मण्डी में कांग्रेस की हार के लिए वीरेन्द्र रघुवंशी जिम्मेदार : सिरनाम सिंह रावत

शिवपुरी -कृषि उपज मण्डी समिति शिवपुरी के मण्डी चुनाव में उपाध्यक्ष पद के मेरे नाम की घोषणा की और कांग्रेस के मतों के अनुसार यह प्रबल संभावना थी कि मण्डी चुनाव में उपाध्यक्षी के लिए कांग्रेस पार्टी का ही प्रत्याशी विजयी होगा लेकिन ऐन समय पर कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने पार्टी को हराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी,

जब मैं स्वयं पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के पास अपने दो समर्थकों के वोट अपने पक्ष में कराने के लिए पहुंचा तो उन्होंनें मुझे आश्वस्त कर दिया था लेकिन ऐन समय पर जब मण्डी उपाध्यक्ष के लिए चुनावी प्रक्रिया आई तो वह दो कांग्रेसी उम्मीदवारों ने मेरे पक्ष में मतदान नहीं किया जिससे मण्डी चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी की हार हुई इस हार के लिए और कोई नहीं बल्कि पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी जिम्मेदार है 

यहां कांग्रेसियों ने ही कांग्रेस को हराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी इसकी शिकायत केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी की जाकर पूर्व विधायक के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की जाएगी। पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी पर यह आरोप लगाए कृषि उपज मण्डी शिवपुरी के लिए कांग्रेस के उपाध्यक्ष प्रत्याशी सिरनाम सिंह रावत ने जिन्होंने प्रेस को जारी एक लिखित प्रेस विज्ञप्ति में अपने मन की पीड़ा को प्रकट किया।

मण्डी चुनावों में उपाध्यक्ष के लिए हुए मतदान में दो मतों से पराजित हुए उपाध्यक्ष प्रत्याशी मण्डी डायरेक्टर कांग्रेसी सिरनाम सिंह रावत ने पूर्व विधायक पर आरोप लगाया कि मण्डी चुनावों में मुझे उपाध्यक्ष पद हेतु समर्थन दिया इस भावना से श्रीमंत को अवगत कराया कि इसके अंतर्गत श्रीमंत के निजी सचिव रमेश शर्मा कांग्रेसजनों व मतदाताओं की राय जानने शिवपुरी आए, रायशुमारी में उन्होंने पाया कि मुझे प्रत्याशी बनाने पर पार्टी की जीत सुनिचित है परन्तु कांग्रेस के पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने मेरा अज्ञात कारणों से खुला विरोध किया ओर जब मैं उनके पास समर्थन मांगने पहुंचा तो उन्होंने मुझसे स्पष्ट कहा कि तुम चुनाव हार चुके हों, जब मैंने ये कहा कि आप अपने समर्थक दो वोटों को मेरे पक्ष में कर दें तो मैं मण्डी उपाध्यक्षी का चुनाव जीत रहा हॅंू तब उन्होनें अनमने मन से कहा कि मैं प्रयाय करूंगा इसके बाद जब मैं 7 वोटों के साथ मण्डी कमेटी पहुंचा तो वीरेन्द्र रघुवंशी के दबाब पर दो कांग्रेस के पदाधिकारियों ने खुलकर मेरा विरोध किया यहां तक की जब सभी वोटरों ने प्रोक्सी वोटों के लिए सहमति दी तो उन दोनों ने स्पष्ट मना कर दिया, यही कारण रहा कि 7 वोटों के साथ मण्डी उपाध्यक्ष में जाने वाली कांग्रेस 2 वोटों से हार गई। 

मण्डी उपाध्यक्ष प्रत्याशी सिरनाम सिंह रावत ने कहा कि हार मेरी नहीं बल्कि केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के समर्थक को गद्वार कांग्रेस के पदाधिकारियों की वजह से हार का सामना करना पड़ा। सिरनाम सिंह रावत ने कहा कि वीरेन्द्र रघुवंशी के उप चुनाव में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया की आन-बान-शान व इज्जत दांव पर लगी थी तो मुख्यमंत्री समेत समूची भाजपा सरकार शिवपुरी में थी जब रावत समाज ने केन्द्रीय मंत्री सिंधिया की खातिर गणेश गौतम जैसे व्यक्ति से अपने वर्षों के संबंध एक झटके में खत्म कर दिये, श्रीमंत के निर्देशों पर वीरेन्द्र रघुवंशी के पक्ष में भारी मतदान कर सफल कराया लेकिन जब मण्डी चुनाव में उपाध्यक्ष के लिए पार्टी की ओर से मुझे आगे किया तो ऐन वक्त पर पूर्व विधायक के ही इशारे पर दो वोट मुझे नहीं मिले जिससे कांग्रेस की हार हुई। इस हार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के विरूद्ध केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से तत्काल कड़ी कार्यवाही की मांग की जाएगी।