दहेज के लिए पति और सास ने आग लगाकर की थी रामदेवी की हत्या

शिवपुरी। जिले के बामौरकला थाना क्षेत्र में 13 सितम्बर को रामदेवी की आग से जलकर हुई मौत के मामले में पुलिस ने जांच के बाद मृत महिला की पति और सास पर दहेज हत्या का मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पिछोर एसडीओपी राकेश कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कुरवाई जिला विदिशा की रहने वाली रामदेवी पुत्री देशराज का विवाह कोटा थाना बामौरकला के जितेन्द्र झा के साथ डेढ़ साल पहले सम्मेलन से हुआ था।

विवाह के बाद कुछ समय तक तो ससुरालीजनों ने रामदेवी को ठीक ढंग से रखा, लेकिन 6 माह बाद जितेन्द्र और उसकी मां मुडियाबाई रामदेवी पर मोटरसाईकिल और 50 हजार रूपये अपने मायके से लाने के लिए दबाव बनाने लगे और उसे आए दिन प्रताडि़त करने लगे। यह सिलसिला पिछले एक साल तक चलता रहा। इसके बाद रक्षाबंधन पर रामदेवी अपने मायके गई थी। तब उसने अपने पिता को सारा घटनाक्रम बताया तो उसके पिता देशराज और भाई बुंलेदसिंह ने एक सिलाई मशीन रामदेवी को दे दी। 

जब जितेन्द्र रामदेवी को लेने कुरवाई आया तो उसके पिता ने जितेन्द्र को समझाया कि उसकी जो मांग है वह पूरी कर देगा, लेकिन वह उसकी बेटी को न सताए। इसके बाद वह अपनी पत्नि को लेकर अपने गांव आ गया। लेकिन 10 सितम्बर को रामदेवी पर मिट्टी का तेल डालकर उसकी सास मुडियाबाई ने आग लगा दी। जिससे वह गंभीर रूप से जल गई। बाद में उसका पति उसे इलाज के लिए बगैर पुलिस और उसके मायके वालों को सूचना दिए झांसी मेडीकल कॉलेज ले गया। लेकिन जब झांसी में डॉक्टरों ने जली हुई। 

महिला के मायके वालों को बुलाने की बात कही तो मजबूरी में जितेन्द्र ने रामदेवी के पिता को सूचना दी। जब देशराज ने रामदेवी से जलने का कारण पूछा तो उसने बताया कि उसे उसकी सास ने दहेज न देने के कारण जला दिया है। बाद में 13 सितम्बर को रामदेवी की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने जांच की तो जांच में रामदेवी की मौत दहेज के कारण होना पाई गई और इसके बाद आरोपी मुडियाबाई और उसके बेटे जितेन्द्र के खिलाफ बामौरकला थाने में 304 बी, 498 ए, 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया और आज सुबह दोनों मां-बेटे को उनके गांव कोटा से गिरफ्तार कर लिया गया।