प्रशिक्षण के घपले को दबाने की साजिश

शिवपुरी-महिला एवं बाल विकास विभाग में संचालित विभिन्न योजनाओं में बड़े स्तर पर अनियमितता और घपले किए जा रहे है। खासकर कुपोषण के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम में शासन द्वारा प्रदत्त बजट में बड़े स्तर पर धांधली की जा रही है। अटल बाल आरोग्य मिशन और कुपोषण हटाओ अभियान के तहत शिवपुरी जिले को मिले बजट में बड़े स्तर पर घपले किए गए है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को प्रशिक्षण देने के नाम पर शासन द्वारा जो बजट दिया गया था उसमें बड़े स्तर पर अनियमितता बरती गई है। इस प्रशिक्षण की राशि में हुए गड़बड़ी के मामले में यहां पूर्व में पदस्थ रही एक महिला अधिकारी पर पुलिस में कायमी हो चुकी है और अब इस कायमी के बाद यहां विभागीय स्तर पर अधिकारी इस मामले को दबाने में लगे हैं। 

सूत्रों का कहना है कि प्रशिक्षण के नाम पर करीब 20 लाख रूपया महिला एवं बाल विकास विभाग को प्राप्त हुआ है और इस प्रशिक्षण में कागजीबाड़ा करके बजट में सेंध लगाई गई है। इस पूरे खेल में जिला मुख्यालय पर बैठे कुछ अधिकारियों का भी विभागीय अधिकारियों को संरक्षण है। बताया जा रहा है कि प्रशिक्षण देने के नाम पर कागजीबाड़ा कर अनाप शनाप बिल लगाए गए है जबकि वास्तविकता में यह राशि खर्च नहीं की गई है। सूत्र बताते हैं कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को अटल बाल आरोग्य मिशन के तहत प्रशिक्षण प्रदाय किया जाना था मगर इस प्रशिक्षण में खानापूर्ति की गई है। शासन से जो राशि मिली उसे खर्चे में दर्शाकर अधिकारियों ने अपनी जेबें भर ली। 

पूर्व अधिकारी पर हो चुकी है कायमी 


विभागीय सूत्रों ने बताया है कि शासन द्वारा दिए गए बजट में गड़बड़ी करने पर यहां पूर्व में पदस्थ रही एक महिला अधिकारी पर पुलिस में कायमी हो चुकी है। सूत्र बताते हैं कि इस महिला अधिकारी के कार्यकाल में लाखों रूपये के बजट में गड़बड़ घोटाले हुए। खासकर प्रशिक्षण की राशि अधिकारियों ने पूरी अपनी जेबों में भर ली। फर्जी बिल और वाउचर लगाए गए है। ऊपरी स्तर पर जांच होने पर पुलिस में कायमी कराई गई है। सूत्र बताते हैं कि अटल बाल आरोग्य मिशन के अलावा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सामग्री खरीदी में शासन द्वारा प्रदत्त बजट में भी बड़ा घपला किया गया है। 

वर्तमान अधिकारी ने साधी चुप्पी


शिवपुरी के महिला एवं बाल विकास विभाग में चल रही गड़बड़ी पर वर्तमान में पदस्थ जिला कार्यक्रम अधिकारी ओ.पी.पाण्डे भी चुप्पी साधकर बैठ गए है। सूत्र बताते हैं कि पूर्व में पदस्थ रही महिला अधिकारी ने जो गड़बड़ी की उस पर ओ.पी.पाण्डे भी पर्देदारी करने में जुटे है। इसके अलावा बेटी बचाओ अभियान के तहत शासन ने जो बजट दिया था उसमें भी ओ.पी.पाण्डे ने मनमाने अंदाज में राशि खर्च की है। जिला मुख्यालय पर स्थित कार्यालय में एक रैकेट हावी है जिसमें अधिकारियों के साथ-साथ कर्मचारी भी शामिल है। यहां चल रहे गड़बड़ घोटाले की वरिष्ठ अधिकारी से निष्पक्ष जांच कराने की आवश्यकता है। जिस प्रकार से जिले में लगातार कुपोषण बढ़ रहा है और अधिकारी इस बजट में सेंधमारी कर रहे है। उससे इन अधिकारियों के हौंसले बुलंद है। अभी तक भ्रष्ट अधिकारियों पर प्रभावी कार्यवाही ना हो पाने के कारण योजनाऐं भी ठप्प पड़ी हुई है।