कागजीबाड़ा का शिकार हुई समितियां

राजू (ग्वाल) यादव/ शिवपुरी-स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न शालाओ के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली शाला प्रबंधन समितियां अव्यवस्थाओं के घेरे में है। शाला प्रबंधन समिति की कमान वैसे तो स्कूल में पढऩे वाले छात्र के अभिभावक के हाथो में होना चाहिए मगर अघोषित तौर पर शालाओं के प्रधानाचार्य या शिक्षक इसको अपने हाथ में लेकर इन समितियों के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं।

जिले में आदिवासी बस्तियों में स्थित शाला प्रबंधन समितियों की हालत तो और भी खराब है। यहां सहरिया आदिवासी वर्ग के ग्रामीणों को शाला प्रबंधन समिति का कागजों में ही अध्यक्ष बनाया गया है जबकि काम दबंग लोग देख रहे हैं।
 
उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शासकीय शालाओं के सही ढंग से संचालन व प्रबंधन के लिए शाला प्रबंधन समितियों के गठन के आदेश दे रखे है। इन शाला प्रबंधन समिति में अध्यक्ष और सचिव के अलावा एक दर्जन सदस्य रखे जाते है। अध्यक्ष का पद स्कूल में पढऩे वाले अच्छे छात्र के अभिभावक को रखा जाता है साथ ही दस सदस्य भी छात्रों के अभिभावकों में से ही चुने जाते है। 

सचिव का पद शाला के प्रधानाध्यापक या वरिष्ठ शिक्षकों के हाथों में होता है मगर शिवपुरी जिले में शाला प्रबंधन समितियां अव्यवस्थाओं के घेरे में है। कागजों में ही शाला प्रबंधन समितियां गठित करके इनकी कमान अघोषित तौर पर शाला संचालित करने वाले प्रधानाचार्य या वरिष्ठ शिक्षक के हाथ में है। सूत्र बताते हैं कि शाला प्रबंधन समिति को प्राप्त होने वाले बजट में सेंधमारी करने के लिए संबंधित सचिव यानि की प्रधानाचार्य कागज में ही समितियां गठित कर लेते है और छात्रों के अभिभावकों को पूरी जानकारी नहीं देते। मनमाने ढंग से यह प्रधानाचार्य जो सचिव की भूमिका मे होते है वह राशि खर्च कर देते है। 

राशि के खर्चे में फर्जीबाड़ा किया जाता है और अपनी जेबें भर ली जाती है। सहरिया आदिवासी बाहुल्य सरकारी शालाओं में तो और भी बदतर स्थिति है यहां आदिवासी वर्ग के छात्रों के अभिभावकों को गुमराह करके या मूर्ख बनाकर शाला का प्रधानाचार्य अपने काम निकालते है। सूत्र बताते हैं कि पूरे जिले में शाला प्रबंधन समितियां कागजीबाड़े का शिकार है।

क्या कहते हैं लोग
शिक्षा विभाग से जुड़े कुछ लोग व शालाओं में पदस्थ प्रधानाचार्य शाला प्रबंधन समितियों का कागजीबाड़ा कर प्राप्त बजट का मनमाने ढंग से उपयोग कर राशि का दुरूपयोग कर रहे है। अधिकांश जगह शाला प्रबंधन समितियां कागजीबाड़े का शिकार है। प्रशासन को इस मामले की जांच करानी चाहिए।
 
रामप्रकाश शर्माजिला संयोजक
एकता परिषद, शिवपुरी
 
क्या कहते हैं अधिकारी-

शाला प्रबंधन समितियां नियमानुसार गठित करने का निर्देश है कहीं कोई गड़बड़ी है तो वहां के ग्रामीण अथवा समिति के अध्यक्ष या सदस्य हमें शिकायत करें हम जांच करने के उपरांत उचित कार्यवाही करेंगें।
बी.एस.देशलहराजिला शिक्षाधिकारी, शिवपुरी