युवा उत्सव में नाटक दूल्हों का शोरूम को मिला प्रथम स्थान


शिवपुरी- म.प्र. खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा किए गए युवा उत्सव के आयोजन में नाटक  ''दूल्हों का शोरुम" प्रथम स्थान पर रहा, मूलत: यह नाटक दहेज नामक कुरुति पर आधारित है।

इस नाटक में भ्रष्टाचार एवं प्रोढ़शिक्षा एवं नारी उत्थान की बात भी बड़े स्पष्ट ढंग से नाट्य अभिनय द्वारा समझाई गई है। यह नाटक धरम-भारती नाट्य दल कोलारस द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस नाटक के लेखक एवं निर्देशक, हास्य व्यंग के चितेरे इन्द्रजीत सिंह लोधी (धरम-कोलारसी) है उन्होंने इस नाटक के माध्यम से भ्रष्टाचार एवं दहेज नामक कुरुती पर करारा व्यंग्य कसा है साथ ही नारी उत्थान एवं प्रोढ़ शिक्षा के महत्व को भी बताया है। 

यह नाटक पूर्व में भी प्रदेश स्तर पर धूम मचा चुका है एवं स्वदेशी राष्ट्रीय मंच द्वारा अवार्ड प्राप्त कर चुका है। इस नाटक के मध्य में ''कक्का पैसन से मत तौल मेरो भैया है अनमोल" की प्रस्तुति भी दी गई है। जिस को श्रोताओं द्वारा खूब सराहा गया। अब अपनी अगली प्रस्तुती हेतु ग्वालियर के लिए धरम-भारती नाट्य दल कोलारस ने अपनी कमर कस ली है। इस नाटक में सहनिर्देशक के रूप में भूपेन्द्र तोमर कोलारस की अहम भूमिका रही । इस नाटक में भाग लेने वाले प्रतिभागी इंद्रजीत सिंह लोधी (ठाकुर), जूली शर्मा (ठकुराईन), माखन चंदेल (कर्मचारी), हेमराज रघुवंशी (बेरोजगार), नरेश रघुवंशी (इस्पेक्टर), गोविंद रघुवंशी (डॉक्टर), कान्हा शर्मा (सेल्समेन) एवं भूपेन्द्र तोमर (नेता), दीपा शर्मा (मास्टर), मनमोहन सिंह धाकड़ (ऑफीसर) आदि शामिल थे।