शिवपुरी। प्रदेश में शायद सबसे अधिक बिजली कटौती इस समय शिवपुरी जिले में हो रही है। जिला मुख्यालय पर ही पांच घंटे की एक साथ कटौती के साथ 7 से 8 घंटे की कटौती हो रही है वहीं तहसील मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों के हालात तो और भी बदतर हैं।
आश्चर्य की बात तो यह है कि इन दिनों सर्दी होने के कारण खपत में कमी है। इसके बाद भी बिजली की मैराथन कटौती बनी हुई है। ताबड़तोड़ कटौती से उपभोक्ताओं में आक्रोश पनप रहा है और उनके मन में सवाल उठने लगे हैं कि गर्मी में तो शायद फिर बिजली ही नहीं मिलेगी।
शिवपुरी में सुबह 10 बजे से बिजली गायब हो जाती है और फिर दोपहर तीन बजे बाद इसके दर्शन होते हैं। 5 घंटे की लगातार बिजली कटौती से व्यापार और व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। इसके बाद भी बिजली का आना-जाना लगातार बना रहता है। प्रतिदिन शहर में 7 से 8 घंटे की बिजली कटौती होने से उपभोक्ता बुरी तरह त्रस्त हैं। तहसील मुख्यालय पर तो 12-12 घंटे की बिजली कटौती हो रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती इससे भी कहीं अधिक है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि वह बिजली कटौती के इतने अभ्यस्त हो चुके हैं कि अब उन्होंने शिकायत करना भी बंद कर दिया है। क्योंकि शिकायत करें तो किससे करें। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के कानों पर जंू नहीं रेंगती तथा विपक्षी दल कांग्रेस अपने अंतरद्वंद्व में ही इतीन व्यस्त है कि उसे जनसमस्या पर ध्यान देने का समय नहीं है।
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