राजू (ग्वाल) यादव/ शिवपुरी-शिवपुरी में बढ़ते अतिक्रमण ने शहर की शांत फिजा को बिगाड़ कर रख दिया है। यहां शहर के बीचों बीच तो अतिक्रमण सबको नजर आता है वहीं अब वार्ड व गलियों में भी अतिक्रमण के कारण आए दिन विवाद की स्थिति निर्मित होती नजर आ रही है।
शहर में कुछ सत्ताधारी दल अपनी खनक के चलते जहां अतिक्रमण को बढ़ावा दे रहे है तो वहीं अतिक्रमण के नाम पर अपनी रोजी-रोटी से अलग हुए परिवार शासन की भेदभावपूर्ण कार्यवाही को कोसने से बाज नहीं आ रहे है। ऐसे में जिला प्रशासन की बनाई गई अतिक्रमण विरोधी मुहिम भी चारों खाने चित्त नजर आई और अब यह अतिक्रमण धीरे-धीरे फिर से पसरने लगा है। शहर में होने वाले अतिक्रमण को समय रहते नहीं रोका गया तो आने वाले समय में और भी गंभीर परिणाम नजर आऐंगें।
एक ओर जहां जिला कलेक्टर आर.के.जैन द्वारा आमजन की परेशानियों को ध्यान में रखकर शहर को साफ-सुथरी छवि देने के उद्देश्य से नगर के प्रमुख मार्गों से अवैध कब्जे और अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाई जा रही वहीं सत्ताधारी दल भाजपा के द्वारा शहर के प्रमुख मार्ग 14 नं.कोठी पर गलत तरीके से बनाई गई दुकानें मानों इस मुहिम को ही मुंह चिढ़ाती नजर आ रही है। दरअसल 14 नं.कोठी मुख्य मार्गों पर दो वर्ष पूर्व जब जिला थोक उपभोक्ता भण्डार द्वारा इन दुकानों का निर्माण कराया जा रहा था तभी आम जनता के द्वारा विरोध के स्वर बुलंद किए गए थे।
सूत्रों द्वारा बताया गया है कि सत्ता में होने के कारण भाजपा नगर मण्डल अध्यक्ष और थोक उपभोक्ता भण्डार अध्यक्ष के इस कारनामे का विरोध पार्टी द्वारा करने की हिम्मत नहीं जुटाई जा सकी। कहा तो यह भी जा रहा है कि सड़क के एक हिस्से पर जब इन दुकानों को बनाया गया तो यह निर्माण तो नियम विरूद्ध था ही लेकिन इनकी नीलामी प्रक्रिया भी विवादों से भरी हुई थी।
तत्कालीन समय में यह आरोप भाजपाई राजनीति गलियारों में जमकर उछाले गए थे कि इन दुकानों के शहर के प्रमुख चौराहे पर स्थित होने के कारण इनकी नीलाम बोली में भी भारी भरकम रकम वसूली गई लेकिन संस्था के प्रति दुकान एक सीमित राशि ही प्राप्त हुई। जबकि पिछले दरवाजे से उपभोक्ता भण्डार के अध्यक्ष को हर दुकान के एवज में एक बड़ी रकम मिली।
काफी हो-हल्ला मचने के बाद उस समय यह बात भी सामने आई थी कि श्योपुर में जिस तरह शासन के नोटिस के आधार पर मार्केटिंग सोसायटी श्योपुर ने अपना श्योपुर बाजार में बना दुकानों का अतिक्रमण तोडऩा शुरू कर दिया था वैसे ही शिवपुरी में भी कार्यवाही की जाएगी लेकिन बाद में सत्ताधारी दल के दबाब में पूरा मामला ही ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया था। कहा तो यह भी जा रहा था कि श्योपुर में भले ही इसी प्रकार का अतिक्रमण नगर पालिका द्वारा तुड़वा दिया गया लेकिन शिवपुरी में ऐसा होना इसलिए संभव नहीं क्योंकि यहां थोक उपभोक्ता भण्डार के अध्यक्ष भी भाजपा से है और नगर पालिका अध्यक्ष भी भाजपा से।
ऐसे में पार्टी के ऊपरी लाईन में बैठे नेताओं द्वारा दिए गए आदेश का पालन करने के लिए दोनों ही बाध्य हैं। ऐसे में देखना यह है कि अब जब जिला कलेक्टर आर.के.जैन द्वारा शिवपुरी में अतिक्रमण विरोधी मुहिम शुरू की गई है तो क्या शहर के मुख्य चौराहे 14 नं.कोठी पर अवैध तरीके से बनी इन दुकानों को नगर पालिका द्वारा नोटिस दिलवाकर हटाया जाता है या फिर इन दुकानों का मुद्दा एक बार फिर ठण्डे बस्ते में डाल दिया जाएगा।
8 नवं. को सीएम शिवराज बाजार में, क्या देखेंगे भाजपा का अतिक्रमण?
