शिवपुरी में जमी है ग्वालियर और दतिया और ग्वालियर के नकली घी व्यापारियों की गैंग


शिवपुरी। शिवपुरी में कई महीनों से नकली घी का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इसका कारोबार करने वाले कई व्यवसाई आज करोड़ों में खेल रहे हैं। नकली घी बनाने वाले कंपनियों की पैकिंग में इसे खपा रहे हैं। शिवपुरी में लगभग आधा दर्जन स्थानों पर धड़ल्ले से नकली घी बनाया जा रहा है और प्रशासन बेखबर बना हुआ है। 


अधिक मुनाफे के चक्कर में कतिपय व्यवसाई इस अवैध कारोबार को संरक्षण दे रहे हैं। त्यौहार को देखते हुए बाजार में नकली घी की खपत काफी बढ़ गई है और इसमें दुकानदारों को 100 रू. प्रतिकिलो का मुनाफा हो रहा है। नकली घी पाम ऑयल, डालडा और घी के ऐसेंस के सामन्जस्य से बनाया जाता है। ग्वालियर में नकली घी के कारोबारियों के खिलाफ खाद्य विभाग ने छापामार कार्रवाई की और लाखों रूपये की कीमत का नकली घी बरामद कर प्रकरण दर्ज किया। लेकिन शिवपुरी में प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। जबकि सूत्र बताते हैं कि ग्वालियर में पकड़े गए एक व्यवसाई का रिश्तेदार धड़ल्ले से अवैध घी का कारोबार कर रहा है। 

अगर खाद्य विभाग की टीम शहर के महल के पीछे स्थित घी बनाने की कारखाने के साथ-साथ सावरकर कॉलोनी, लुहारपुरा क्षेत्र, एमएम हॉस्पीटल के पीछे, ग्वालियर बाईपास, पुरानी शिवपुरी नीलगर चौराहा और कमलागंज में स्थित डेयरी, झांसी तिराहे पर स्थित डेयरी पर छापामार कार्रवाई करे तो वहां से भारी मात्रा में नकली घी बरामद होने की आशंका है। वही कोलारस से आए एक व्यवसाई एमएम हॉस्पीटल के पीछे एक किराए के मकान में नकली घी बनाने का गोरखधंधा संचालित किए हुए है। 

इसी तरह महल के पीछे ग्वालियर का व्यवसाई भी नकली घी बनाने का कारखाना चला रहा है और वहां से भारी मात्रा में नकली घी शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, श्योपुर, दतिया, झांसी आदि क्षेत्रों में सप्लाई करता है। इसी तरह दतिया से आए व्यवसाई ग्वालियर बाईपास पर अपना कारखाना बनाएं हुए है। शहर में इतनी बड़ी तादात में नकली घी बनाने का गोरखधंधा संचालित है। लेकिन प्रशासन का इस ओर कोई भी ध्यान नहीं है।