प्राइवेट परीक्षा केन्द्रो पर चल रही है योजनावद्ध ढंग से नकल...?

शिवपुरी। करैरा तहसील क्षेत्रान्तर्गत प्रायवेट विद्यालयों में बनाये नये परीक्षा केन्द्रो पर सुनियोजित तरीके से नकल चलने के चर्चे आम बने हुये है। जहॉ परीक्षा में नकल पर कडी नजर रखने नियुक्त किया गया शासकीय अमला जिसमें परीक्षा केन्द्राध्यक्ष, उप केन्द्राध्यक्ष व पर्यवेक्षक शामिल है।

निजी विद्यालय संचालक की पसंद के अनुसार नियुक्ति किये जाने के चलते नकल कराने में अपनी अहम भूमिका अदा कर सहयोगी सिद्ध हो रहे है। निजी विद्यालयों में नकल चलने की मुख्य वजह माध्यमिक शिक्षा मण्डल के निर्देशों को अनदेखा कर उन स्कूलों को परीक्षा केन्द्र बनाकर उन्ही स्कूलों के बच्चों को वहॉ परीक्षा में बैठाया जाना है। जवकि माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा नकल की इन्ही सम्भावनाओं को मद्देनजर परीक्षा केन्द्र बनाये गये विद्यालयों में उन्ही स्कूलों के बच्चों को न बैठाये जाने से स्पष्ट निर्देश जिला अधिकारियों को दिये गये है। 

किन्तु जिले में बैठे अधिकारियों द्वारा बोर्ड के निर्देशो को नजर अंदाज कर शिक्षा माफिया से सैटिंग के चलते प्रायवेट विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बना दिया गया बल्कि उसी विद्यालय के छात्रों को परीक्षा में बैठाने के नये तरीके खोज निकाले गये। और नकाले कराने का रास्ता साफ कर दिया गया इतना ही नही प्रायवेट स्कूलो में बनाये गये परीक्षा केन्द्रो में अमलें की नियुक्ति मे भी विद्यालय संचालको की पसंद का विशेष ध्यान रख गया जिससे वहां नकल कराने में कोई बाधा न रहे।

यही कारण है कि व्यवस्था हेतु नियम कायदो की आड ले परीक्षा केन्द्रों पर मीडिया के प्रवेश पर रोक लगा कर परीक्षा केन्द्रो पर चल रही सुनियोजित तरीके से नकल का भडा फोड न हो इसके पूरे प्रबंध यहां किये जाकर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है जवकि परीक्षा केन्द्रो से निकलने वाले परीक्षार्थियों की जुवान पर परीक्षा केन्द्रो पर जारी सुनियोजित नकल के चर्चे खुले आम सुने जा सकते है करैरा मुख्यालय पर बने प्रायवेट विद्यालय हैप्पीनैस पब्लिक स्कूल परीक्षा केन्द्र पर जहॉ उसी विद्यालय की एक अन्य शाखा बापू स्कूल के छात्रों को शामिल कर बैठाया गया है। तथा स्वामी विवेकानन्द हाई स्क्ूल के बच्चों का परीक्षा केन्द्र बनाया गया है इन दिनों करैरा मुख्यालय पर नकल चलने के लिये खूब सुर्खिया बटोकर चर्चा में बना हुआ है जहॉ अन्य विद्यालय स्वामी विवेकानन्द हाई स्कूल के बच्चों के साथ भेद भाव रख उन्हे अलग बैठाये जानेे के आरोप सामने आ रहे है। 

वहीं नकल के लिये कुख्यात आमोल पठा केन्द्र पर भी सुनियोजित नकल चलने की सुगबुगाहट करैरा मुख्यालय पर स्पष्ट तौर पर सुनी जा रही है ज्ञात हो कि उक्त दोनो परीक्षा केन्द्रो पर नियुक्त पूरा शासकीय अम्ला इन विद्यालयो के संचालको की पसंद के अनुरूप नियुक्त किया गया है इसे इन शिक्षा माफियाओं का रसूख कहें या प्रशासन पर धनबल की मजबूत पकड किन्ततु यहां जो चल रहा है उससे तो शिक्षा माफिया का रसूख व मजबूत पकड दोनो साफ तौर पर जाहिर हो रही है। शिक्षा कारोबार केव्यवसाय से जुडे इन माफियाओं के लिये यही सव बातें उनके कारोवार बढोत्तरी में सहायक सिद्ध हो रही है। और आगामी सत्र उनकी उन्नति व आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त कर देता है। शिक्षा महकमें में अपनी गहरी पैठ बना चुके इन शिक्षा माफियाओं की सफलता का राज व हकीकत यही है जो शिक्षा के व्यवसाय से सफलता के नित्त नये आयाम तय कर रहे है।