राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाएगा ग्वाल समाज: मोहन ग्वाल


शिवपुरी-ग्वाल महासभा ने हमेशा से शिक्षा को सर्वोपरि माना और यही वजह है कि आज ग्वाल महासभा ने बीते 5 वर्षों में हजारों प्रतिभाओं जिन्होंने खेल, शिक्षा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, समाजसेवा व अन्य ऐसे आयोजन जिनसे ग्वाल समाज का नाम रोशन होता हो उन सभी प्रतिभाओं को आंका और उन्हें प्रोत्साहन प्रदान करते हुए संबल प्रदान किया जिसका परिणाम यह है कि अब ग्वाल महासभा ने ग्वाल समाज की उन सभी प्रतिभाओं को और आगे ले जाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएगी आगामी समय में राष्ट्रीय स्तर पर ग्वाल महासभा ना केवल पंजीकृत होगी बल्कि अपनी शाखाऐं(ग्वाल इकाई) फैलाकर चहुंओर संपूर्ण राष्ट्र में ग्वाल समाज को नई पहचान दिलाई जाएगी।


यह कहना था ग्वाल महासभा झांसी के अध्यक्ष मोहन ग्वाल का जिन्होंने गत दिवस ओरछा मंदिर पर आयोजित ग्वाल महासभा की आवश्यक बैठक में अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर अन्य ग्वाल बन्धुओं ने भी ग्वाल महासभा के विस्तृत विकास व बिन्दुओं पर जोर दिया। बैठक में लुधावली शिवपुरी से पहुंचे राजू ग्वाल ने कहा कि समाज में मंदिर धर्मशालाऐं तो बना दी गई है साथ ही इन्हें रखरखाव के लिए इन्हें व्यवस्थित कर अन्य सुविधाऐं भी दी जाए, साथ ही समाज में शिक्षा और बच्चों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाए, समाज के कमजोर वर्ग की कन्याओं के विवाह हेतु सम्मेलन हों और सभी को साथ लेकर चलें। बैठक में झांसी के ही ग्वाल महासभा के गौरीशंकर ग्वाल टी.टी.ई. व रमेश मोहनियां ने संयुक्त रूप से समाज की जनगणना पर जोर दिया और एक प्रारूप बताकर हर जिले में ग्वाल समाज के महिला,पुरूष व बच्चों की गणना हो इस पर प्रकाश डाला साथ ही समाज के शैक्षणिक स्तर पर भी सुधार की बात कही। बैठक में सुन्दर ग्वाला ने कहा कि हम नि:शुल्क रूप से समाज के बच्चों के लिए कोचिंग चलाते है जिससे आज कई बच्चे लाभान्वित हो रहे है ऐसे ही बच्चे आगे और जाए उन्हें भी सशक्त बनाने ग्वाल महासभा तत्पर रहेगी। तालुपरा झांसी के व्यवसायी व समाजसेवी शेर सिंह व मानसिंह ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक मानसिंह ग्वाल ने कहा कि समाज में शिक्षा के प्रोत्साहन को बढ़ावा मिलना वाकई प्रशंसनीय है साथ ही ग्वाल महासभा में समाज के अधिक से अधिक लोग जुड़े और संगठन मजबूत हो ऐसे प्रयास होने चाहिए। बैठक में सुरेश थम्मार,रामकिशन गुजेले, बृजलाल, शिब्बू,जयप्रकाश,अरविन्द ग्वाल ललितपुर, राजकुमार, रामकुमार कोषाध्यक्ष सहित झांसी, बीना,गुना, शिवपुरी,ललितपुर, सागर आदि छावनियों से भी ग्वाल बन्धु बैठक में शामिल हुए और अपने सुझाव दिए।