शिवपुरी-जिले के पिछोर अनुविभाग के ग्राम लहर्रा में विगत दिवस मकान बनाने को लेकर देवरानी और जेठानी के बीच जमकर दंगल छिड़ गया। जिससे देवरानी का तीन माह का गर्भ गिर गया। इसके बाद उसे इलाज के लिए झांसी ले जाया गया। झांसी अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद कल उसने अपने पति के साथ थाने पहुंचकर अपने जेठ-जेठानी और उनके दो बेटों सहित बड़ी बहू के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस ने पीडि़त महिला की फरियाद पर से सभी आरोपियों के विरूद्ध धारा 323, 294, 506 बी सहित 312 और 316 के तहत मामला दर्ज कर जेठ और जेठानी को गिरफ्तार कर लिया है और फरार दोनों बेटों और बड़ी बहू की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नंदनी जाटव और उसकी जेठानी अकलवती एक ही मकान में रहती हैं और मकान में दोनों का हिस्सा होने के कारण आए दिन उनमें विवाद होता रहता था। 14 मार्च को जब इन दोनों के बीच मकान का हिस्सा होने के बाद नंदनी अपने पति की गैर मौजूदगी में मकान बनवा रही थी। उसी समय दोनों में विवाद हो गया। जिससे दोनों के बीच मारपीट भी शुरू हो गई।
उसी समय उसका जेठ वीरेन्द्र जाटव और उसके दोनों बेटे हेमंत और संग्राम सहित बड़े बेटी की पत्नि सीमा भी वहां आ गई और इन पांचों ने मिलकर नंदनी की जमकर मारपीट कर दी। जिससे वह घायल हो गई। नंदनी के पति हरविलास को जब यह जानकारी लगी तो वह घर आ गया और उसे शीघ्र ही इलाज के लिए झांसी ले गया। जहां उसके पेट में पल रहे तीन माह के गर्भ को झगड़े के दौरान नुकसान हो गया था।
जिसे डॉक्टरों ने नंदनी की जान बचाने के लिए साफ कर दिया। झगड़े के दौरान अपने गर्भ में पल रहे नवजात शिशु की मौत के बाद नंदनी ने कल गांव पहुंचकर थाने में अपने जेठ-जेठानी सहित उनके बेटों और बहू के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने आरोपी वीरेन्द्र और उसकी पत्नि अकलवती को गिरफ्तार कर लिया। जबकि संग्राम, हेमंत और सीमा फरार बताए जा रहे हैं।
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