डॉक्टर ने कैसा किया ऑपरेशन, उर्मिला तो मॉं बन गई

शिवपुरी-नसबंदी ऑपरेशनों के टारगेट को पूरा करने में लगे डॉक्टर यह भी नहीं देख रहे है कि उनके द्वारा किए जाने वाले ऑपरेशन सफल हैं भी की नहीं, लेकिन आए दिन नसबंदी ऑपरेटशनों की खुलने वाली पोल तो यहां नसबंदी ऑपरेशनों की कमियों को उजागर करती नजर आ रही है। इसी तरह का एक मामला पिछोर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मनपुरा में सामने आया जहां डॉक्टर ने पता नहीं कैसा ऑपरेशन किया एक महिला नसबंदी ऑपरेशन के बाद भी पुन: मॉं बन गई।

जानकारी के अनुसार ज्ञात हुआ कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मनपुरा के गांव बडेरा की श्रीमती उर्मिला आदिवासी पत्नि धनीराम आदिवासी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिछोर में 12 जनवरी 2005 को नसबंदी ऑपरेशन कराया था। उक्त महिला के पूर्व में दो लड़के और एक लड़की थी। लेकिन ऑपरेशन कराने के बाद भी उक्त महिला पुन: मां बन गई और उसने पुत्री को जन्म दिया। 

इससे नसबंदी ऑपरेशन की असलियत खुल गई और यह स्पष्ट हो गया कि टारगेट पूरा करने के लिए किस तरह से फर्जी नसबंदी ऑपरेशन जिले में हुए हैं। यहां निवासरत उर्मिला और उसका पति धनीराम आदिवासी बहुत गरीब हैं तथा 3 बच्चों के माता-पिता होने के कारण उन्होंने सन 2005 में नसबंदी ऑपरेशन करा लिया। इसके बाद वे निश्चिंत हो गए, लेकिन ऑपरेशन के पश्चात भी उर्मिला गर्भवती हो गई और उसने पिछोर में बच्ची को जन्म दिया। महिला के पति ने उसकी पत्नि का गलत ऑपरेशन करने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।