चीफ मिन्स्टिर ने की थी घोषणा, कलेक्टर ने नहीं दिए पैसे

बदरवास। म.प्र. शासन के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश नागरिकों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने की जी तोड़ मेहनत की जा रही है। शासकीय योजनाओं का लाभ प्रदेश के प्रत्येक नागरिक पहुंचे, जिससे प्रदेश के नागरिक सम्पन्न हो सके तथा उनका जीवन स्तर सुधर सके, लेकिन प्रशानिक अमले की भ्रष्टाचारी के चलते शासकीय योजनायें वास्तविक धरातल क्रियान्वित होना असम्भव प्रतीत होता है।

बदरवास ब्लॉक में गत अक्टूबर माह में लगे अंत्योदय मेले में प्रभारी मंत्री के.एल अग्रवाल द्वारा हितग्राहियों को 4,73,73,937 का वितरण किया गया लेकिन किसानों को लाभान्वित बताकर शासकीय राशि अधिकारियों द्वारा खुर्द बुर्द कर दी, किसान कूप निर्माण की जारी राशि लेने के लिए आज तक भटक रहे हैं। धनराशि के अभाव में किसानों द्वारा किया जाने बाला कूप निर्माण आज तक अधूरे पड़े हैं। जबकि प्रशानिक अधिकारियों द्वारा अंत्योदय मेले में ही किसानों को लाभान्वित बताकर शासन को दिशा भ्रमित किया गया।
 

वर्ष 2007 से आज तक नहीं हो पाया कूप निर्माण


शिवपुरी। किसानों की फसल पानी के अभाव में सूख न पाये इसके लिए शासन की कपिल धारा योजना लागू की गई। जिसके तहत अंत्योदय मेले में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा शासन को दिशा भ्रमित करते हुए दर्जनों किसानों को कपिल धारा योजनातंर्गत लाभान्वित दर्शा दिया गया। जबकि वास्तविकता यह है कि कूपों का निर्माण ही नहीं हुआ तब किसान कैसे लाभान्वित हो गए 5 वर्ष से अधिकारियों द्वारा आज भी कार्य प्रगति पर बताया जा रहा है। जबकि हकीकत में देखा जाए तो कुछ कूपों के तो कागजात तक तैयार ही नहीं हो सके हैं।

लाखों रूपए किसे किये वितरित


शिवपुरी। जनपद पंचायत बदरवास के ग्रामों में लाखों रूपए का वितरण किया गया लेकिन जब कूप निर्र्माणों का अधूरा है तब कपिलधारा योजना से किसान कैसे लाभान्वित कैसे हो गए, ग्राम पंचायत तिलातिली कपिल धारा योजनातंर्गत हरिओम पुत्र बाब सिंह, इन्द्रसेन पुत्र चन्द्रभान सिंह, संतोष पुत्र भगवान सिंह, सिरिया पुत्र भोंदू बामौर के जयमण्डल पुत्र प्रीतम सिंह, गंगाराम पुत्र सुजान, अगरा ग्राम पंचायत के ग्राम रेझाडांग के सोमा पुत्र जेतराम, ग्राम अगरा के परमाल पुत्र लालाराम, देवी सिंह पुत्र शंकर नत्था पुत्र गोंजिया के नाम पर लगभग 2-2 लाख रूपए वितरित कर लाभान्वित बता दिया गया, लेकिन जब निर्माण काम ही नहीं हुआ तब राशि कहां वितरित हो गई लाभान्वित किसे कर दिया।