एक साथ पांच दुकानें के टूटे ताले

शिवपुरी- शिवपुरी में बीती रात शहर के हृदयस्थल में स्थित पांच दुकानों के ताले टूटने से दहशत का वातावरण उत्पन्न हो गया है। इनमें से तीन दुकानें वीकॉन इलेक्ट्रोनिक, व्हीव्ही गारमेंट और जयदुर्गे डिस्पोजल हाउस मध्यदेशीय अग्रवाल धर्मशाला रोड पर स्थित हैं और दो दुकानों में एक नाहर सेल्स कॉर्पोरेशन राजेश्वरी रोड पर तथा अग्रवाल सुपर स्टोर्स महल कॉलोनी में स्थित है।

जिन दुकानों के ताले टूटे हैं उनमें लाखों रूपये का माल भरा था,लेकिन यह खुशकिस्मती रही कि चोरों ने सिर्फ दुकानों में रखी नगदी पर हाथ साफ किया है। इससे पुलिस और दुकान संचालकों को राहत मिली है। इससे अनुमान है कि चोरी की वारदातें किसी संगठित गिरोह का हाथ नहीं, बल्कि छोटे-मोटे चोरों का कारनामा है। लेकिन इससे पुलिस की गश्त व्यवस्था की पोल अवश्य खुल गई है। सभी पांच दुकानों में चोरों ने एक ही स्टाईल में चोरी की है और दुकानों पर जैक लगाकर शटरें तोड़ीं। लेकिन चोरी की इन वारदातों से पुलिस का गश्ती बल एक बार फिर सवालों के घेरे में आकर खड़ा हो गया है। वहीं इस घटना से शहर में दहशत का माहौल भी निर्मित हो गया।


प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात 9 बजे लक्ष्मीनिवास के पीछे स्थित व्हीव्ही गारमेंट, जयदुर्गा डिस्पोजल और वीकॉन इलेक्ट्रोनिक की दुकानों के संचालक अपनी-अपनी दुकानों में ताला लगाकर घर चले गए। रात में चोरों ने तीनों दुकानों में शटर तोड़कर प्रवेश किया। वीकॉन इलेक्ट्रीकल्स की दुकान से चोर गल्ले में रखे एक हजार रूपये ले उड़े। इसकी जानकारी दुकान संचालक कृष्णकांत ने दी। वहीं जयदुर्गे डिस्पोजल हाउस के गल्ले से चोरों ने दो हजार रूपये उड़ाए, लेकिन उन्होंने दुकान के माल को हाथ नहीं लगाया। दुकान के संचालक महेन्द्र गोयल ने बताया कि आज जब वह दुकान पर आए तो शटर टेड़ा था और वह समझ गए कि चोरों ने उनकी दुकान से चोरी की है।


पास ही स्थित व्हीव्ही गारमेंट से भी उन्होंने गल्ले में रखी नगद राशि को उड़ाया। दुकान संचालक के अनुसार चोर उनकी दुकान से कुछ कपड़े भी ले गए। राजेश्वरी रोड पर स्थित नाहर सिंह सेल्स कॉर्पोरेशन का शटर तोड़कर चोरों ने गल्ले पर हाथ साफ किया और सामान से उन्होंने बिल्कुल भी छेड़छाड़ नहीं की। दुकान के मालिक नरेन्द्र जैन मामा ने पुलिस में रिपोर्ट लिखाई। महल कॉलोनी स्थित अग्रवाल सुपर स्टोर पर भी बीती रात चोरों ने धावा बोला और उन्होंने शटर उचकाकर दुकान में प्रवेश किया। यहां गल्ले में रखे ढ़ाई हजार रूपये उन्होंने अपने हवाले किए, लेकिन कपड़ों को उन्होंने छुआ भी नहीं। वारदात से प्रतीत होता है कि चोरी की सभी घटनाएं एक ही गिरोह ने अंजाम दी है। जिसका मकसद सिर्फ दुकान में रखी नगदी राशि की चोरी करना रहा होगा। 


पुलिस निष्क्रियता से हुईं चोरियां 


एक ही रात में पांच दुकानों के ताले टूटने से पुलिस निष्क्रियता उजागर हो गई है और स्पष्ट हुआ है कि पुलिस की गश्त महज कागजों में हैं। पांचों दुकानों में चोरों ने सफलतापूर्वक शटर उचकाकर प्रवेश किया और दुकान में इत्मिनान से रूककर चोरियां की, लेकिन कहीं भी पुलिस गश्ती दल को चोरों की आमद नजर नहीं आई।