'पटवारी ने दुत्कारा-लेकिन कलेक्टर ने पुचकारा

शिवपुरी
-जिले की तहसील पोहरी के टप्पा बैराड़ के ग्राम रायपुर के 65 वार्षिय बुजुर्ग कृषक धनीराम के लिए सुशासन शिविरों का प्रथम दिन 17 मई 2013 एक सुखद आश्चर्य लेकर आया, पिछले एक साल से एक पटवारी से दूसरे पटवारी और एक आर.आई. से दूसरे आर.आई के चक्कर काट-काटकर लगभग अधमरा हो चुके धनीराम को यकीन ही नहीं कर पा रहा है कि जिस जिले के पटवारी उसे इतना सता रहे है उस जिले का मुखिया (कलेक्टर) उसे ग्राम ऐचवाड़ा के सुशासन शिविर में अपनी गाड़ी में बैठकर पोहरी लाऐ और रेस्टहाउस में ही उसके बेटे कल्लू की जमीन का राजस्व रिकार्ड में दर्ज करा खसरा-खतौनी की प्रमाणित प्रति दिलवाएगे। वह कलेक्टर की संवेदनशीलता का कायल हो गया उसकी आंखों से खुशी के ऑंसू बहने लगे थे।

यह वाक्यां कल पोहरी तहसील में गठित हुआ। पिछोर तहसील के ग्राम रायपुर निवासी धनीराम राठौर ने वर्ष 2009-10 में अपने बेटे कल्लू के नाम से गांव के ही किसान से जमीन खरीदी थी। जमीन खरीदने के बाद रजिस्ट्री की प्रति लेकर ग्राम पंचायत में नामांतरण और उसके बाद रेवेन्यु रिकार्ड में दर्ज कराने हेतु तहसील कार्यालय पहुंचा, 6-8 माह के बाद एनकेन प्रकारेण तत्कालीन पटवारी जगदीश श्रीवास्तव व राजस्व निरीक्षक पूरन जाटव ने भू अधिकार पुस्तिका तो प्रदान करा दी लेकिन राजस्व रिकार्ड में उसका नाम दर्ज नहीं किया गया। कृषक धनीराम जब इस वर्ष खसरे खतौनी की प्रति लेने गया तो उसे मालूम हुआ कि उसकी जमीन के मालिकाना हक पर अभी भी पूर्व के किसान जिससे उसने जमीन क्रय की थी उसी का नाम दर्ज है।

 गरीब धनीराम ने पु:न नये पटवारी सुरेश चन्द्र शर्मा के चक्कर काटना शुरू किए, लेकिन पटवारी जी के तर्क और ज्ञान के आगे वह असहाय हो गया था। तभी उसे ग्राम में मालूम हुआ कि 17 मई से जिले में सुशासन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है और उसमें जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी गांव आएगें। इसी उम्मीद से धनीराम ऐंचवाड़ा पहुंच गया, भाग्य ने भी उसकी मदद की और सुशासन शिविर के निरीक्षण के लिए ग्राम ऐचवाड़ा पहुंचे, कलेक्टर आर.के.जैन से उसकी भेंट हो गई। 

उसने अपनी पूरी आपबीती कलेक्टर को सुनाई। जिसपर कलेक्टर उसे अपने साथ तहसील मुख्यालय पोहरी लेकर आऐ और पोहरी रेस्टाहाउस में तहसीलदार सहित पूरे राजस्व अमले को कड़ी फटकार लगाई व धनीराम को उसके राजस्व अभिलेखों की प्रति उपलब्ध कराई।इस पूरे प्रकरण को कलेक्टर श्री जैन ने गंभीरता के साथ लिया तथा डिप्टी कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर व तहसीलदार श्री शर्मा को कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले पटवारी व राजस्व निरीक्षक के जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।