बोरिंग मशीन पहुंचने से पूरी हुई पानी की पुकार, अनशन खत्म

शिवपुरी-जन समस्यओं के निराकरण के लिए जब कोई अधिकारी सुनवाई नहीं करता तो सिवाए भूख हड़ताल और अनशन के नागरिकों के पास कुछ नहीं बचता और जब ऐसा होता है तो उसका असर भी होना स्वाभाविक है। कुछ यही हुआ पोहरी की कृष्णगंज पंचायत के ग्रामीणों के साथ जिन्होंने अपने ग्राम में भीषण पेयजल संकट से त्रस्त होकर अपनी समस्या के निदान के लिए भूख हड़ताल का रास्ता चुना।

एक साथ कई ग्रामीण जब पानी के लिए भूख हड़ताल पर बैठे तो स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधि के नाते क्षेत्रीय विधायक प्रहलाद भारती ने भी लाख आश्वासन दिए उचित कार्यवाही के, मगर कृष्णगंज के यह भूख हड़ताली अपनी मांग पर डटे रहे और बोरिंग कराने की जिद करने लगे। जिस पर रात्रि के समय ही क्षेत्रीय विधायक प्रहलाद भारती अपने प्रयासों से ग्रामवासियों के बीच बोरिंग मशीन लेकर आए तब कहीं जाकर ग्रामीणों ने अपनी भूख हड़ताल की।

ग्राम पंचायत कृष्णगंज में पानी की समस्या के जूझ रहे नागरिकों ने दो दिवसीय भूख हड़ताल का आज सुखद पटाक्षेप हुआ। बोर खनन के आश्वासन के बाद विधायक प्रहलाद भारती रात में ही मशीन लेकर पहुंचे और आज सुबह एसडीएम जेएस बघेल और एसडीओपी एसएन मुखर्जी ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर उनका अनशन तुड़वाया।  इसके बाद विधायक ने मशीन को चालू कराकर बोर खनन का काम शुरू करवाया और अनशन पर बैठे नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे रहते हुए पूरे विधानसभा क्षेत्र में किसी भी नागरिक को कोई समस्या नहीं आने दूंगा और जहां तक संभव होगा मैं इस क्षेत्र के विकास के लिए जी जान से मेहनत करूंगा। 

विधायक निधि से अभी दो बोर खुदवाए जा रहे हैं और दो बोर पीएचई के द्वारा खुदवाए जाएंगे। अगर इससे भी पानी की समस्या हल नहीं हुई तो वे और बोर लगवाने के लिए प्रयासरत् रहेंगे। विदित हो कि कृष्णगंज पंचायत के ग्रामवासी करीब 10 वर्षों से पेयजल की समस्या से जूझ रहे थे और हर वर्ष गर्मी आते ही पूरी कृष्णगंज पंचायत में पेयजल की समस्या अपना भीषण रूप धारण कर लेती थी। जिससे नागरिकों में पेयजल के लिए त्राही-त्राही मच जाती थी। इस समस्या को लेकर कृष्णगंज पंचायत के सरपंच सहित संजीव शर्मा अभिभाषक संघ और समस्त पंचगण और ग्रामवासियों ने इस समस्या हेतु पोहरी एसडीएम को अवगत कराते हुए एक ज्ञापन सौंपा था, लेकिन फिर भी इस समस्या से ग्रामवासियों को काई राहत नहीं मिली। 

इससे व्यथित होकर शनिवार को ग्रामीणों ने दो दिवसीय भूख हड़ताल प्रारंभ कर दी और हड़ताल के दूसरे दिन प्रशासनिक अमला वहां पहुंचा और भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामवासियों को बोर लगवाने का आश्वासन दिया। लेकिन ग्रामीणों ने अधिकारियों को यह कहकर चलता कर दिया कि जब तक मौके पर बोरिंग मशीन नहीं आएगी तब तक हम यह अनशन समाप्त नहीं करेंगे। इसके बाद विधायक प्रहलाद भारती के प्रयासों से पूरा मामला सुलझा।