कपिल जैन की मेहनत रंग लाई, मण्डी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पर जमाया कब्जा


शिवपुरी-कृषि उपज मण्डी समिति शिवपुरी के प्रतिष्ठापूर्ण मुकाबले में जहां युवा भाजपा नेता कपिल जैन (पत्ते वाले) ने अपने समर्थित उम्मीदवार शंकर आदिवासी को विजयी बनाकर आज मण्डी अध्यक्ष पर कब्जा जमाया तो वहीं मण्डी उपाध्यक्ष के लिए सोमवार 7 जनवरी को आयोजित मण्डी अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के प्रतिष्ठापूर्ण मुकाबले में भी कपिल जैन पत्ते वाले का पलड़ा भारी रहा और यहां कांग्रेस के सिरनाम सिंह रावत और कैलाश कुशवाह के बीच उपाध्यक्षी को लेकर मुकाबला हुआ।


जिसमें कांग्रेस के सिरनाम को भाजपा के कैलाश कुशवाह ने दो मतों से पराजित कर उपाध्यक्षी का पद हासिल किया। यहां उपाध्यक्ष के निर्वाचन में कैलाश कुशवाह को 7 जबकि कांग्रेस के सिरनाम सिंह रावत को 5 मत हासिल हुए। इस प्रकार दोनों ही महत्वपूर्ण पदों पर कब्जा जमाने में अहम भूमिका निभाने वाले कपिल जैन पत्ते वाले  की सेहराबंदी से अन्य राजनीतिक दलों व राजनीतिज्ञो में हलचल पैदा हो गई। भाजपा की राजनीति में कपिल जैन ने इस बार मण्डी चुनाव की बागडोर अपने हाथों में लेते ही ग्वालियर सांसद व अपनी प्रणेता यशोधरा राजे सिंधिया के आशीर्वाद स्वरूप मण्डी में अध्यक्ष के लिए शंकर आदिवासी को और उपाध्यक्षी के लिए कैलाश कुशवाह को विजयी जीत दिलाई। 

यहां बता दें कि कृषि उपज मण्डी का चुनाव इस बार प्रतिष्ठापूर्ण मुकाबले में रहा। जहां एक ओर वार्ड नं.10 से कपिल जैन ने अपने समर्थित उम्मीदवार शंकर आदिवासी को मैदान में उतारा तो वहीं इस वार्ड से विधायक माखन लाल राठौर व अन्य भाजपाईयों ने भी अपने उम्मीदवार उतारकर उनके लिए खूब जोर आजमाईश की लेकिन यहां वार्ड नं.10 से प्रतिष्ठापूर्ण मुकाबले में कपिल जैन की मेहनत रंग लाई और कृषि उपज मण्डी समिति की आरक्षित आदिवासी सीट पर एक मात्र शंकर आदिवासी को विजयी दिलाकर मण्डी अध्यक्ष की आसंदी अपने पाले में ली। इसके बाद कपिल जैन के हौंसले पस्त नहीं हुए और उन्होनें मण्डी उपाध्यक्ष को जिताने के लिए अपने प्रयास शुरू कर दिए। चूंकि यहां मण्डी उपाध्यक्ष के लिए कई दावेदार थे जिनमें कांग्रेस के एनपी शर्मा के भाई वीरेन्द्र शर्मा, प्रदेश मंत्री ओमप्रकाश खटीक के पुत्र नीरज खटीक, कांग्रेस के ही सिरनाम सिंह रावत, भाजपा के जण्डेल सिंह गुर्जर के भाई अवतार सिंह गुर्जर और इन सब के बीच कपिल जैन ने कैलाश कुशवाह को मण्डी उपाध्यक्ष के लिए मैदान में उतारा। 

निश्चित रूप से शुरू में तो रूझान कुछ और ही नजर आ रहा था लेकिन जैसे-जैसे मण्डी उपाध्यक्ष के निर्वाचन का नजदीक आता गया वैसे ही धीरे-धीरे सभी उम्मीदवारों ने कपिल के उम्मीदवार के आगे अपना हाथ खींच लिया और यहां से मैदान में निर्वाचन की एक रात पहले केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निज सचिव रमेश शर्मा शिवपुरी आए और अंत मे अधिकृत रूप से सिरनाम सिंह रावत को उपाध्यक्षी के नाम की घोषणा कर दी। वहीं दूसरी ओर प्रदेश मंत्री ओमप्रकाश खटीक के पुत्र और जण्डेल सिंह गुर्जर ने भी आखिर समय में इस चुनाव में कपिल को समर्थन देने पर सहमति जता दी। 

अब यहां मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच था। सोमवार को होने वाले मण्डी उपाध्यक्षी में लग रहा था कि कांग्रेस के 4 डायरेक्टरों के साथ एक दो और मिल जाऐंगें तो यहां मण्डी उपाध्यक्षी कांग्रेस का होगा लेकिन जब चुनावी प्रकिया आई तो यहां निर्वाचन के बाद जो परिणाम सामने आए उससे कांग्रेस के सिरनाम सिंह रावत को 5 जबकि भाजपा के कपिल जैन समर्थित कैलाश कुशवाह को 7 मत हासिल हुए। इस प्रकार यहां कपिल जैन ने मण्डी उपाध्यक्षी के रूप में कैलाश कुशवाह को विजयी बनाकर कृषि उपज मण्डी समिति शिवपुरी में अपना परचम फहराया। कपिल जैन ने इन दोनों विजयी उम्मीदवारों के साथ स्वयं का कौशल यहां प्रदर्शित कर अन्य राजनीतिज्ञों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है क्योंकि इस युवा भाजपा के आगे बढऩे से कई भाजपाई दिग्गजों को झटका लगना तय है।