नाबालिग के अपहरण में पिता-पुत्र का हाथ

शिवपुरी/ जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र में 20 दिन पहले एक नाबालिग अपने घर से रहस्यमय ढंग से गुम हो गई थी। इसके बाद उसके परिजनों ने खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। दो दिन पहले नाबालिग बालिका जब अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटकर आई तो उसने अपने साथ घटित सारी घटना का खुलासा कर दिया। इसके बाद नाबालिग बालिका की शिकायत पर पुलिस ने अपहरण करने वाले पिता-पुत्र के विरूद्ध धारा 363, 366 सहित 376 का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम ऐसवाया की रहने वाली रानी (परिवर्तित नाम) पुत्री कैलाश आदिवासी उम्र 14 वर्ष रहस्यमय ढंग से घर से गायब हो गई थी। उसके बाद परिजनों ने उसकी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। बाद में परिजनों ने गुमसुदगी दर्ज कर ली। लेकिन विगत दिवस गायब रानी अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटकर आ गई और उसने अपने परिजनों को बताया कि उसका अपहरण गांव का ही रहने वाला शिशुपाल और उसका पिता कमरलाल आदिवासी ने किया और आरोपी कमरलाल अपने पुत्र और रानी को अपने रिश्तेदार जो कि घाटीगांव में रहते थे वहां छोड़कर अपने गांव वापिस आ गया। 

जब उसके रिश्तेदारों ने शिशुपाल को फटकार लगाई और उसे रानी को छोडऩे के लिए कहा। जब शिशुपाल ने यह बात अपने पिता कमरलाल को बताई तो वह घाटी गांव पहुंच गया और रानी को लेकर उसके गांव की ओर आ गया और रानी को गांव में छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने जब यह कहानी सुनी तो दोनों आरोपियों के  खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली।