केशव कॉलेज में विवाद के चलते हुए हवाई फायर, दो पक्षों पर क्रास मामला

शिवपुरी-शहर के केशव महाविद्यालय में आज प्रबंधन की आपसी समझौते को लेकर विवाद हुआ और इस विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि दोनों ही साझेदारों ने आपस में गहमा-गहमी खाते हुए हवाई फायर कर डाले। हालांकि इस विवाद में किसी को कोई चोट नहीं पहुंची लेकिन दोंनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोपों की झड़ी लगा दी और फायर करने वालों को बाहरी बताया। इस मामले में पुलिस ने दोनों ही पक्षों से जांच पड़ताल कर क्रास कॉयमी के तहत विभिन्न मामलों में दर्ज किया है।

यहां बता दें कि जिस केशव महाविद्यालय में यह विवाद हुआ वह एक प्रशासनिक अधिकारी की बहिन का महाविद्यालय है और इससे पहले भी यहां विवाद की स्थिति बनी लेकिन आपसी समझौते के तहत मामला आगे नहीं बढ़ पाया। शनिवार को हुए विवाद ने यहां के समझौते की पोल खोलकर रख दी और मामला अब पुलिस के संज्ञान में है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी के रिश्तेदारों से इस विवाद का जुड़ाव होने के बाद भी उनमें से किसी को भी आरोपी नहीं बनाया गया। पुलिस ने इस मामले में जहां फरियादी बंटी भदौरिया की रिपोर्ट पर सुरेन्द्र शर्मा गुड्डा, राजेश शर्मा, अरविंद, सीटू, योगेश नायक के विरूद्ध भादवि की धारा 341, 342, 294, 323, 506 बी का मामला कायम किया है वहीं फरियादी सुरेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट पर आरोपी संतोष भदौरिया, बंटी भदौरिया निवासीगण भिण्ड और रसीद निवासी आरबी के विरूद्ध भादवि की धारा 336, 294, 506 और 334 का मामला कायम किया है।

बताया जाता है कि यह पूरा विवाद आदिम जाति कल्याण विभाग में श्योपुर में पदस्थ एक अधिकारी महेश पाण्डे की पत्नि श्रीमती सुषमा पाण्डे और सुरेन्द्र शर्मा गुड्डा से जुड़ा हुआ है। सुषमा पाण्डे और सुरेन्द्र शर्मा पड़ौसी हैं और सोन चिरैया होटल के पास निवास करते हैं। दोनों के बीच केशव महाविद्यालय से जुड़ा विवाद है। बताया जाता है कि पहले श्रीमती सुषमा पाण्डे और सुरेन्द्र शर्मा ने केशव महाविद्यालय संयुक्त रूप से खोला था। जिसमें बताया जाता है कि सुरेन्द्र शर्मा कार्यकारी भागीदार थे। इस महाविद्यालय को बीएड की मान्यता मिली हुई थी और इसकी अध्यक्ष जहां श्रीमती सुषमा पाण्डे थीं। वहीं सुरेन्द्र शर्मा समिति में उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत् थे। उनकी पत्नि श्रीमती अनुपमा शर्मा और मां श्रीमती अंगूरी शर्मा भी समिति में शामिल थीं। लेकिन धीरे-धीरे दोनों भागीदारों के बीच विवाद गहराने लगा और सुरेन्द्र शर्मा को बेदखल कर दिया गया। इसके लिए सुरेन्द्र शर्मा ने पुलिस में शिकायत की। यहां बता दें कि सुषमा पाण्डे शिवपुरी में पदस्थ रह चुके जिपं के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरके मिश्रा की बहन हंै।

साफ रंगदारी गुण्डागर्दी है : श्रीमती सुषमा पाण्डे


जो आरोप मुझ पर लगाए जा रहे है वह निराधार है मैं अकेली महिला क्यों किसी से लडंू, हुआ यह है कि सुबह हमारा गार्ड बण्टी भदौरिया कॉलेज जा रहा था जिसे अकारण ही सुरेन्द्र शर्मा व उसके साथियों ने रोका और उसके साथ जमकर मारपीट कर दी। जैसे-तैसे वह यहां वहां से बचकर निकला तब भी वह बमुश्किल अपने को बचा पाया। श्रीमती पाण्डे ने बताया कि सुरेन्द्र शर्मा रंगदारी और बदमाशीगरी करने पर आम्दा है कॉलेज के नाम पर जमकर लूटखसोट मचा रखी है आपको बता दूं कि अभी कुछ समय पहले ही सुरेन्द्र शर्मा ने अपने कुछ बदमाशों को गाडिय़ों में भरकर शिवपुरी बुलाया है और पहले भी हमें कई बार गुण्डे बदमाशों से मारपीट कराने का प्रयास किया। यह लोग तीन चार दिन पहले से ही घात लगाए हुए थे और आज 20-25 लोगों ने हमारे गार्ड को मारा पीटा और मेरी गाड़ी तोड़ी, सुरेन्द्र शर्मा बहुत बड़ा ड्रामेबाज है। मैंने तुरंत पुलिस कोतवाली को इस मामले की सूचना दी तब कहीं जाकर हमारा गार्ड सुरक्षित बच पाया और यह तो मेरे बेटे के पीछे भी पड़े है उसे भी मारना चाहते है। हमारे कॉलेज को लेकर कोई पार्टनरशिप नहीं है।

घर पर आए असामाजिक तत्व : सुरेन्द्र शर्मा


इस मामले में सुरेन्द्र शर्मा ने आरोप लगाए कि शनिवार सुबह उनके घर पर श्रीमती सुषमा पाण्डे उनके पति महेश पाण्डे और कुछ असामाजिक तत्व जो शायद बाहर से बुलाए गए थे आए और उन्हें गंदी-गंदी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी। विवाद होते देखकर सुरेन्द्र शर्मा ने अपने भाईयों को राजेश शर्मा, अरविंद, सीटू आदि को बुलवा लिया। सुरेन्द्र शर्मा के अनुसार इसके बाद बदमाशों ने अपनी तीन रायफलों से उन पर फायरिंग शुरू कर दी। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बीच सड़क पर गोलियां चलीं और लगभग चार फायर किए गए। फायरों का सिलसिला जब थमा तो गोलियां चलती देखकर वहां एकत्रित हुए सैकड़ों लोगों ने हमलावरों को पकडऩे की कोशिश की। शेष तो गाड़ी में बैठकर भाग गए, लेकिन एक जनता की पकड़ में आ गया। जिसे बुरी तरह से धुना गया। फरियादी सुरेन्द्र शर्मा के भाई राजेश शर्मा का कहना है कि न केवल गोलियां चलाईं गईं बल्कि महेश पाण्डे और उनके पुत्र ऋषिकेश पाण्डे ने उनके सिर पर हॉकी से प्रहार किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले में उनके भाई को भी चोट आई है। दोनों का मेडीकल परीक्षण कराया गया है। सुरेन्द्र शर्मा ने इस मामले में कोतवाली पहुंचकर भी हंगामा किया और सुषमा पाण्डे के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए आत्मदाह की चेतावनी तक दे डाली।