स्कूलों का निरीक्षण, पाई कमियां, दो समूह संचालकों पर दर्ज होगी FIR


शिवपुरी-मध्यान्ह भोजन योजना में गड़बड़झाले की शिकायत पर जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू जब शिवपुरी विकासखण्ड की शालाओं का औचक निरीक्षण करने पहुंचे तो स्कूलों में ढेर सारी अनियमितताएं मिलीं। जिस पर दो विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन वितरित करने वाले संचालकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई के लिए उन्होंने जिला पंचायत सीईओ को कहा। यहीं नहीं शाला प्रभारियों की अनियमितता मिलने पर उनसे भी स्पष्टीकरण लिए जाने की बात उन्होंने अधिकारियों से कही है।


बीते दिनों जिला पंचायत अध्यक्ष शिवपुरी विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक विद्यालय कांकर, प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय बारां, प्राथमिक विद्यालय चांड, प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय सकलपुर के निरीक्षण को पहुंचे, जहां प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय बारां में ढेर सारी अनियमितता शाला प्रभारी के साथ-साथ मध्यान्ह भोजन चलाने वाले समूह संचालकों की निकलकर सामने आई। जिसे गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन ने इन समूह संचालकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा इनसे मध्यान्ह भोजन संबंधी समस्त राशि, खाद्यान्न एवं सामग्री वसूली किए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। यही नहीं शाला प्रभारियों से भी अनियमितताओं बावत स्पष्टीकरण लिए जाने की बात भी उन्होंने कही। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू के साथ जिला पंचायत की टास्क मैनेजर श्रीमती कीनल त्रिपाठी, इन्दर मोगिया, सुनील वर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे।


- कहां मिलीं क्या कमियां -


प्राथमिक विद्यालय कांकर

इस विद्यालय में छात्रों ने जिला पंचायत अध्यक्ष को अवगत कराया कि उन्हें भोजन कम मात्रा में दिया जाता है। यही नहीं छात्रों के लिए आवंटित तीन खण्ड की थाली की जगह विद्यार्थी कटोरियों में भोजन करते नजर आए। इस पर स्वसहायता समूह से स्पष्टीकरण लिए जाने के साथ-साथ शाला प्रभारी राजेन्द्र शर्मा से भी स्पष्टीकरण दिए जाने की कार्रवाई की गई। 

प्राथमिक-माध्यमिक विद्यालय बारां

इस शाला में निरीक्षण के उपरांत पाया कि अप्रैल 2012 से यहां मध्यान्ह भोजन वितरित ही नहीं किया गया। यही नहीं मध्यान्ह भोजन संबंधी अनुबंध की प्रति भी शाला में उपलब्ध नहीं पाई गई। इस अनियमितता को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचातय अध्यक्ष जितेन्द्र जैन ने स्वसहायता समूह को तत्काल प्रभार से प्रथक किए जाने की बात कही और संबंधित समूह के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई के लिए उन्होंने जिला पंचायत सीईओ को कहा। यही नहीं इन समूह संचालकों से मध्यान्ह भोजन की समस्त राशि खाद्यान्न एवं सामग्री वसूली किए जाने की बात भी जिला पंचायत अध्यक्ष ने कही। 

प्राथमिक-माध्यमिक विद्यालय सकलपुर व चांड

प्राथमिक विद्यालय चांड में भोजन तो विद्यार्थियों को वितरित करना पाया गया लेकिन भोजन की थालियां अनुपलब्ध पाई गईं। इस पर शाला प्रभारी से स्पष्टीकरण लिए जाने की बात कही गई। वहीं प्राथमिक विद्यालय सकलपुर में छात्र संख्या केवल 11 पाई गई और यहां निराश्रित वृद्ध भोजन करते पाए गए। कुछ इसी तरह के हालात माध्यमिक विद्यालय सकलपुर में भी देखे गए। जिसमें दर्ज छात्र संख्या 34 के स्थान पर केवल 5 छात्र संख्या विद्यालय में नजर आई और यहां भी निराश्रित वृद्ध भोजन करते पाए गए। कम छात्र उपस्थिति के विषय में शाला प्रभारी घनश्याम सिमरवरा से स्पष्टीकरण लिए जाने के निर्देश उन्होंने दिए।

बीते 6 माह में 300 से ज्यादा समूह हुए हैं निरस्त

मध्यान्ह भोजन में अनियमितता की शिकायत मिलने पर जिला पंचायत द्वारा बीते 6 माह में 300 से ज्यादा समूह संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई की है और उन्हें आवंटित काम निरस्त किया है। एक बार फिर से समूह संचालकों के विरुद्ध एफआईआर की कार्रवाई होने से समूह संचालकों में हड़कंप मच गया है।