अब झांसी दूर नहीं,हर घंटे पर मिलेंगी बसें

शिवपुरी। काफी लंबे समय से शिवपुरी से झांसी बसों का आवागमन बंद था और इस रूट के यात्रियों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। विधायक प्रहलाद भारती से लेकर भाजपा नेता धैर्यवर्धन शर्मा ने इस मांग को अनेक बार उठाया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नरवर आगमन के अवसर पर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया। इसका परिणाम यह हुआ कि गतिरोध सुलझ गया है।

सूत्र बताते हैं कि शिवपुरी-झांसी मार्ग पर 11 बसों के परमिट जारी कर दिए गए हैं और बहुत जल्द हर घंटे में शिवपुरी से झांसी जाने के लिए बस मिला करेगी। कल इसकी शुरूआत हो गई। बेतवा बस सर्विस सुबह 11 बजे यात्रियों को लेकर शिवपुरी से झांसी के लिए रवाना हुई। राजहंस बस पहले से ही दोपहर 1 बजे से चल रही है और एक-दो दिन में शेष बसें भी शुरू हो जाएंगी। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश आरटीओ की हठधर्मिता के कारण शिवपुरी-झांसी मार्ग पर बसों का संचालन नहीं हो रहा था। शिवपुरी से झांसी जाने के लिए फोरलेन मार्ग है और यह 100 किमी लंबी यात्रा अधिक से अधिक दो घंटे की है, लेकिन सीधी बस सेवा न चलने से यात्रियों को पहले शिवपुरी से करैरा और फिर करैरा से अवैध साधनों से झांसी तक का मार्ग तय करना होता था। करैरा से झांसी मार्ग पर गाडिय़ां ओवरलोडिंग होती थी जिससे कई बार दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी हैं और वहीं यात्रियों को भी साधन बदलने से परेशानी होती थी। इस रूट पर बसों के संचालन के लिए विधायक रमेश खटीक और भाजपा नेता धैर्यवर्धन शर्मा ने आवाज उठाई। धैर्यर्वधन ने तो बाकायदा आंदोलन भी किया। इस दबाव का परिणाम यह हुआ कि 11 बसों को परमिट मिल गए हैं और बहुत जल्द ही सभी बसों का संचालन प्रारंभ हो जाएगा। 

ग्वालियर की अपेक्षा झांसी जाना अधिक आराम दायक 


शिवपुरी-झांसी मार्ग फोरलेन होने से रेल मार्ग द्वारा यात्रा करने के लिए यात्रियों को शिवपुरी से ग्वालियर की अपेक्षा झांसी जाना अधिक सुविधाजनक प्रतीत होता है, लेकिन बसों के संचालन से यात्री परेशान हो रहे थे। वहीं झांसी से व्यापारिक तथा अन्य कारणों से करैरा, दिनारा, अमोला, भौंती, पिछोर और खनियांधाना क्षेत्र के लोग भी जुड़े हुए हैं और उन्हें वहां आए दिन जाना पड़ता है, लेकिन पिछले काफी समय से वह परेशानी महसूस कर रहे थे, लेकिन अब इन यात्रियों ने राहत की सांस ली है।