ठेकेदार से सेटिंग के चलते नपा ने ठुकराया कलेक्टर का आदेश

शिवपुरी। शहर में इन दिनों सीसी निर्माण पर कलेक्टर द्वारा 6 मई को एक पत्र के माध्यम से नगरपालिका को सीसी निर्माण कार्य पर रोक लगाने का आदेश दिया था, लेकिन नपा सीएमओ ने इस आदेश की अव्हेलना करते हुए सड़कों का निर्माण कार्य ठेकेदारों द्वारा कराया जा रहा है।

नगरपालिका में कलेक्टर आरके जैन का निर्माण रोक संबंधी पत्र पहुंचने के बाद नगरपालिका सीएमओ पीके द्विवेदी ने प्रेस को बयान जारी किया था कि जो काम अधूरे हैं उन्हें पूरा कराया जाएगा। क्योंकि अधूरे काम को छोड़ा नहीं जा सकता और इन अधूरे कामों को पूरा करने की आड़ में ठेकेदारों द्वारा नई सीसी सड़कें रातोंरात तैयार की जा रही हैं। जिनकी गुणवत्ता भी संदेह के घेरे में है।

गौरतलब है कि कलेक्टर आरके जनै ने शहर में  पेयजल के लिए मारामारी को देखते हुए सीसी निर्माण पर हजारों लीटर पानी की बर्बादी को देखते हुए इन निर्माणों पर शीघ्र रोक लगाए जाने का आदेश दिया था और नपा सीएमओ ने अधूरा काम पूरा कराए जाने की बात कही थी। लेकिन इन अधूरे कामों की आड़ में नपा के सीएमओ, इंजीनियरों, प्रतिनिधियों ने अपने कमीशन  के चक्कर में ठेकेदारों को रातोंरात सीसी निर्माण करा दिया। शहर के वार्ड क्रमांक 17  तुलसीनगर में एक ही रात में सीसी सड़क का निर्माण कर दिया गया और इस गुणवत्ताहीन सड़क की परतें भी उखडऩा चालू हो गईं। जहां पक्की सीसी सड़क निर्माण के लिए लगभग एक महीने का समय लगता है। वहां एक रात में सड़क बनने से सड़क की क्वालिटी का अंदाजा लगाया जा सकता है।

जब निर्माण पर ही रोक लगी है तो यह सड़क निमय विरूद्ध क्यों बनाई गई। नपा के इस पूरी कारगुजारी के संदर्भ में कलेक्टर आरके जैन से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि बैठक में सीएमओ को निर्देशित किया गया था कि पीएचई विभाग से मिलकर जल समस्या को देखते हुए निर्माणों पर रोक लगाने का उचित निर्णय  लिया जाए। जब श्री जैन से नगरपालिका के रोक संबंधी पत्र दिए जाने के बारे में जानकारी चाही गई तो उनका कहना था कि मुझे यह ज्ञात नहीं कि मेरे द्वारा नपा को कोई पत्र दिया गया है। मैं देखकर ही बता पाऊंगा। जब उनसे सवाल किया गया कि नगरपालिका द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से सीसी डाली जा रही है और गुणवत्ताविहीन सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।

इस सवाल के जवाज में श्री जैन ने जवाब देते हुए कहा कि अगर इस संदर्भ में कोई मुझे लिखित शिकायत करेगा तो मैं संबंधितों की जांच के आदेश दूंगा और अगर जांच में वह दोषी पाए जाते हैं तो संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी मेरे द्वारा दिए जाएंगे।