अन्यथा वे उस बोर को हाईडेंट क्यों बनने देतीं जहां से वार्डवासियों को पेयजल की सप्लाई होती थी। यहां लगे कनेक्शनों को काट दिया गया है और टेंकर भरकर पानी की सप्लाई की जा रही है। इसमें पार्षद का हित क्या है? इसकी जानकारी देते हुए नपा के पूर्व उपाध्यक्ष पदम चौकसे कहते हैं कि यदि यहां हाईडेंट नहीं होता तो टेंकर भरने के लिए हवाई पट्टी जाना पड़ता और टेंकर के ठेकेदार को डीजल की अतिरिक्त चपत लगती।  लेकिन इस मनमानी से वहां के वाशिंदे पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। जिससे वहां के नागरिकों में भारी रोष देखने को मिल रहा है।

वार्ड के रहने वाले एक जागरूक नागरिक और नपा के पूर्व उपाध्यक्ष पदम चौकसे ने जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा शासित नगरपालिका में सत्ता पक्ष के  अध्यक्ष और पार्षदों की मनमानी के चलते भ्रष्टाचार में डूबी नगरपालिका का संतुलन इतना बिगड़ गया है कि अब तो सत्ता पक्ष के पार्षद अपनी मनमानी पर उतर आए हैं और उन्होंने जनता के पानी पर भी डांका डालना शुरू कर दिया है। श्री चौकसे ने वार्ड क्रमांक 22 की पार्षद श्रीमती इंद्रा राठौर पर आरोप   लगाते हुए कहा है कि वार्ड में टेंकर सप्लाई उनके हाथ में हैं। इसे सीएमओ द्विवेदी भी स्वीकार कर रहे हैं और उनका कथन है कि वार्ड में टेंकर सप्लाई की व्यवस्था पार्षद के हाथ में हैं। वह किससे यह काम करा रहे हैं यह उनका विवेकाधिकार है। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि पार्षद ने अपने पति को पानी सप्लाई का ठेका दिलाया है। जबकि नगरपालिका अधिनियम में पार्षद या उसका कोई भी रिश्तेदार ठेकेदारी नहीं कर सकता है।

ठेकेदार ने रेडलाइट ऐरिये में लगे नपा के बोर को हाईडेंट बनाकर कनेक्शन विच्छेद करा दिए और वहां से अपने टेंकर भरकर पानी सप्लाई करने में लगे हुए हैं। श्री चौकसे ने कहा कि बात यही तक सीमित नहीं रही और पार्षद अपने वार्ड में 8 चक्करों की जगह 4 से 5 चक्कर ही लगवा रही हैं और नपा के भ्रष्ट अधिकारियों की सहमति से इंजीनियर उन्हें 8 चक्करों का भुगतान भी कर रहे हैं। जबकि नियम से तो पार्षद के किसी भी रिश्तेदार को ठेका नहीं दिया जा सकता। लेकिन इसके बावजूद भी पार्षद ने ठेका लेने में सफलता प्राप्त कर ली और नियम के आधार पर नपा द्वारा जो हाईडेंट बनाए गए हैं वहां से पानी भरकर वार्ड में सप्लाई करना चाहिए। लेकिन उस नियम को भी पार्षद ने अपने फायदे के लिए ताक पर रख दिया और डीजल की बचत करने के लिए वार्ड में लगे ट्यूब बैल से ही पानी भरकर सप्लाई कर रहे हैं और नगरपालिका में डीजल का पूरा खर्चा दर्शाकर भुगतान भी प्राप्त कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा 25 वर्षों से राजनीति की जा रही है और मैं नपा में उपाध्यक्ष पद पर रहा हूं और मेरी पत्नि भी पूर्व में पार्षद रह चुकी हैं। लेकिन जितना भ्रष्टाचार नपा के इस कार्यकाल में देखने को मिला है वह मैंने अपने पूरे राजनैतिक कार्यकाल में नहीं देखा। जहां 25 से 30 प्रतिशत तक कमीशन बंटता हो। पूरे मप्र में भ्रष्टाचार में अव्वल शिवपुरी की नपा ने भ्रष्टाचार में नए आयाम प्रस्तुत किए हैं जो आश्चर्यजनक हैं। श्री चौकसे ने मांग की है कि वार्ड क्रमांक 22 की पार्षद श्रीमती इंद्रा विनोद राठौर सहित नपाध्यक्ष रिशिका अनुराग अष्ठाना और नियम विरूद्ध ठेका देने वाले सीएमओ पीके द्विवेदी सहित सकारात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने वाले इंजीनियरों पर शीघ्र कार्रवाई की जाए नहीं तो वह इन भ्रष्टाचारियों के विरूद्ध उग्र आंदोलन करेंगे जिसका खामियाजा भाजपा शासन को आने वाले विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा।

इनका कहना है-
* जब इस मामले पर पार्षद इंद्रा राठौर से उनका पक्ष जानना चाहा तो मोबाइल पार्षद ने न उठाते हुए उनके पति विनोद राठौर ने उठाया और कहा कि जो भी बात पार्षद से करनी है वह मुझसे कीजिए। पार्षद पति ने बताया कि टेंकर सप्लाई का ठेका उनके नाम नहीं है इसकी जांच कराई जा सकती है और वार्ड के बोर को हाईडेंट बनाकर यदि हमने कुछ गलत किया है तो उसकी भी जांच कराई जा सकती है।
विनोद राठौर, पार्षद पति

* वार्ड 22 में हाईडेंट पार्षद ने बनाया है। उक्त वार्ड में पानी सप्लाई का जिम्मा पार्षद के हाथ में है। उन्होंने टेंकर सप्लाई का ठेका किसे दिया है यह वह ही जानते हैं। हमें तो उनकी सिफारिश पर भुगतान करना है। टेंकर के चक्कर कम लग रहे हैं या अधिक लग रहे हैं यह पार्षद जाने और पार्षद ने वार्ड के बोर को हाईडेंट बना दिया है तो इसमें आपको क्या आपत्ति है।
पीके द्विवेदी
मुख्य नपा अधिकारी शिवपुरी