पेट्रोल भरने को लेकर विवाद, पुलिस का खेल फरियादी को ही बना दिया आरोपी

शिवपुरी-शहर में मंगलवार नव वर्ष के रोज एक जागरूक नागरिक द्वारा जब अपनी बाईक में स्थानीय माधवचौक स्थित पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने आया तो यहां उसने 5० रूपये का पेट्रोल अपनी बाईक में डलवाया लेकिन उसे शंका हुई कि पेट्रोल कम डला है जिस पर युवक ने पेट्रोल पंप पर कार्य कर रहे कर्मचारी से पेट्रोल को सही मापने की गुजारिश की जिस पर पंप कर्मचारी और इस युवक में विवाद हो गया। 

यह विवाद इतना बढ़ा कि यहां अच्छी खासी भीड़ गई और इसी दौरान पेट्रोल मालिक भी मौके पर पहुंच गया जिसने बिना पहचाने अपने ही कर्मचारी का बचाव करते हुए पेट्रोल डलवाने आए युवक को ही आरोपी बनवाकर पुलिस थाने भिजवा दिया और पुलिस का भी खेल निराला देखने को मिला जिस पर यहां पुलिस ने बिना किसी जांच पड़ताल के पेट्रोल पंप मालिक की शिकायत पर इस युवक के खिलाफ धारा 151 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर अपने गैर जिम्मेदाराना रवैया दर्शाया। 

जानकारी के अनुसार शहर के प्रतिष्ठित कांग्रेस नेता अन्नी शर्मा का भतीजा रोहित उम्र 2० वर्ष अपनी काली पल्सर एक्स डी बाईक में पेट्रोल भरवाने के लिए माधवचौक चौराहे स्थित टोडरमल सिफारिशमल पेट्रोल पर आया यहां रोहित ने अपनी गाड़ी में 5० रूपये का पेट्रोल भरवाया लेकिन उसे लगा कि उसकी बाईक में पूरे पैसों का पेट्रोल नहीं आया तो उसने पंप कर्मचारी से पेट्रोल का नाप करने को कहा। जिस पर पंप कर्मचारी ने पेट्रोल की माप की तो पता चला कि उसमें 5० रूपये के स्थान पर ३० रूपये का ही पेट्रोल पाया गया। 

जिस पर विवाद बढ़ा और धीरे-धीरे पंप कर्मचारी व रोहित में पेट्रोल वितरण में गड़बड़ी को लेकर बहस शुरू हो गई। इतने में पेट्रोल मालिक मुकेश जैन आए और उन्होंने इस पूरे मामल में अपने ही कर्मचारी का बचाव करते हुए रोहित को गलत ठहरा दिया और पुलिस बुला ली। जिस पर कोतवाली पुलिस से पुलिसकर्मी आए और रोहित व पंप कर्मचारी को थाने ले आए। 

यहां दोनों ने ही अपना-अपना पक्ष रखा लेकिन पुलिस कोतवाली के कर्मचारियों ने भी पेट्रोल मालिक की हां में हां भरते हुए रोहित का गलत ठहरा दिया और रोहित के ही खिलाफ धारा 151 लगाकर प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया। इस घटना की सूचना तत्काल रोहित ने अपने चाचा अन्नी शर्मा को दी जिस पर काफी संख्या में कांग्रेसी व अन्य लोग वहां पहुंच गए और पुलिस के इस गैर जिम्मेदाराना रवैये के खिलाफ नारेबाजी करने लगी। इस पूरे मामले में टीआई कोतवाली भी मूकदर्शक बने रहे और मामले से दूरी बना ली। 

जब मीडियाकर्मियों ने भी पूरे मामले में उनका कहना क्या है इस बारे में जानना चाहा तो वह मुकर गए और मोके से निकल गए। इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगा दिया और एक जागरूक युवक द्वारा इस तरह अपनी जागरूकता प्रदर्शित करने पर उसे यह दण्ड मिलेगा तो आगे लोग कैसे जागरूक होंगे, यह एक सोचनीय प्रश्र बन गया है।