आगामी 8 नवम्बर को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का शिवपुरी दौरा भी चर्चा का विषय बना हुआ है। चूंकि कोर्ट रोड पर चंद रोज पहले ही अतिक्रमण विरोधी मुहिम का आगाज हुआ था और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस दौरे के संदर्भ में भी यह खबर आम हो चुकी है कि वे शिवपुरी नगर में कहीं भी जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले सकते है। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि जिला थोक उपभोक्ता भण्डार के अध्यक्ष पद पर काबिज एक भाजपाई द्वारा ही अवैध तरीके से बनाई गई दुकानों पर मुख्यमंत्री क्या प्रतिक्रिया रहती है, क्या इन दुकानों पर भी श्योपुर की ही तरह अतिक्रमण विरोधी मुहिम की गाज गिरेगी या फिर भाजपाई सत्ता द्वारा इन्हें मिलेगा अभयदान?
इन्द्रा नगर में तो सीवर के ऊपर अतिक्रमण कर किया कब्जा
अतिक्रमण की यदि बानगी देखना है तो इसके लिए शहर के इन्दिरा नगर में सरेआम सीवर की लाईन पर अतिक्रमणकारी ने अवैध कब्जा कर भवन तैयार कर दिया है। यहां हाऊसिंग बोर्ड के द्वारा जो कॉलोनी निर्मित की गई है यहां कॉलोनीवासियों की सुविधा हेतु बोर्ड द्वारा सड़क, सीवर लाईन इत्यादि की व्यवस्था की गई। यहां सीवर लाईन का बड़ा सीवर टैंक प्लाट क्रं.62 के उत्तर में बनाया गया है उसके पास हाऊसिंग बोर्ड की रोड बनी हुई है जिस पर कॉलोनी के ही एक अतिक्रमणकारी ने अवैध कब्जा कर रखा है यहां बीते 10-15 दिनों से उक्त शासकीय भूमि पर जबरन कब्जा करते हुए सीवर टैंक एवं शासकीय रोड पर अतिक्रमण कर भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दीवालें उठा ली है तथा समस्त रोड को अपने कब्जे में कर लिया गया है एवं सीवर टैंक पर भी अतिक्रण कर भवन निर्माण कार्य शुरू कर दिया है जिससे आगामी समय में कॉलोनीवासियों की सीवर लाईन चौक हो जाएगी और कभी भी सीवर टैंक की सफाई नहीं हो सकेगी ऐेसे में वहां पर आने-जाने का रास्ता भी बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में सीवर लाईन की सफाई होना भी असंभव नजर आएगा। इन्दिरा नगर के वाशिंदों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इन्दिरा नगर में अतिक्रमण युक्त भूमि के साथ सीवर लाईन पर जबरन कब्जा कर भवन वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जावे ताकि भविष्य में सीवर समस्या का सामना ना करना पड़े।
गोविन्द नगर में कुंज गलियों को घेरा अतिक्रमणकारियों ने
शहर में अतिक्रमण है यह तो सभी जानते है लेकिन अब तो शहर के कई क्षेत्रों व कॉलोनियों भी अतिक्रमण अपने पैर पसारने लगा है। इसी प्रकार अब तो कुंज गलियों को भी अतिक्रमणकारी नहीं बख्श रहे है। स्थानीय गोविन्द नगर वार्ड नं.21 में रेंज ऑफिस के ठीक सामने निवासरत कुछ अतिक्रमणकारियों ने इस कुंज गली पर अपना अवैध कब्जा कर पूरा रास्ता बंद करने की तैयारी कर ली है। यहां कई लोगों ने अपने लेट्रीन व चबूतरे के नाम पर 5-5 फिट का अतिक्रमण कर पूरी गली को ही संकुचित कर दिया है। ऐसे में यदि यहां से रास्ता नहीं निकला तो यहां निवासरत लगभग आधा दर्जन परिवारों के सामने गली से निकलने की विकराल समस्या खड़ी हो जाएगी। रेंज के सामने निवास करने वाले इन लोगों ने अतिक्रमणकारियों के अतिक्रमण केा समय रहते तोडऩे की मांग की है ताकि भविष्य में पुन: अतिक्रमण ना हो और यहां से जो गली है वह नियमित आवागमन हेतु मिल सके। लगभग 10 फिट चौड़ी इस गली को अतिक्रमणकारियों ने महज 5 फिट की कर दी है। जिससे यह हालात उत्पन्न हो रहे है। इस संबंध में नगर पालिका व जिला प्रशासन से शीघ्र कार्यवाही की मांग की गई है। क्योंकि नगर पालिका ने यहां से 20 फिट की गली प्रस्तावित की थी लेकिन अब यह गली संकरी होते-होते कुंज गली से नजर आने लगी है। वहीं गली से पानी ना निकलने के कारण गंदगी भी धीरे-धीरे अपने पैर पसार रही है। इन सब से मुक्ति पाने स्थानीय पीडि़त लोगों ने न्याय की गुहार लगाई है।
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