वन विभाग के बाद अब प्रशासन ने भरी हुंकार, तहस नहस किया अतिक्रमण

शिवपुरी- शहर में एक बार फिर से अतिक्रमण मुहिम का आगाज हुआ है। गत दिवस जहां वन विभाग ने गौशाला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाया वहीं अब जिला प्रशासन ने नगर में कुछ जगह अस्थाई व अवैध कब्जों को हटाने की मुहिम चलाई।

इस मुहिम में रविवार को  प्रशासन की इस कार्यवाही की जद में आईटीबीपी के आसपास का अतिक्रमण, फिर करबला पर हटाए गए अतिक्रमण के बाबजूद पुन: किया गया अतिक्रमण हटाया गया इसके बाद बीटीआई के समीप भी बाउण्ड्री बनाकर अवैध अतिक्रमण किया जा रहा था जिसे भी प्रशासन ने हिटैची के माध्यम से तुरंत हटवाया और आगे से इस तरह अतिक्रमण ना किया जाए इसकी सख्त हिदायत दी। 

अतिक्रमण मुहिम की इस शुरूआत अब नगर में अन्य जगह भी यह मुहिम निरंतर जारी रहेगी इसे लेकर गली-मोहल्लों में भी चर्चा सरगर्म है। देखना होगा कि आने वाले समय में प्रशासन शहर के आसपास के साथ-साथ शहर के बीचों बीच जमे अतिक्रमण को भी साफ करता है या फिर यह मुहिम यूं ही आगाज के साथ बंद हो जाएगी। फिलहाल नागरिकों ने अतिक्रमण हटाने की इस मुहिम का स्वागत किया है तभी तो हटाए गए अतिक्रमण के विरोध में एक भी विरोध का स्वर सामने नहीं आया जिससे लगता है कि अब नागरिक स्वयं समझ गए है कि प्रशासन की कार्यवाही के आगे उनकी एक नहीं चलनी। 


प्रशासन ने आज अचानक अतिक्रमण विरोधी अभियान सुबह-सुबह शुरू किया। चार घंटे तक चले अतिक्रमण विरोधी अभियान में इस बार बाहरी बस्ती से अतिक्रमण साफ किए गए। इस अभियान में बड़ी संख्या में पुलिस बल , महिला पुलिस, प्रशासनिक और नगरपालिका के अधिकारी शामिल थे। अतिक्रमण विरोधी दस्ते ने आईटीवीपी, करबला, बीटीआई और बस स्टेण्ड के पिछवाड़े से अतिक्रमण साफ किए और प्रशासन के लिए राहत की बात यह रही कि कहीं से भी उसे प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अभियान में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल झोंका गया है। इससे यह चर्चा भी चलने लगी है कि क्या अतिक्रमण विरोधी अभियान को हरी झण्डी मिल गई है। 

विदित हो कि पहले प्रशासन ने दमदारी से अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया था, लेकिन बाद में दवाब के आगे झुकते हुए प्रशासन ने इस अभियान से किनारा कर लिया था। सबसे पहले सुबह 7 बजे के आस-पास अतिक्रमण विरोधी दस्ता आईटीबीपी गेट के पास पहुंचा जहां कुछ स्टाल सरकारी जमीन पर रखे हुए थे जिन्हें हिटेची से तहस नहस कर दिया गया। इसके बाद यह दस्ता झांसी रोड पर पहुंचा जहां बीटीआई की बिल्डिंग से संलग्र सरकारी जमीन पर बाउण्ड्रीवॉल बनाकर अतिक्रमण कर लिया गया था। बताया जाता हैकि यह अतिक्रमण एक शिक्षक ने किया था। 

दस्ते ने तुरत फुरत हिटेची से बाउण्ड्रीवॉल ढहा दी और उक्त जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करा दिया। यही सरकारी जमीन पर रखे स्टाल भी हटा दिए गए। इसके पश्चात करबला के पास पड़ी सरकारी जमीन में से अतिक्रमण हटाए गए। यहां जमीन की घेराबंदी कर झोंपडिय़ां बना लीं गईं थी। पिछले दिनों भी यहां से अतिक्रमण साफ किए गए थे, लेकिन फिर से अतिक्रामकों ने कब्जे कर लिए थे। यहां एक दर्जन से अधिक झोंपडिय़ां हिटेची से तहस नहस की गई। बस स्टेण्ड के पीछे पड़ी अस्पताल की सरकारी जमीन से कब्जे को भी हटाया गया। इस अभियान में पोहरी एसडीओपी एसएन मुखर्जी, तहसीलदार श्री प्रजापति, नपा के स्वास्थ्य अधिकारी अशोक शर्मा, टीआई दिलीप सिंह यादव सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल और नपा का अमला शामिल था। 


कब गिरेगी शहर के बीचों बीच किए गए अतिक्रमण पर गाज 


कलेक्टर आरके जैन की अपनी पदस्थापना के साथ ही अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने की मंशा रही थी और उनके नेतृत्व में शिवपुरी में यह अभियान भी शुरू हुआ था, लेकिन भाजपा नेताओं की दखलंदाजी और प्रभारी मंत्री के हस्तक्षेप के बाद इस अभियान को रोकना पड़ा, लेकिन इस दवाब का परिणाम यह हुआ कि अतिक्रामकों के हौंसले बुलंद हो गए और जितने अतिक्रमण पिछले अभियान में हटाए गए थे उनसे अधिक अतिक्रमण हो गए। आज के अतिक्रमण विरोधी अभियान से यह चर्चा चलने लगी है कि मुख्य शहर से भी शीघ्र अतिक्रमण साफ किए जाएंगे। आज चले अतिक्रमण विरोधी अभियान में बड़ी संख्या में सरकारी मशीनरी के शामिल होने से इस संभावना को बल मिला।