31 को नरेन्द्र सिंह तोमर करेंगें नए जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा!

शिवपुरी। पिछले कई महीनों से आपसी सहमति ना बन पाने के कारण लटका पड़ा शिवपुरी भाजपा जिलाध्यक्ष का मामला  31 मार्च को सुलझने के आसार है। भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि 31 मार्च को पार्टी का होली मिलन समारोह स्थानीय परिणय वाटिका में आयोजित किया गया है।

इस होली मिलन समारोह में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर पधार रहे है। बताया जाता है कि होली मिलन समारोह में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर शिवपुरी के नए भाजपा जिलाध्यक्ष की घोषणा कर सकते है। पार्टी के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि होली मिलन तो एक बहाना है असली मकसद दल की एकता पर रहेगा। इसी क्रम में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ने अपने शिवपुरी दौरे को बनाया है और इस दौरे में नए जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा हो जाएगी।

भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि भोपाल स्तर पर वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति के आधार पर भाजपा के जिलाध्यक्ष की घोषणा 31 मार्च को होने के आसार है। सूत्र बताते हैं कि होली मिलन समारोह के दौरान नए जिलाध्यक्ष के रूप में रणवीर रावत का नाम फायनल हो गया है। पिछले कई दिनों से पार्टी में ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि दोबारा से पार्टी की कमान जिले में रणवीर रावत के हाथों में होगी। इन्हीं संकेतों के तहत 31 मार्च को आयोजित होली मिलन समारोह में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष जिले के कार्यकर्ताओं को नए जिलाध्यक्ष के नाम का संकेत दे जाऐंगें।

सूत्र बताते हैं कि भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए रणवीर रावत सहित  ओमप्रकाश शर्मा गुरू, अशोक खण्डेलवाल, विमलेश गोयल, धैयवर्धन शर्मा आदि के नाम चर्चा में थे मगर एक नाम पर सहमति ना बन पाने के बाद अब भोपाल स्तर पर नेताओं में सहमति बनी है और 31 मार्च को इस मामले में कोई एक राय निकलकर सामने आकर घोषणा होने के आसार है। इस घोषणा में सबसे पहले ऊपर नाम रणवीर रावत का चल रहा है। सूत्र बताते हैं कि यशोधरा खेमे ने भी रणवीर के नाम पर सहमति जता दी है। आज से करीब 3 माह पहले जिलाध्यक्ष के पद की रायशुमारी के दौरान यशोधरा राजे खेमे ने जैन ब्रदर्स के साथ मिलकर रणवीर के नाम का विरोध किया था मगर अब यशोधरा खेमा रणवीर के नाम को लेकर कुछ नरम पड़ा है। गत दिनों करैरा और पोहरी में अन्त्योदय मेले के दौरान जिस प्रकार से यशोधरा राजे सिंधिया ने रणवीर रावत को तवज्जो दी है उससे ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि तोमर गुट और यशोधरा खेमे में नए जिलाध्यक्ष को लेकर एक राय बनी है।

अधिकारिक घोषणा नहीं हुई तो मिलेंगें संकेत

भाजपा से जुड़े सूत्र बतातें हैं कि 31 मार्च को प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर होली मिलन समारोह के दौरान नए जिलाध्यक्ष की घोषणा अधिकारिक रूप से नहीं कर पाए तो नाम के संकेत दिए जाने के आसार पूरी तरह से है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया है कि भोपाल में वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति बन गई है और इसी आधार पर पार्टी की अगली रणनीति बनाई गई है जिसमें जल्द से जल्द जिलाध्यक्ष का नाम ओपन करना है। क्योंकि वर्तमान में जिलाध्यक्ष का नाम फायनल ना हो पाने के कारण पार्टी की गतिविधियां उस तेज गति से नहीं चल पा रही है जो चलना चाहिए। इसलिए ऐसे आसार है कि 31 मार्च को जिलाध्यक्ष की घोषणा या संकेत मिल सकते है।

चुनाव जीतना पहला लक्ष्य

पिछले कई महीनों से लटके पड़े जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर भाजपा में खेमेबाजी और गुटबाजी बढ़ गई थी। इस गुटबाजी से प्रदेश हाईकमान चिंता की मुद्रा में है। इस गुटबाजी और खेमेबाजी को थामने के लिए ही 30 मार्च को पार्टी के संगठन महामंत्री अरिवन्द मेनन शिवपुरी में डेरा जमाऐंगें और पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठन के लिए कटिबद्ध होकर कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगें। इसके बाद 31 मार्च को प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर होली मिलन समारोह के बहाने पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का प्रयास करेंगें। प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और संगठन महामंत्री अरविन्द मेनन के एकाएक शिवपुरी के दौरे को लेकर यही संभावना जताई जा रही है कि भाजपा का लक्ष्य जिले की पांच सीटों को जीतना है। विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा समय शेष नहीं है। इसलिए भाजपा नेताओं का एक लक्ष्य यह भी है कि किसी भी तरह चुनाव में पार्टी को अच्छे स्तर पर जीत मिले। इसी क्रम में जिलाध्यक्ष के नाम फायनल होने का विवाद जो चला आ रहा है उसे विराम देना है। 31 मार्च को नाम फायनल होने की पूरी संभावना है।